सर्बिया के दिग्गज टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने 2025 इटालियन ओपन से अपना नाम वापस ले लिया है। यह फैसला ऐसे समय पर आया है जब वह लगातार तीन टूर्नामेंट मियामी ओपन, मोंटे कार्लो मास्टर्स और मैड्रिड ओपन में शुरुआती दौर में हार का सामना कर चुके हैं।
Italian Open: सर्बिया के महान टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने हाल ही में लगातार तीन मुकाबलों में हार का सामना करने के बाद एक बड़ा और रणनीतिक फैसला लिया है। अपने करियर के 100वें खिताब की तलाश में लगे जोकोविच ने आगामी इटालियन ओपन टेनिस टूर्नामेंट से नाम वापस ले लिया है। यह फैसला उनके लिए खास इसलिए भी है क्योंकि यह उन्हें वर्ष के दूसरे ग्रैंडस्लैम "फ्रेंच ओपन" की तैयारी करने का और अधिक समय देगा।
फ्रेंच ओपन में जोकोविच की नजरें अपने करियर की रिकॉर्ड 25वीं ग्रैंडस्लैम ट्रॉफी पर टिकी होंगी, जो उन्हें टेनिस इतिहास में और ऊंचाई पर ले जाएगा। रोम में मई महीने में खेले जाने वाले इस प्रतिष्ठित क्ले कोर्ट टूर्नामेंट से जोकोविच का हटना टेनिस प्रेमियों के लिए भले ही निराशाजनक हो, लेकिन खेल विशेषज्ञों का मानना है कि यह एक दूरदर्शी और सोची-समझी रणनीति है।
आयोजकों ने सोशल मीडिया के माध्यम से यह जानकारी दी और लिखा, अगले साल मिलते हैं, नोल। यह संकेत करता है कि जोकोविच पूरी तरह से फ्रेंच ओपन पर फोकस करना चाहते हैं, जहां उन्हें इतिहास रचने का एक और मौका मिलेगा।
लगातार हार और थकान का असर
37 वर्षीय जोकोविच का मौजूदा सीजन अब तक निराशाजनक रहा है। उनका जीत-हार का रिकॉर्ड 12-6 है, जो उनके जैसे दिग्गज खिलाड़ी के लिए सामान्य से काफी नीचे है। स्पेन के मैड्रिड ओपन में मातेओ आर्नाल्डी से हारने के बाद उन्होंने स्वीकार किया कि वह मानसिक और शारीरिक रूप से खुद को उस स्तर पर नहीं पा रहे हैं, जहां वह हमेशा से रहे हैं। उन्होंने कहा, 20 वर्षों के पेशेवर अनुभव के बाद, इस तरह की हारें मेरे लिए एक नई मानसिक चुनौती हैं।
जोकोविच का इटालियन ओपन से हटना सिर्फ थकान या फॉर्म की वजह से नहीं है, बल्कि इसकी एक बड़ी वजह फ्रेंच ओपन की तैयारी भी है। रोम में होने वाला इटालियन ओपन आमतौर पर फ्रेंच ओपन से ठीक पहले आता है, जो खिलाड़ियों के लिए क्ले कोर्ट पर खुद को परखने का अच्छा मौका होता है। लेकिन जोकोविच ने इस बार तैयारी की रणनीति बदलने का फैसला किया है। उनका ध्यान अब सिर्फ रोलां गैरों में रिकॉर्ड 25वां ग्रैंडस्लैम जीतने पर है।
चोटों से भी जूझ चुके हैं जोकोविच
हाल के वर्षों में जोकोविच को कई बार चोटों का सामना करना पड़ा है। पिछले साल वह फ्रेंच ओपन में हिस्सा नहीं ले सके थे क्योंकि उनके घुटने की सर्जरी हुई थी। इसके अलावा, इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलियन ओपन में भी वह पूरी तरह फिट नहीं थे और बीच में ही टूर्नामेंट छोड़ना पड़ा था। इन सभी कारणों से उन्होंने अब अपने कैलेंडर को सावधानीपूर्वक चुनना शुरू कर दिया है।
जोकोविच पहले ही कई बार यह स्पष्ट कर चुके हैं कि अब उनका ध्यान सिर्फ बड़े टूर्नामेंटों पर है, जहां वह इतिहास रच सकें। ATP रैंकिंग में अब वह पांचवें स्थान पर हैं, लेकिन उनका उद्देश्य सिर्फ नंबर एक बनना नहीं, बल्कि और ग्रैंडस्लैम खिताब अपने नाम करना है।
आगे क्या?
अब सबकी निगाहें 25 मई से शुरू हो रहे फ्रेंच ओपन पर टिकी हैं। क्या जोकोविच एक बार फिर से क्ले कोर्ट के राजा बन पाएंगे? क्या वह 25वां ग्रैंडस्लैम जीतकर नया इतिहास रचेंगे? यह तो समय ही बताएगा, लेकिन एक बात तय है जोकोविच ने इटालियन ओपन से हटकर यह साफ कर दिया है कि वह इस बार पूरी ताकत के साथ रोलां गैरों में उतरने वाले हैं।