Chicago

Operation Sindoor: केंद्र सरकार की साइबर अलर्ट एडवाइजरी, जानें क्या करें और क्या न करें

🎧 Listen in Audio
0:00

भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने नागरिकों के लिए एक "क्या करें और क्या न करें" की सूची साझा की है, जिसका उद्देश्य सरकारी सेवाओं को अधिक पारदर्शी और नागरिकों के लिए सुलभ बनाना है।

नई दिल्ली: ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सोशल मीडिया पर अफवाहों और भ्रामक सूचनाओं की बाढ़ के बीच भारत सरकार का इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) सक्रिय हो गया है। मंत्रालय ने शुक्रवार को नागरिकों के लिए एक विशेष सावधानी संबंधी एडवाइजरी जारी की है, जिसका उद्देश्य साइबर सुरक्षा को मजबूत करना और गलत सूचनाओं की रोकथाम करना है।

मंत्रालय ने यह एडवाइजरी X (पूर्व में ट्विटर) और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से जारी की, जिसमें नागरिकों से आग्रह किया गया है कि वे सोशल मीडिया पर देशभक्ति, सतर्कता और जिम्मेदारी के साथ व्यवहार करें।

क्यों आई ये एडवाइजरी?

हाल ही में भारतीय सेना द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सोशल मीडिया पर तमाम प्रकार की खबरें और अफवाहें वायरल हो रही हैं। इनमें से कई जानकारियां असत्य, भ्रामक, और राष्ट्र सुरक्षा के लिए संवेदनशील मानी जा रही हैं। इन्हीं घटनाक्रमों के मद्देनज़र केंद्र सरकार ने यह कदम उठाया है, ताकि जनता अफवाहों के झांसे में न आए और डिजिटल माध्यमों पर भी राष्ट्रहित को प्राथमिकता दें।

MeitY की एडवाइजरी में क्या-क्या है?

सरकार की एडवाइजरी को दो हिस्सों में बांटा गया है — क्या करें और क्या न करें।

क्या करें

  • साइबर सुरक्षा उपाय अपनाएं: अपने डिवाइस को अपडेट रखें, पासवर्ड सुरक्षित रखें और संदिग्ध वेबसाइटों या लिंक पर क्लिक करने से बचें।
  • खबरों की सत्यता जांचें: किसी भी जानकारी को साझा करने से पहले उसकी पुष्टि करें। इसके लिए PIB Fact Check या अन्य विश्वसनीय फैक्ट-चेकिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग करें।
  • सरकारी जानकारी आगे बढ़ाएं: राहत, सलाह और सहायता से जुड़ी सरकारी सूचनाओं को आगे बढ़ाकर सही जानकारी को आम लोगों तक पहुंचाएं।
  • सोशल मीडिया पर जिम्मेदारी से व्यवहार करें: देशहित को ध्यान में रखते हुए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करें और भावनात्मक पोस्ट्स से बचें।

क्या न करें

  • सेना की संवेदनशील जानकारी साझा न करें: जैसे तैनाती, ऑपरेशन की रणनीति या लोकेशन जैसी जानकारियों को पोस्ट करना सख्त वर्जित है।
  • अप्रमाणिक खबरें फॉरवर्ड न करें: "सुना है", "कहा जा रहा है" जैसी सूचनाओं को बिना पुष्टि के साझा न करें।
  • उत्तेजक या भड़काऊ सामग्री न फैलाएं: कोई भी पोस्ट जो दंगे, हिंसा या साम्प्रदायिक तनाव को बढ़ावा दे सकता है, उसे पोस्ट या फॉरवर्ड करने से बचें।
  • फर्जी खबरों को नजरअंदाज न करें: यदि आपको कोई संदिग्ध सूचना मिलती है, तो उसकी रिपोर्ट करें।

फेक न्यूज की रिपोर्ट ऐसे करें

सरकार ने स्पष्ट कहा है कि यह हर भारतीय नागरिक की नैतिक और सामाजिक जिम्मेदारी है कि वह राष्ट्र के हितों की रक्षा करे, विशेषकर डिजिटल दुनिया में, जहां अफवाहें पलभर में फैल सकती हैं।

क्यों है यह एडवाइजरी महत्वपूर्ण?

ऑपरेशन सिंदूर जैसे सैन्य अभियानों से जुड़ी जानकारी अक्सर राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी होती है। ऐसे में सोशल मीडिया पर की गई एक छोटी सी गलती भी सेना की योजना या जवानों की सुरक्षा को खतरे में डाल सकती है। इसके अलावा, गलत सूचना समाज में डर, भ्रम और अस्थिरता पैदा कर सकती है। यह एडवाइजरी सिर्फ तकनीकी उपायों की बात नहीं करती, बल्कि यह लोगों को सचेत नागरिक बनने की प्रेरणा देती है। यह डिजिटल इंडिया के उस सपने की रक्षा करती है, जहां इंटरनेट जानकारी का साधन हो, अफवाहों का नहीं।

Leave a comment