भारतीय महिला हॉकी टीम ने एफआईएच प्रो लीग के एक रोमांचक मुकाबले में शानदार जुझारूपन दिखाया, लेकिन अंततः उन्हें ऑस्ट्रेलिया के हाथों 2-3 से हार का सामना करना पड़ा।
स्पोर्ट्स न्यूज़: एफआईएच प्रो लीग 2025 के मुकाबले में भारतीय महिला हॉकी टीम ने भले ही दमदार संघर्ष किया हो, लेकिन अंतिम क्षणों की चूक ने एक बार फिर जीत की दहलीज पर पहुंचकर हार का स्वाद चखा दिया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए इस रोमांचक मैच में भारत को 2-3 से हार झेलनी पड़ी, जबकि चौथे क्वार्टर में भारत ने शानदार वापसी करते हुए बराबरी के कई मौके बनाए थे।
इस हार के बाद एक बार फिर भारतीय टीम के मिडफील्ड और फिनिशिंग पर सवाल खड़े हो गए हैं। हालांकि, यह भी कहा जा सकता है कि मुकाबले में खिलाड़ियों ने वापसी का जो माद्दा दिखाया, वह काबिल-ए-तारीफ रहा।
शुरुआत धीमी, लेकिन संघर्ष दमदार
मैच की शुरुआत दोनों टीमों ने सतर्कता से की। पहले क्वार्टर में दोनों टीमें गोल नहीं कर पाईं, हालांकि ऑस्ट्रेलिया ने कुछ आक्रामक प्रयास किए जिन्हें भारतीय डिफेंडरों ने नाकाम कर दिया। नौवें मिनट में ऑस्ट्रेलिया को पहला पेनाल्टी कॉर्नर मिला था, लेकिन भारत की डिफेंस लाइन ने इस पर बेहतरीन बचाव किया।भारत ने भी कुछ अच्छे मूव बनाए, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई गोलकीपर एलीशा पावर ने शानदार रिफ्लेक्स दिखाते हुए गोल होने से रोक दिया।
दूसरे क्वार्टर की शुरुआत होते ही ऑस्ट्रेलिया की कोर्टनी शोनेल ने 16वें मिनट में पहला गोल दागा और टीम को बढ़त दिलाई। इसके बाद 26वें मिनट में लेक्सी पिकरिंग ने स्कोर को 2-0 कर दिया। भारतीय मिडफील्ड इस क्वार्टर में पूरी तरह दबाव में नजर आई। तीसरे क्वार्टर में भी ऑस्ट्रेलिया ने आक्रामक रुख बनाए रखा। 35वें मिनट में टैटम स्टीवर्ट ने पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में बदलते हुए स्कोर को 3-0 कर दिया। इस वक्त तक लग रहा था कि भारत को एकतरफा हार का सामना करना पड़ेगा।
भारत की जोरदार वापसी, लेकिन किस्मत ने दिया धोखा
चौथे क्वार्टर में भारतीय टीम ने नया जोश दिखाया। 45वें मिनट में भारत को पहला पेनाल्टी कॉर्नर मिला और दीपिका ने इसे गोल में बदलकर टीम की उम्मीदों को जिंदा कर दिया। इसके बाद भारत ने ऑस्ट्रेलिया के डिफेंस पर लगातार दबाव बनाया और कुछ ही मिनटों में दो और पेनाल्टी कॉर्नर अर्जित किए, लेकिन इन्हें गोल में नहीं बदला जा सका।
52वें मिनट में भारत को एक और मौका मिला और इस बार नेहा ने रिबाउंड से गोल कर स्कोर को 2-3 कर दिया। अंतिम दो मिनटों में भारत को बराबरी का सुनहरा अवसर मिला जब टीम को एक और पेनाल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई डिफेंस ने उसे भी रोक दिया।
कोच और खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया
मैच के बाद भारतीय कोच ने कहा, टीम ने शानदार वापसी की लेकिन आखिरी समय में निर्णय लेने में जल्दबाजी और अनुभव की कमी ने नुकसान पहुंचाया। हमें इस पर काम करना होगा। वहीं मिडफील्डर नेहा ने कहा, हमने आखिरी समय तक हार नहीं मानी। कुछ मौके चूके, लेकिन अगली बार इससे बेहतर प्रदर्शन करने का पूरा प्रयास रहेगा।
मैच की प्रमुख बातें
- गोल स्कोरर (भारत): दीपिका (पेनाल्टी कॉर्नर), नेहा (रिबाउंड)
- गोल स्कोरर (ऑस्ट्रेलिया): कोर्टनी शोनेल (16'), लेक्सी पिकरिंग (26'), टैटम स्टीवर्ट (35')
- पेनाल्टी कॉर्नर (भारत): कुल 5, गोल में बदले: 2
- फाइनल स्कोर: भारत 2 - 3 ऑस्ट्रेलिया
इस हार से भारत को यह सीख मिलती है कि अच्छा डिफेंस और मिडफील्ड होने के बावजूद मैच आखिरी मिनटों में छिन सकता है अगर फिनिशिंग मजबूत न हो। पेनाल्टी कॉर्नर पर बेहतर रूपांतरण और प्रेशर सिचुएशन में निर्णय लेने की क्षमता आने वाले मुकाबलों के लिए जरूरी होगी।