25 मई से सूर्य ग्रह अपनी चाल बदलते हुए चंद्रमा के नक्षत्र रोहिणी में प्रवेश कर जाएगा। यह परिवर्तन सभी राशियों के जीवन में विभिन्न प्रकार के प्रभाव लेकर आएगा, जिनमें से कुछ सकारात्मक होंगे तो कुछ राशियों के लिए यह समय चुनौतीपूर्ण भी साबित हो सकता है। ज्योतिष के अनुसार, मिथुन, तुला और कुंभ राशि के जातकों को इस बार सूर्य के नक्षत्र परिवर्तन के कारण विशेष सावधानी बरतनी होगी, क्योंकि इन तीन राशियों पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकता है।
आइए विस्तार से जानते हैं सूर्य के इस नक्षत्र परिवर्तन का सभी राशियों पर क्या प्रभाव पड़ सकता है और किन उपायों से इन प्रभावों को कम किया जा सकता है।
सूर्य का नक्षत्र परिवर्तन और इसका महत्व
सूर्य ग्रह का नक्षत्र परिवर्तन ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। सूर्य ऊर्जा का स्रोत है, जो जीवन में उर्जा, आत्मविश्वास और नेतृत्व की भावना देता है। जब सूर्य नक्षत्र परिवर्तन करता है तो उसकी ऊर्जा के स्वरूप में बदलाव आता है, जो व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं जैसे स्वास्थ्य, करियर, पारिवारिक जीवन और आर्थिक स्थिति पर गहरा असर डालता है। 25 मई को सूर्य का रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश सभी राशियों के लिए नए अवसर और चुनौतियां लेकर आएगा।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य का यह नक्षत्र परिवर्तन कुछ मुश्किलें लेकर आ सकता है। सूर्य राहु के नक्षत्र आर्द्रा से होकर रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश कर रहा है, जो मिथुन राशि के स्वामी बुध के शत्रु चंद्रमा के नक्षत्र में होगा। इस कारण धन हानि, वित्तीय अनिश्चितता और करियर में अड़चनें सामने आ सकती हैं। मिथुन राशि के लोगों को निवेश और खर्च के मामले में बेहद सतर्क रहने की जरूरत है। वैवाहिक जीवन में भी असमंजस और विवाद उत्पन्न हो सकते हैं, जिससे तनाव की स्थिति बन सकती है।
उपाय: मिथुन राशि के जातक सूर्य को जल का अर्घ्य करें। प्रतिदिन सूर्योदय के समय सूर्य को जल अर्पित करने से ग्रह दोषों में कमी आएगी और मन में स्थिरता बनी रहेगी।
तुला राशि
तुला राशि के लिए भी सूर्य का नक्षत्र परिवर्तन सहज नहीं होगा। रोहिणी नक्षत्र में सूर्य का प्रवेश अचानक जीवन में बड़े बदलाव ला सकता है। इस समय कुछ लोगों की सेहत कमजोर हो सकती है, खासतौर पर हृदय और तंत्रिका तंत्र से जुड़ी समस्याएं उभर सकती हैं। कार्यस्थल पर अनचाही परेशानियां और असमंजस हो सकते हैं। वाहन चलाते समय भी विशेष सावधानी आवश्यक है, क्योंकि दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है।
विदेशों में कार्यरत या विदेशी कंपनियों में काम करने वाले तुला राशि के लोगों को इस समय अपने कार्य में अतिरिक्त सतर्कता बरतनी होगी। पिता या परिवार के वरिष्ठ सदस्यों के साथ मतभेद हो सकते हैं, जिससे मनोवैज्ञानिक दबाव उत्पन्न हो सकता है।
उपाय: तुला राशि के जातक गुड़ का दान करें। गुड़ दान करने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है और नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए सूर्य का नक्षत्र परिवर्तन पारिवारिक और स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियां लेकर आएगा। इस दौरान माता के स्वास्थ्य में गिरावट और उनके साथ संबंधों में तनाव आ सकता है। मानसिक रूप से भी कुंभ राशि वाले अस्थिर महसूस कर सकते हैं। अचल संपत्ति से जुड़े मामलों में भी विवाद या तनाव हो सकता है, जिससे मानसिक शांति भंग हो सकती है। स्वास्थ्य की दृष्टि से हृदय और उदर से जुड़ी समस्याएं इस दौरान उभर सकती हैं। करियर में विरोधियों से सावधान रहने की आवश्यकता है, किसी पर अंधविश्वास न करें।
उपाय: कुंभ राशि के जातकों को जरूरतमंदों को धन दान करने की सलाह दी जाती है। इससे मानसिक शांति प्राप्त होती है और ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों में कमी आती है।
अन्य राशियों पर सूर्य के नक्षत्र परिवर्तन का प्रभाव
अन्य राशियों के लिए यह समय अपेक्षाकृत सामान्य रहेगा। हालांकि सभी जातकों को अपने स्वास्थ्य, आर्थिक स्थिति और संबंधों में थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है। नए कार्य प्रारंभ करने से पहले समय का ज्योतिषीय अध्ययन करना शुभ रहेगा। सूर्य की ऊर्जा से प्रेरणा लेकर अपने कार्यक्षेत्र में प्रगति के अवसर भी मिल सकते हैं। परिवार में मेलजोल बनाए रखना, जरूरतमंदों की सहायता करना और नियमित पूजा-पाठ करने से शुभ प्रभावों को बढ़ावा मिलेगा।