Aditya Birla Capital (ABCL) ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में मजबूत प्रदर्शन किया, जिससे इसके शेयरों में 5% की वृद्धि देखी गई। कंपनी का समेकित शुद्ध लाभ ₹865 करोड़ रहा, जो पिछली तिमाही की तुलना में 22% अधिक है, जबकि राजस्व में 13% की वृद्धि दर्ज की गई।
कंपनी ने अपने एनबीएफसी पोर्टफोलियो में सुरक्षित ऋणों की हिस्सेदारी बढ़ाकर 46% कर दी है, जिससे ऋण जोखिम में कमी आई है। इसके अलावा, व्यक्तिगत और उपभोक्ता ऋणों में उच्च मार्जिन के साथ बढ़ती मांग और गिरते ब्याज दरों के वातावरण ने कंपनी की लाभप्रदता को और मजबूत किया है।
आदित्य बिड़ला कैपिटल (ABCL) के शेयरों में हाल ही में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई है, जो कंपनी के चौथी तिमाही (Q4FY25) के मजबूत वित्तीय परिणामों का परिणाम है। कंपनी ने अपने एसेट क्वालिटी में सुधार, क्रेडिट कॉस्ट में कमी, और डिस्बर्समेंट्स तथा एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) में डबल डिजिट ग्रोथ की घोषणा की है। इन सकारात्मक संकेतों के चलते, विश्लेषकों ने कंपनी के शेयर के लिए लक्षित मूल्य में 6-9% की वृद्धि की है, जो ABCL की विकास क्षमता में उनके विश्वास को दर्शाता है।
कंपनी के एसेट मैनेजमेंट व्यवसाय में भी सकारात्मक प्रदर्शन देखा गया है, जिसमें म्यूचुअल फंड्स के औसत AUM में 15% की वार्षिक वृद्धि हुई है। इसके अलावा, व्यक्तिगत और उपभोक्ता ऋणों में उच्च मार्जिन के साथ बढ़ती मांग और गिरते ब्याज दरों के वातावरण ने कंपनी की लाभप्रदता को और मजबूत किया है।
NBFC सेक्टर में सिक्योर्ड लोन का दायरा बढ़ा
ABCL के नॉन-बैंकिंग फाइनेंसिंग (NBFC) सेक्शन ने FY22 से FY25 के बीच सिक्योर्ड लोन के हिस्से को 44% से बढ़ाकर 46% कर दिया है। सिक्योर्ड लोन बुक ने जबरदस्त 33% की वृद्धि दर दर्ज करते हुए 57,992 करोड़ रुपये के स्तर को छू लिया, जिससे न केवल लेंडिंग रिस्क में कमी आई है बल्कि क्रेडिट कॉस्ट भी नियंत्रण में रहा है।
साथ ही, NBFC डिवीजन की कुल AUM ने 32% की सालाना ग्रोथ के साथ 1,26,351 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि FY26 में यह ग्रोथ रेट 25% से भी ऊपर जा सकता है, खासतौर पर डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर मजबूत पकड़ के कारण, जो इस सेक्टर के विकास में एक नया आयाम जोड़ रही है।
पर्सनल और कंज्यूमर लोन सेगमेंट में फिलहाल गिरावट, लेकिन भविष्य में उम्मीदें बरकरार
FY25 में पर्सनल और कंज्यूमर लोन सेगमेंट का AUM 10.9% की गिरावट के साथ 15,532 करोड़ रुपये पर आ गया है। इसके चलते इस सेगमेंट का कुल AUM में हिस्सा दो साल पहले के 19% से घटकर अब 12% रह गया है। इस कमी का असर NBFC की यील्ड पर भी पड़ा, जो 60 बेसिस पॉइंट गिरकर 13.1% तक आ गई।
फिर भी कंपनी का मानना है कि यह सेगमेंट भविष्य में मजबूत वापसी करेगा। आगामी वर्षों में पर्सनल और कंज्यूमर लोन का कुल AUM में योगदान 20% तक पहुंचने की संभावना है, जिससे यील्ड और नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) में सुधार देखने को मिलेगा।
एसेट मैनेजमेंट डिवीजन ने FY25 में दिखाया दम, रेवेन्यू और प्रॉफिट में जबरदस्त बढ़त
कंपनी के एसेट मैनेजमेंट डिवीजन ने FY25 में दोनों—रेवेन्यू और प्रॉफिट बिफोर टैक्स—में मजबूत डबल-डिजिट ग्रोथ दर्ज की है। AMC बिजनेस की यह सफलता ABCL की प्रॉफिटेबिलिटी को और भी सुदृढ़ कर रही है।
बीमा क्षेत्र में भी मजबूती, लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस ने मारी तेजी
FY25 में कंपनी की लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस शाखाओं ने डबल-डिजिट प्रीमियम ग्रोथ दिखाते हुए बाज़ार में अपनी पकड़ मजबूत की। व्यक्तिगत पहले वर्ष के लाइफ प्रीमियम में ABCL की मार्केट शेयर 4.2% से बढ़कर 4.8% हो गई है, जबकि हेल्थ इंश्योरेंस में हिस्सेदारी 11.2% से बढ़कर 12.6% पहुंच गई है।
FY26 में ग्रोथ के नए अवसर, खासकर P&C लोन से मिलेगा फायदा
एमके ग्लोबल की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, FY26 में ABCL के सभी प्रमुख बिजनेस में निरंतर ग्रोथ और बेहतर प्रॉफिटेबिलिटी की उम्मीद है। गिरते ब्याज दर चक्र के बावजूद, कंपनी को हाई-मार्जिन प्रॉपर्टी एंड कैजुअल्टी (P&C) लोन से मजबूत ट्रैक्शन मिलने की संभावना है।