13 जून 2025, शुक्रवार का दिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत शुभ माना जा रहा है। इस दिन आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है। ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार आज का दिन विशेष योगों, नक्षत्रों और ग्रह स्थिति के चलते अध्यात्म और सौभाग्य प्राप्ति के लिए महत्वपूर्ण है। आइए जानते हैं आज के पंचांग, शुभ-अशुभ समय, ग्रहों की चाल, विशेष उपाय और इस दिन क्या करें व क्या न करें।
13 जून 2025 का पंचांग (Aaj Ka Panchang)
- तिथि: आषाढ़ कृष्ण द्वितीया (प्रारंभ: 12 जून को दोपहर 2:27 बजे से, समाप्त: 13 जून को दोपहर 3:18 बजे तक)
- वार: शुक्रवार
- नक्षत्र: पूर्वाषाढ़ा
- योग: शुक्ल योग
- सूर्योदय: सुबह 5:23 बजे
- सूर्यास्त: शाम 7:19 बजे
- चंद्रोदय: रात 9:24 बजे
- चंद्रास्त: सुबह 6:23 बजे
- चंद्र राशि: धनु
राहुकाल व अशुभ समय (Aaj Ka Rahukal)
- राहुकाल: सुबह 10:37 से दोपहर 12:21 तक
- यमगण्ड काल: दोपहर 3:51 से शाम 5:35 तक
- गुलिक काल: सुबह 8:52 से 10:36 तक
- भद्रा काल: अगले दिन सुबह 5:23 तक प्रभावी
- आडल योग: सुबह 5:23 से रात 11:21 तक
- विडाल योग: रात 11:21 से 14 जून सुबह 5:23 तक
ग्रहों की स्थिति (Graha Gochar 13 June 2025)
- सूर्य: वृषभ
- चंद्रमा: धनु
- मंगल: सिंह
- बुध: मिथुन
- गुरु (बृहस्पति): मिथुन
- शुक्र: मेष
- शनि: मीन
- राहु: कुंभ
- केतु: सिंह
ग्रहों की यह स्थिति इस दिन को संयम और ऊर्जा का संगम बना रही है। विशेष रूप से शुक्र और गुरु की स्थिति विवाह, प्रेम और व्यापार के लिए अनुकूल मानी जा रही है।
शुभ योग और महत्त्वपूर्ण संयोग
13 जून को शुक्ल योग और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र का संगम हो रहा है। ये दोनों ही सफलता और समृद्धि दिलाने वाले योग माने जाते हैं। शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी और शुक्र देव को समर्पित होता है, इसलिए वित्तीय निवेश, सौंदर्य प्रसाधन की खरीदारी, और वाहन/गहनों की खरीद के लिए यह दिन अत्यंत शुभ है।
क्या करें (Aaj Kya Kare)
- लक्ष्मी पूजन करें: इस दिन मां लक्ष्मी को सफेद पुष्प, पीली कौड़ी और केसर से भोग अर्पित करें। लक्ष्मी सूक्त या कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें।
- पीली कौड़ी तिजोरी में रखें: लक्ष्मी जी को अर्पित की गई पीली कौड़ी को तिजोरी या धन स्थान में रखने से समृद्धि बनी रहती है।
- सुगंधित स्नान करें: जल में गुलाब जल, चंदन या इत्र डालकर स्नान करें, इससे शुक्र मजबूत होता है और आकर्षण शक्ति बढ़ती है।
- नवीन कार्य आरंभ करें: नए व्यवसाय, खरीदारी या योजना की शुरुआत के लिए दोपहर 12:30 बजे के बाद का समय उत्तम है।
- दान पुण्य करें: सफेद मिठाई, दूध, चावल का दान करना अत्यंत शुभ फलदायी माना जाता है।
क्या न करें (Aaj Kya Na Kare)
- राहुकाल में यात्रा न करें: सुबह 10:37 से 12:21 के बीच कोई नई योजना या कार्य न आरंभ करें।
- शाम को झाड़ू न लगाएं: शुक्रवार को सूर्यास्त के बाद झाड़ू लगाने से मां लक्ष्मी का वास समाप्त होता है।
- नमक का दान न करें: शाम के समय नमक का दान वर्जित है। इससे शुक्र कमजोर होता है और वैवाहिक जीवन में अशांति आती है।
- विवादों से बचें: चंद्रमा धनु राशि में है, जिससे कुछ लोगों में भावनात्मक असंतुलन आ सकता है। अनावश्यक वाद-विवाद से बचें।
शुक्रवार का आध्यात्मिक महत्व
शुक्रवार को मां लक्ष्मी, शुक्र ग्रह और संतोषी माता की पूजा विशेष लाभ देती है। जिनकी कुंडली में शुक्र अशुभ हो या वैवाहिक जीवन में समस्याएं आ रही हों, वे इस दिन सफ़ेद रंग की वस्तुएं, जैसे कि चावल, दूध, मिश्री का दान करें और सुगंधित वस्तुओं का प्रयोग करें।
विशेष ज्योतिषीय सुझाव
- वृषभ राशि वालों के लिए आज का दिन निवेश के लिए बेहतरीन है।
- कन्या और मकर राशि वालों को नए कार्य में सफलता मिलेगी।
- कर्क राशि वालों को भावनात्मक संतुलन बनाए रखने की सलाह दी जाती है।
- तुला और मीन राशि के जातक प्रेम-संबंधों में सकारात्मक बदलाव महसूस करेंगे।
13 जून 2025 का दिन धार्मिक और ज्योतिषीय रूप से अत्यंत शुभ है। शुक्र, पूर्वाषाढ़ा और शुक्ल योग का मिलन इसे विशेष बनाता है। सही समय और विधि से पूजन, दान और कार्य आरंभ करने से निश्चित रूप से शुभ फल प्राप्त होंगे। बस राहुकाल और अशुभ समय का ध्यान रखते हुए दिन की शुरुआत करें, और मां लक्ष्मी की कृपा से आपका दिन सुनहरा बन सकता है।