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मुंबई टी20: मराठा रॉयल्स बनी चैंपियन, श्रेयस अय्यर की किस्मत फिर रूठी - 10 दिन में दूसरा फाइनल गंवाया

मुंबई टी20: मराठा रॉयल्स बनी चैंपियन, श्रेयस अय्यर की किस्मत फिर रूठी - 10 दिन में दूसरा फाइनल गंवाया

कप्तान श्रेयस अय्यर के लिए बीते दो हफ्ते किसी बुरे सपने से कम नहीं रहे हैं। पहले आईपीएल 2025 के फाइनल में उनकी टीम को हार का सामना करना पड़ा और अब एक बार फिर वे एक और बड़े फाइनल मुकाबले में शिकस्त झेल बैठे हैं।

स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय क्रिकेट के चमकते सितारे श्रेयस अय्यर एक बार फिर फाइनल मुकाबले में जीत से चूक गए हैं। पिछले दो हफ्तों में दो बड़े फाइनल, दो टीमों की अगुवाई और दोनों ही मौकों पर हार, ये सिलसिला अब क्रिकेट फैंस और विशेषज्ञों को भी सोचने पर मजबूर कर रहा है कि क्या अय्यर 'फाइनल प्रेशर' झेल नहीं पा रहे?

एक तरफ जहां 3 जून को हुए IPL 2025 फाइनल में बतौर पंजाब किंग्स के कप्तान अय्यर को RCB के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था, वहीं अब T20 मुंबई लीग 2025 के फाइनल में उन्होंने अपनी टीम सोबो मुंबई फाल्कन्स की कप्तानी करते हुए मुंबई साउथ सेंट्रल मराठा रॉयल्स के सामने घुटने टेक दिए। मराठा रॉयल्स ने इस मुकाबले में 5 विकेट से जीत दर्ज कर खिताब अपने नाम कर लिया।

वानखेड़े में हुआ महामुकाबला, पर अय्यर फिर रहे फीके

फाइनल मुकाबला मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया जहां मराठा रॉयल्स के कप्तान सिद्धेश लाड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फ़ैसला किया। उनका यह निर्णय शुरुआत से ही सही साबित हुआ क्योंकि सोबो मुंबई की टीम पॉवरप्ले में ही दबाव में आ गई थी। टीम ने 6 ओवर के भीतर 33 रन पर 2 विकेट गंवा दिए। सलामी बल्लेबाज़ अंगकृष रघुवंशी और इशान मूलचंदानी ने खास प्रदर्शन नहीं किया। रघुवंशी सिर्फ 7 रन बनाकर आउट हो गए, वहीं मूलचंदानी ने 20 रन की पारी खेली।

फिर फ्लॉप हुए कप्तान अय्यर

श्रेयस अय्यर पर टीम को संकट से बाहर निकालने की जिम्मेदारी थी, लेकिन उन्होंने फाइनल में एक बार फिर निराश किया। पहले IPL फाइनल में भी अय्यर अहम समय पर बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे थे और अब इस मुकाबले में भी उन्होंने सिर्फ 12 रन बनाए। 12वें ओवर में वह कैच देकर आउट हो गए, जिससे टीम की कमर टूटती नजर आई।

हालांकि, इसके बाद मयूरेश टंडेल और हर्ष अघव ने मोर्चा संभाला और टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। दोनों ने 85 रन की साझेदारी कर टीम को 20 ओवर में 157/4 के स्कोर तक पहुंचा दिया। टंडेल ने 32 गेंदों में नाबाद 50 रन बनाए, जबकि अघव ने 28 गेंदों में नाबाद 45 रन जोड़े।

मराठा रॉयल्स का जवाब—संघर्ष के बाद शानदार जीत

लक्ष्य का पीछा करने उतरी मराठा रॉयल्स की टीम ने शुरुआत संभलकर की, लेकिन बीच के ओवरों में उनकी पारी कुछ डगमगाई। हालांकि, चिन्मय राजेश सुतार और अवैस खान नौशाद ने बीच के ओवरों में जरूरी तेजी लाई। सुतार ने 53 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली, जिसमें उन्होंने बेहतरीन टाइमिंग और स्किल का प्रदर्शन किया। वहीं अवैस खान ने 38 रन की तेज पारी खेलते हुए टीम को लक्ष्य के और करीब पहुंचा दिया। अंततः मराठा रॉयल्स ने 19.2 ओवर में 158 रन बनाकर खिताब पर कब्जा कर लिया।

श्रेयस अय्यर के लिए ये हार सिर्फ एक और फाइनल में मिली शिकस्त नहीं है, बल्कि उनकी कप्तानी को लेकर उठते सवालों की नींव बन सकती है। जहां एक ओर अय्यर की तकनीकी बल्लेबाज़ी और नेतृत्व क्षमता की सराहना होती रही है, वहीं बार-बार बड़े मैचों में फ्लॉप होना उनके लिए खतरे की घंटी बनता जा रहा है।

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