22 ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने वाले दिग्गज टेनिस खिलाड़ी राफेल नडाल को रविवार को रोलां गैरों (फ्रेंच ओपन) में एक बेहद भावुक और ऐतिहासिक विदाई मिली।
स्पोर्ट्स न्यूज़: टेनिस इतिहास के सबसे महान चैम्पियनों में गिने जाने वाले राफेल नडाल को रोलां गैरों (French Open) में रविवार को एक भावुक विदाई दी गई। 14 बार फ्रेंच ओपन का ताज जीतने वाले इस स्पेनिश योद्धा को उनके प्रिय कोर्ट फिलिप-शेट्रियर पर सम्मानित किया गया, जहां उन्होंने दो दशकों तक अपने खेल का जादू बिखेरा।
नडाल जब सूट में सजधज कर अंतिम बार उस कोर्ट पर उतरे, तो पूरा स्टेडियम भावुक हो उठा। 15,000 दर्शकों से खचाखच भरे इस ऐतिहासिक कोर्ट में ‘राफा-राफा’ की गूंज और तालियों की गड़गड़ाहट ने एक ऐसे युग के अंत की घोषणा की, जिसे नडाल ने खुद अपनी मेहनत और प्रतिभा से रचा था।
करियर की झलकियों ने भर दिए राफा की आंखों में आंसू
विदाई समारोह की शुरुआत राफेल नडाल के करियर की झलकियों के वीडियो के साथ हुई, जिसमें उनके सबसे यादगार पलों को दिखाया गया। जैसे ही नडाल ने स्क्रीन पर अपने संघर्षों और जीतों को देखा, उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े। इस भावुक क्षण ने दर्शकों के दिलों को छू लिया। इसके बाद नडाल ने तीन भाषाओं फ्रेंच, इंग्लिश और स्पेनिश में भाषण देकर पूरे स्टेडियम को मंत्रमुग्ध कर दिया।
उन्होंने कहा: पेरिस, आपने मुझे जो प्यार और भावनाएं दीं, वह मैं शब्दों में बयान नहीं कर सकता। आप सभी ने मुझे फ्रांसीसी जैसा महसूस कराया। अब मैं शायद इस कोर्ट पर मुकाबला नहीं कर पाऊंगा, लेकिन मेरा दिल और मेरी आत्मा हमेशा इस कोर्ट से जुड़ी रहेगी।
फेडरर, जोकोविच और मरे ने दिया साथ, गले लगाकर दी विदाई
इस खास मौके को और खास बना दिया राफा के तीन सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वियों रोजर फेडरर, नोवाक जोकोविच और एंडी मरे की उपस्थिति ने। तीनों दिग्गज खिलाड़ी कोर्ट पर आए और नडाल को गले लगाकर सम्मानित किया। राफा ने मंच से कहा, हम चारों ने दिखाया कि हम कोर्ट पर पूरी ताकत से लड़ सकते हैं और फिर भी एक-दूसरे का सम्मान कर सकते हैं। यही खेल की सबसे खूबसूरत भावना है।”
इस क्षण ने टेनिस के सबसे प्रतिष्ठित युग की एक भावनात्मक झलक दी, जिसमें प्रतिस्पर्धा के साथ-साथ दोस्ती और सम्मान की मिसालें भी रहीं।
अलकाराज समेत युवा खिलाड़ियों ने भी किया सलाम
नडाल की विदाई पर स्पेनिश युवा स्टार कार्लोस अलकाराज, डेनमार्क के होल्गर रूने, और इटली के यानिक सिनर समेत कई युवा सितारों ने भी अपनी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने राफा को प्रेरणा का स्रोत बताते हुए कहा कि नडाल जैसे खिलाड़ी टेनिस को एक नई पहचान देते हैं। अलकाराज ने कहा: राफा सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं हैं, वह एक संस्था हैं। उनसे बहुत कुछ सीखा है। आज का दिन भावनात्मक जरूर है, लेकिन हम उनके योगदान को कभी नहीं भूल पाएंगे।
कोर्ट पर छोड़ी अपनी ‘छाप’
समारोह के अंत में, कोर्ट फिलिप-शेट्रियर पर एक विशेष पट्टिका का अनावरण किया गया, जिसमें राफेल नडाल के पैरों के निशान, उनका नाम, नंबर ‘14’ और फ्रेंच ओपन ट्रॉफी की आकृति उकेरी गई है। यह पट्टिका भविष्य की पीढ़ियों को याद दिलाती रहेगी कि एक समय इस कोर्ट पर एक ऐसा खिलाड़ी खेला करता था, जिसे क्ले कोर्ट का सम्राट कहा जाता था।
राफेल नडाल के विदाई समारोह ने यह साबित कर दिया कि खेल सिर्फ जीत-हार का नाम नहीं होता, यह भावनाओं, संघर्ष और प्रेरणा की कहानी भी होता है। नडाल का करियर, उनका समर्पण और मैदान पर दिया हर पल टेनिस की दुनिया में एक अमिट छाप छोड़ गया है।