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टैटू बनवाते समय रखें ये सावधानियां, वरना हो सकता है हेपेटाइटिस C का खतरा!

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टैटू बनवाने से Hep atitis C का खतरा हो सकता है, खासकर अगर सुइयों या उपकरणों का सही तरीके से इस्तेमाल न किया गया हो। यदि समय पर इलाज न कराया जाए, तो यह लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है। सुरक्षा उपायों का पालन करना जरूरी है।

आज के समय में टैटू बनवाना एक फैशन ट्रेंड बन गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि टैटू बनवाते वक्त अगर सही सावधानी न बरती जाए तो आप हेपेटाइटिस सी (Hepatitis C) जैसे गंभीर संक्रमण के शिकार हो सकते हैं? दरअसल, टैटू बनवाने में त्वचा की भीतरी परत (Dermis Layer) में स्याही इंजेक्ट की जाती है। अगर सुई या अन्य उपकरण साफ नहीं हैं या दोबारा इस्तेमाल किए जा रहे हैं, तो संक्रमित खून के जरिए खतरनाक बीमारियां फैल सकती हैं।

Hepatitis C वायरस (HCV) क्या होता है?

हेपेटाइटिस सी वायरस (HCV) एक ऐसा वायरस है जो इंसान के खून के जरिए शरीर में फैलता है और सीधे लीवर (जिगर) पर असर डालता है। जब यह वायरस शरीर में प्रवेश करता है, तो धीरे-धीरे लीवर को नुकसान पहुंचाने लगता है। अगर समय पर इलाज न हो तो यह बीमारी लीवर सिरोसिस (लीवर में घाव बनना), लीवर कैंसर और यहां तक कि लीवर फेलियर जैसी गंभीर समस्याएं भी पैदा कर सकती है।

हेपेटाइटिस सी वायरस आमतौर पर तब फैलता है जब कोई व्यक्ति संक्रमित खून के सीधे संपर्क में आता है। टैटू बनवाते समय अगर इस्तेमाल होने वाली सुई, इंक या उपकरण ठीक से साफ या सैनिटाइज न किए गए हों, तो वायरस के शरीर में जाने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इसलिए टैटू बनवाते समय साफ-सफाई का खास ध्यान रखना बेहद जरूरी है।

क्या केवल टैटू बनवाने से होता है Hepatitis C?

सिर्फ टैटू बनवाने से ही हेपेटाइटिस सी नहीं होता। यह वायरस कई और तरीकों से भी फैल सकता है। अगर आप किसी दूसरे व्यक्ति का इस्तेमाल किया हुआ रेजर या टूथब्रश शेयर करते हैं, तो भी संक्रमण का खतरा हो सकता है। इसके अलावा, अगर संक्रमित व्यक्ति के साथ असुरक्षित शारीरिक संबंध बनाए जाते हैं, तो भी हेपेटाइटिस सी फैलने की संभावना होती है, हालांकि इस तरीके से संक्रमण का जोखिम कम होता है।

टैटू बनवाते समय खतरा इसलिए ज्यादा होता है क्योंकि इस प्रक्रिया में त्वचा के अंदर सुई के जरिए स्याही डाली जाती है। अगर इस्तेमाल की गई सुई या उपकरण साफ नहीं हैं या पहले किसी संक्रमित व्यक्ति पर इस्तेमाल हुए हैं, तो वायरस फैलने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इसलिए टैटू बनवाते समय साफ-सफाई और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखना बहुत जरूरी है।

Hepatitis C के जोखिम कारक क्या हैं? 

Hepatitis C एक गंभीर वायरल संक्रमण है, जो तब फैलता है जब किसी स्वस्थ व्यक्ति का खून सीधे किसी संक्रमित खून के संपर्क में आ जाता है। इसके फैलने के कई प्रमुख कारण होते हैं:

  1. इंजेक्शन द्वारा ड्रग्स लेना: जब लोग नशे के लिए सुई और सिरिंज को आपस में साझा करते हैं, तो वायरस आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे में पहुंच सकता है। यह हेपेटाइटिस सी फैलने का सबसे बड़ा कारण है।
  2. असुरक्षित टैटू और पियर्सिंग: अगर टैटू या पियर्सिंग करवाते समय साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखा गया, जैसे कि गंदी सुई का इस्तेमाल हुआ, तो इससे भी वायरस का संक्रमण हो सकता है।
  3. खून चढ़ाना (ब्लड ट्रांसफ्यूजन): 1992 से पहले खून की जांच नहीं होती थी। उस समय संक्रमित खून चढ़ाए जाने से कई लोग हेपेटाइटिस सी से संक्रमित हो गए थे। आज के समय में खून चढ़ाने से पहले सख्त जांच की जाती है।
  4. हेमोडायलिसिस: जो लोग लंबे समय से डायलिसिस करवा रहे हैं, उनमें भी हेपेटाइटिस सी संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है और उपकरणों के जरिए संक्रमण फैल सकता है।

टैटू बनवाते समय इन जरूरी बातों का रखें ध्यान

आजकल टैटू बनवाना एक फैशन बन चुका है, लेकिन टैटू बनवाते समय कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है ताकि आप सुरक्षित रहें और किसी भी संक्रमण से बच सकें।

  • लाइसेंस प्राप्त टैटू आर्टिस्ट से टैटू बनवाएं: टैटू बनवाने से पहले हमेशा एक लाइसेंस प्राप्त और अनुभवी टैटू आर्टिस्ट से ही टैटू बनवाएं। ऐसा आर्टिस्ट यह जानता है कि टैटू बनाने में कौन सी सावधानियाँ जरूरी हैं, और इससे आपका जोखिम कम होगा।
  • साफ-सफाई पर ध्यान दें: टैटू बनवाने से पहले यह सुनिश्चित करें कि टैटू बनाने वाली जगह पूरी तरह से स्वच्छ और साफ हो। सभी उपकरण, जैसे सुई, पिगमेंट और मशीन, स्टरलाइज किए गए हों। इससे संक्रमण का खतरा कम होगा।
  • नई और सुरक्षित सुई का प्रयोग करें: टैटू बनवाते समय नई सुई और नए उपकरण का ही उपयोग करें। सुइयों को बार-बार इस्तेमाल करने से संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए यह जरूरी है कि आर्टिस्ट ने सीलबंद पैकेज से ही सुई निकाली हो।
  • टैटू के बाद देखभाल जरूरी है: टैटू के बाद उसकी देखभाल करना बहुत जरूरी है। टैटू के स्थान पर किसी भी प्रकार की खुजली या सूजन से बचने के लिए उसे 2 से 3 हफ्ते तक ठीक से ठीक होने के लिए छोड़ दें। साथ ही, टैटू पर पट्टी न जल्दी खोलें, ताकि उसकी सुरक्षा बनी रहे।
  • संक्रमण के लक्षण दिखने पर डॉक्टर से संपर्क करें: अगर टैटू के बाद आपको सूजन, दर्द, या मवाद जैसी कोई समस्या दिखती है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें। ऐसा न करने से संक्रमण बढ़ सकता है, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है।

Hepatitis C के लक्षण

हेपेटाइटिस C (HCV) का संक्रमण शुरू में बिना लक्षणों के रह सकता है, जिससे इसे पहचान पाना मुश्किल हो सकता है। हालांकि, कुछ सामान्य लक्षण हैं जिनसे आप इस बीमारी का अंदाजा लगा सकते हैं:

  • थकान और कमजोरी – बहुत ज्यादा थकान महसूस होना।
  • मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द – शरीर के विभिन्न हिस्सों में दर्द।
  • पेट दर्द और मतली – पेट में असहजता और उल्टी का अहसास।
  • भूख में कमी – खाने की इच्छा कम हो जाना।
  • गहरे रंग का मूत्र – मूत्र का रंग गहरा होना।
  • बुखार – हल्का बुखार आना।
  • त्वचा और आंखों का पीला पड़ना (पीलिया) – त्वचा और आंखों में पीलापन आना, जिसे पीलिया कहा जाता है।

डॉक्टर से कब मिलना चाहिए?

अगर आपने हाल ही में टैटू बनवाया है और आपको थकान, पेट दर्द, बुखार या त्वचा में पीलापन जैसे लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। HCV टेस्ट कराएं, ताकि संक्रमण का जल्दी पता चल सके और इलाज से गंभीर समस्याओं से बचा जा सके।

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