ईरान ने इजराइल पर बैलिस्टिक मिसाइल से पलटवार किया है। हमला बीर शेबा के सोरोका मेडिकल सेंटर पर हुआ, जिससे अस्पताल को भारी क्षति पहुंची है।
Iran Israel conflict: ईरान और इजराइल के बीच जारी टकराव अब और उग्र हो गया है। इजराइल द्वारा की गई सैन्य कार्रवाई के जवाब में ईरान ने अब सीधा हमला किया है। इस बार ईरान ने बैलिस्टिक मिसाइलों के ज़रिए इजराइल के कई शहरों को निशाना बनाया है। इनमें सबसे बड़ा झटका तब लगा जब इजराइल के दक्षिणी हिस्से में स्थित एक बड़े अस्पताल, सोरोका मेडिकल सेंटर पर हमला हुआ।
सोरोका मेडिकल सेंटर को बनाया गया निशाना
ईरान द्वारा दागी गई मिसाइलों में से एक ने बीर शेबा शहर में स्थित सोरोका मेडिकल सेंटर को सीधे तौर पर नुकसान पहुंचाया। यह अस्पताल दक्षिण इजराइल का प्रमुख चिकित्सा केंद्र है, जो लगभग 10 लाख लोगों को सेवाएं प्रदान करता है। अस्पताल प्रशासन ने पुष्टि की है कि मिसाइल हमले में उसकी इमारत के कई हिस्सों को गंभीर क्षति हुई है। कई लोग घायल हुए हैं और अस्पताल ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे फिलहाल इलाज के लिए अस्पताल न आएं।
इजराइल ने की हमले की पुष्टि
इजराइल के विदेश मंत्रालय ने हमले की पुष्टि करते हुए कहा है कि ईरान ने हाल ही में बीर शेबा में स्थित सोरोका अस्पताल पर बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया है। मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इजराइल अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाएगा। यह हमला न केवल एक सैन्य चेतावनी है, बल्कि मानवीय नियमों का भी उल्लंघन माना जा रहा है।
अस्पताल के 1,000 बेड पर पड़ा असर
सोरोका मेडिकल सेंटर की वेबसाइट के अनुसार, यह अस्पताल 1,000 से अधिक बिस्तरों की क्षमता रखता है और पूरे दक्षिणी इजराइल में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता है। इस हमले से न केवल वहां का इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षतिग्रस्त हुआ है, बल्कि सामान्य चिकित्सा सेवाएं भी ठप हो गई हैं। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि वह इमरजेंसी मामलों को ही देख पा रहा है और कई मरीजों को अन्य चिकित्सा केंद्रों में स्थानांतरित किया गया है।
क्या है बैलिस्टिक मिसाइल?
बैलिस्टिक मिसाइल एक लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइल होती है, जिसे दुश्मन के किसी खास ठिकाने को निशाना बनाकर दागा जाता है। यह मिसाइलें अपने टारगेट तक पहुंचने से पहले पृथ्वी की कक्षा में प्रवेश करती हैं और फिर तेज़ी से नीचे गिरती हैं। इस तकनीक का उपयोग अधिकतर सैन्य ठिकानों और रणनीतिक संरचनाओं को नष्ट करने के लिए किया जाता है। इस बार ईरान ने इसका उपयोग अस्पताल जैसी सिविल संरचना के खिलाफ किया, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी निंदा हो रही है।
ईरान की रणनीति में बदलाव
ईरान के इस काउंटर अटैक को विशेषज्ञ इजराइल को स्पष्ट संदेश मान रहे हैं। पहले जहां ईरान प्रत्यक्ष युद्ध से दूरी बनाए हुए था, अब वह खुले तौर पर सैन्य ठिकानों के साथ-साथ सिविल संरचनाओं को भी निशाना बना रहा है। यह इशारा करता है कि आने वाले समय में दोनों देशों के बीच तनाव और गहराने वाला है।
इजराइल ने अपने नागरिकों को सतर्क रहने और बंकरों में सुरक्षित रहने की सलाह दी है। देश की एयर डिफेंस यूनिट को हाई अलर्ट पर रखा गया है और प्रमुख शहरों में सैन्य तैनाती बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही, इजराइल की खुफिया एजेंसियां यह जांच कर रही हैं कि ईरान की अगली कार्रवाई किस दिशा में हो सकती है।