मलेशिया मास्टर्स बैडमिंटन टूर्नामेंट में पुरुष एकल मुकाबलों में एचएस प्रणय और सतीश करुणाकरन ने जबरदस्त उलटफेर करते हुए जीत दर्ज की और दूसरे दौर में प्रवेश कर लिया। वहीं, दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू को बुधवार को महिला एकल के पहले दौर में हार का सामना करना पड़ा।
स्पोर्ट्स न्यूज़: मलेशिया मास्टर्स बैडमिंटन टूर्नामेंट में भारतीय खिलाड़ियों ने मिश्रित प्रदर्शन किया। जहां पुरुष एकल मुकाबलों में एचएस प्रणय और सतीश करुणाकरन ने बेहतरीन खेल दिखाते हुए दूसरे दौर में जगह बनाई, वहीं दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू को महिला एकल के पहले ही दौर में हार का सामना करना पड़ा और उनका खराब फॉर्म जारी रहा। भारतीय बैडमिंटन प्रेमियों के लिए यह दिन मिश्रित खुशी और निराशा लेकर आया।
एचएस प्रणय ने की जोरदार वापसी
पुरुष एकल मुकाबलों में एचएस प्रणय ने जापान के पांचवीं वरीयता प्राप्त खिलाड़ी केंटा निशिमोतो को कड़ी टक्कर दी और एक घंटे 22 मिनट तक चले मुकाबले में उन्हें 19-21, 21-17, 21-16 से मात देकर दूसरे दौर में प्रवेश किया। प्रणय ने अपने मजबूत सर्विस और बेहतरीन नेट गेम से विरोधी खिलाड़ी को दबाव में रखा। शुरुआती गेम गंवाने के बाद उन्होंने संयम और धैर्य से खेल को पलटा और लगातार दो गेम जीतकर मुकाबला अपने नाम किया।
प्रणय की यह जीत भारत के लिए काफी अहम मानी जा रही है क्योंकि उन्होंने दुनिया के शीर्ष खिलाड़ी के खिलाफ शानदार वापसी की है। इस जीत से उनका आत्मविश्वास भी काफी बढ़ा होगा, जो आने वाले मुकाबलों में उनकी मदद करेगा।
करुणाकरन ने भी किया जबरदस्त प्रदर्शन
एचएस प्रणय के बाद सतीश करुणाकरन ने भी तीसरी वरीयता प्राप्त चीनी ताइपे के चोउ टिएन चेन को महज 39 मिनट में 21-13, 21-14 से हराकर भारतीय बैडमिंटन के पुरुष वर्ग में तगड़ी उपस्थिति दर्ज कराई। करुणाकरन ने मैच की शुरुआत से ही आक्रामक खेल दिखाया और विरोधी खिलाड़ी को पलों में दबाव में ला दिया। उनके तगड़े स्मैश और तेज रिफ्लेक्स उनकी जीत का मुख्य कारण रहे।
यह करुणाकरन के करियर के लिए भी एक बड़ा मुकाम है क्योंकि उन्होंने विश्व के शीर्ष खिलाड़ियों को मात देकर अपनी प्रतिभा को साबित किया है। उनके इस प्रदर्शन से भारतीय टीम के लिए मलेशिया मास्टर्स में उम्मीदें और बढ़ गई हैं।
आयुष शेट्टी ने भी बढ़ाया भारत का मान
पुरुष एकल में भारतीय टीम का तीसरा नाम आयुष शेट्टी भी दूसरे दौर में पहुंचने में कामयाब रहा। उन्होंने कनाडा के ब्रायन यांग को कड़ी टक्कर देते हुए 20-22, 21-10, 21-8 से हराया। आयुष ने अपने तेज रिफ्लेक्स और सटीक शॉट्स से मैच को अपने पक्ष में मोड़ दिया। खास बात यह है कि आयुष ने दूसरे और तीसरे गेम में बेहतरीन खेल दिखाया, जिससे भारत को पुरुष एकल में तीन खिलाड़ियों की मजबूत उपस्थिति मिली है।
पीवी सिंधू की फॉर्म में निरंतर गिरावट
जहां पुरुष वर्ग में भारतीय खिलाड़ियों ने अपनी छाप छोड़ी, वहीं महिला एकल में पीवी सिंधू का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। वह वियतनाम की नगुयेन थियू लिंथ से 11-21, 21-14, 15-21 से हार गईं और मलेशिया मास्टर्स के पहले ही दौर में बाहर हो गईं। यह सिंधू के लिए निरंतर खराब फॉर्म की कहानी का नया अध्याय है।
सिंधू के खेल में पिछले कुछ महीनों से एक तरह की कमी नजर आ रही है। उनका फिजिकल फिटनेस और मानसिक स्थिति सवालों के घेरे में आ गई है। पहले गेम में उन्होंने अपना संतुलन गंवाया, हालांकि दूसरे गेम में वापसी की कोशिश की, लेकिन निर्णायक गेम में दबाव को सहन नहीं कर पाईं।