लिवर कैंसर एक गंभीर बीमारी है, जो खराब लाइफस्टाइल के कारण हो सकती है। समय रहते लक्षणों का ध्यान न देने पर स्थिति बिगड़ सकती है। जानिए लिवर कैंसर के लक्षण और इसे पहचानने के तरीके।
आज के समय में बदलती जीवनशैली, अनहेल्दी खानपान और बढ़ता तनाव हमारे शरीर पर गंभीर असर डाल रहा है। खासकर लिवर यानी यकृत पर, जो शरीर के सबसे अहम अंगों में से एक है। लिवर शरीर को डिटॉक्स करने, पाचन में मदद करने और जरूरी प्रोटीन बनाने का काम करता है। लेकिन जब यही लिवर कैंसर की चपेट में आ जाता है, तो यह शरीर के पूरे सिस्टम को बिगाड़ सकता है।
बीते कुछ सालों में लिवर कैंसर के मामले तेजी से बढ़े हैं। यह एक गंभीर बीमारी है, जिसमें लिवर की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं और ट्यूमर का रूप ले लेती हैं। शुरुआत में इसके लक्षण मामूली हो सकते हैं, लेकिन जैसे-जैसे बीमारी बढ़ती है, इसके लक्षण गंभीर हो जाते हैं। अगर समय रहते इसके संकेतों को पहचान लिया जाए तो इलाज संभव है और जान बचाई जा सकती है।
लिवर कैंसर के लक्षण: इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें
लिवर हमारे शरीर का बहुत ही जरूरी अंग है। यह शरीर से गंदगी बाहर निकालने, खाना पचाने और खून को साफ करने में मदद करता है। जब लिवर ठीक से काम करना बंद कर देता है या कैंसर जैसी गंभीर बीमारी हो जाती है, तो शरीर कई संकेत देता है। अगर हम इन संकेतों को समय रहते पहचान लें, तो इलाज आसान हो सकता है।
- बिना वजह वजन कम होना: अगर आपका वजन अचानक तेजी से कम हो रहा है, जबकि आपने न तो डाइट बदली है और न ही कोई एक्सरसाइज शुरू की है, तो यह चिंता की बात हो सकती है। यह लिवर कैंसर या लिवर से जुड़ी किसी गंभीर बीमारी का शुरुआती संकेत हो सकता है। इसे हल्के में न लें और डॉक्टर से जांच करवाएं।
- भूख कम लगना या जल्दी पेट भर जाना: अगर आपको भूख कम लगने लगी है या थोड़ी-सी खाने के बाद ही पेट भरा हुआ महसूस होता है, तो यह लिवर खराब होने का संकेत हो सकता है। जब लिवर सही से काम नहीं करता, तो यह पाचन को प्रभावित करता है, जिससे भूख कम लगती है। अगर ये लक्षण कई दिनों तक बने रहें, तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
- पेट के ऊपर दाहिने हिस्से में दर्द: लिवर शरीर के दाहिने ऊपरी हिस्से में होता है। अगर वहां बार-बार दर्द, भारीपन या असहजता महसूस होती है, तो यह लिवर में सूजन, संक्रमण या ट्यूमर का संकेत हो सकता है। ऐसे में तुरंत मेडिकल जांच करवाना जरूरी है।
- बार-बार उल्टी आना या मतली: अगर आपको बिना किसी खास कारण के बार-बार उल्टी आती है या जी मिचलाता है, तो यह लिवर की खराबी का लक्षण हो सकता है। जब लिवर टॉक्सिन्स को सही से बाहर नहीं निकाल पाता, तो शरीर इस तरह रिएक्ट करता है। यह लक्षण लंबे समय तक रहे, तो लिवर फंक्शन टेस्ट करवा लें।
- पेशाब का रंग गहरा होना: अगर आपका पेशाब सामान्य से ज्यादा गहरा पीला या भूरा दिख रहा है, तो यह संकेत हो सकता है कि लिवर खून को सही से फिल्टर नहीं कर पा रहा। इससे शरीर में बिलीरुबिन बढ़ने लगता है, जो पेशाब के रंग को बदल देता है।
- आंखों और त्वचा का पीला होना (पीलिया): पीलिया लिवर से जुड़ा सबसे आम लक्षण है। अगर आपकी आंखों की सफेदी या त्वचा पीली दिख रही है, तो यह गंभीर संकेत है। पीलिया का कारण लिवर की खराबी, हेपेटाइटिस या बिलीरुबिन की मात्रा बढ़ना हो सकता है। यह लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
- पेट में सूजन या फूला हुआ लगना: अगर बिना ज्यादा खाने के पेट फूला-फूला रहता है या उसमें सूजन दिखती है, तो यह लिवर में पानी भरने (ascites) की वजह से हो सकता है। यह लिवर सिरोसिस जैसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है।
- बार-बार बुखार और कमजोरी: अगर आपको बार-बार हल्का बुखार आता है और शरीर में कमजोरी महसूस होती है, तो यह लिवर इंफेक्शन का लक्षण हो सकता है। यह इम्यून सिस्टम की कमजोरी और लिवर की कार्यक्षमता घटने के कारण हो सकता है।
लिवर कैंसर के शुरुआती लक्षण समय पर पहचानना क्यों जरूरी है?
लिवर कैंसर एक गंभीर बीमारी है, लेकिन इसके शुरुआती लक्षण बहुत हल्के होते हैं। यही वजह है कि इसे अक्सर ‘साइलेंट किलर’ कहा जाता है। कई बार लोग थकान, भूख न लगना या वजन कम होने जैसे लक्षणों को मामूली समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन ये संकेत लिवर में किसी बड़ी गड़बड़ी का इशारा हो सकते हैं।
लिवर हमारे शरीर में खून को साफ करने, पाचन में मदद करने और ज़हरीले तत्वों को बाहर निकालने का काम करता है। जब लिवर में कैंसर होता है, तो ये सारे काम प्रभावित होने लगते हैं और शरीर में थकान, पेट दर्द, पीलापन, उल्टी जैसी समस्याएं नजर आने लगती हैं।
अगर इन लक्षणों को समय रहते पहचान लिया जाए और तुरंत डॉक्टर से जांच करवाई जाए, तो लिवर कैंसर की पहचान शुरुआती स्टेज में ही हो सकती है। शुरुआती इलाज से बीमारी को बढ़ने से रोका जा सकता है और मरीज की जान बचाई जा सकती है।
डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
अगर आपके शरीर में लगातार कुछ अजीब बदलाव हो रहे हैं — जैसे भूख कम लगना, वजन कम होना, पेट में सूजन या दर्द, त्वचा और आंखों का पीला पड़ना, पेशाब का रंग गहरा होना या बार-बार उल्टी आना — और ये लक्षण 7 से 10 दिन से ज्यादा समय तक बने हुए हैं, तो इसे नजरअंदाज बिल्कुल न करें। ये संकेत आपके लिवर की गंभीर समस्या की ओर इशारा कर सकते हैं। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से मिलना बहुत जरूरी है।
डॉक्टर आपकी समस्या को समझने के लिए कुछ जरूरी टेस्ट करवाने को कह सकते हैं:
- लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT): यह खून की जांच होती है जिससे पता चलता है कि लिवर ठीक से काम कर रहा है या नहीं।
- अल्ट्रासाउंड: इससे लिवर की बनावट और आकार का अंदाजा लगता है और यह देखा जा सकता है कि कहीं गांठ या ट्यूमर तो नहीं है।
- सीटी स्कैन (CT) या एमआरआई (MRI): यह स्कैन शरीर के अंदर की तस्वीरें दिखाता है, जिससे कैंसर का सही पता चलता है।
- बायोप्सी: इसमें लिवर के एक छोटे हिस्से की जांच की जाती है जिससे यह पक्का किया जा सके कि कैंसर है या नहीं।
लिवर को स्वस्थ रखने के लिए अपनाएं ये आसान उपाय
लिवर हमारे शरीर का एक बेहद जरूरी अंग है, जो खून को साफ करता है और पाचन में मदद करता है। अगर हम कुछ आदतें सुधार लें, तो लिवर को लंबे समय तक स्वस्थ रखा जा सकता है।
- शराब और धूम्रपान से दूर रहें: शराब और सिगरेट लिवर को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं। इनसे दूरी बनाकर आप लिवर की कई बीमारियों से बच सकते हैं।
- तैलीय और प्रोसेस्ड फूड कम खाएं: बहुत ज्यादा तला-भुना, फास्ट फूड या पैकेट वाला खाना लिवर पर दबाव डालता है। इसे कम करें।
- ताजे फल-सब्जियां खाएं: फ्रेश फल और सब्जियां लिवर को जरूरी पोषण देती हैं और उसे मजबूत बनाती हैं।
- नियमित हेल्थ चेकअप कराएं: हर 6 से 12 महीने में लिवर फंक्शन टेस्ट करवाएं, ताकि किसी समस्या की शुरुआत समय रहते पकड़ में आ सके।
- एक्टिव रहें: हर दिन थोड़ा टहलना, हल्की एक्सरसाइज करना लिवर को एक्टिव बनाए रखता है।
लिवर कैंसर एक गंभीर बीमारी है, लेकिन अगर हम उसके शुरुआती संकेतों को समय रहते पहचान लें, तो इसका इलाज संभव है। शरीर अगर कुछ अलग संकेत दे रहा है, तो उसे समझें और नजरअंदाज न करें।