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WTC Final 2025: 27 साल बाद आईसीसी ट्रॉफी जीतकर दक्षिण अफ्रीका ने रचा इतिहास, ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से रौंदा

WTC Final 2025: 27 साल बाद आईसीसी ट्रॉफी जीतकर दक्षिण अफ्रीका ने रचा इतिहास, ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से रौंदा

आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 (WTC Final 2025) का खिताब दक्षिण अफ्रीका ने अपने नाम कर लिया है। लंदन के लॉर्ड्स मैदान पर खेले गए फाइनल मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराया।

स्पोर्ट्स न्यूज़: क्रिकेट इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है। दक्षिण अफ्रीका ने 2025 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराकर पहली बार WTC ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। यह जीत केवल एक खिताब नहीं, बल्कि 27 साल की प्रतीक्षा का अंत भी है। इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने आखिरी बार 1998 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। इस ऐतिहासिक फाइनल में हीरो बने सलामी बल्लेबाज़ एडन मार्करम, जिन्होंने नाबाद 136 रनों की अविस्मरणीय पारी खेली।

मैच का पूरा हाल 

ओवल के ऐतिहासिक मैदान पर खेले गए फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। कंगारू टीम की शुरुआत सधी हुई थी लेकिन दक्षिण अफ्रीका के तेज़ गेंदबाज़ों ने उन्हें खुलकर खेलने नहीं दिया। कगिसो रबाडा ने एक बार फिर अपने अनुभव का लोहा मनवाया और 5 विकेट झटककर ऑस्ट्रेलिया को 212 रनों पर समेट दिया। स्मिथ ने सर्वाधिक 66 रन बनाए, लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरते रहे।

जवाब में दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत बेहद खराब रही। टीम 138 रनों पर सिमट गई। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने घातक गेंदबाज़ी करते हुए 6 विकेट झटके। इस तरह ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 74 रनों की बढ़त हासिल कर मैच पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली थी। हालांकि दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया का शीर्ष क्रम लड़खड़ा गया। दक्षिण अफ्रीका की गेंदबाज़ी इकाई ने शानदार वापसी की और ऑस्ट्रेलिया को 207 रनों पर रोक दिया। इस बार एनरिक नॉर्खिया और केशव महाराज की जोड़ी ने मिलकर कहर बरपाया। नॉर्खिया को तीन जबकि महाराज को दो विकेट मिले।

दक्षिण अफ्रीका के सामने 282 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य था। शुरुआत खराब रही— ओपनर रियान रिकल्टन सिर्फ 6 रन बनाकर पवेलियन लौटे। वियान मुल्डर ने जरूर 27 रन जोड़कर कुछ राहत दी, लेकिन असली साझेदारी एडन मार्करम और कप्तान टेंबा बावुमा के बीच हुई। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 147 रन जोड़कर टीम को मुश्किल से बाहर निकाला। बावुमा ने संयमित अंदाज़ में 66 रन बनाए, लेकिन जब वह आउट हुए तो मैच फंसा हुआ था। 

तब तक मार्करम सेट हो चुके थे। उन्होंने 207 गेंदों में 14 चौकों की मदद से 136 रनों की बेमिसाल पारी खेली और टीम को जीत की दहलीज़ तक पहुंचाया। जब वह आउट हुए, तब जीत के लिए सिर्फ 6 रन बाकी थे।

जीत का क्षण और जश्न की लहर

दक्षिण अफ्रीका ने 5 विकेट के नुकसान पर 282 रनों का लक्ष्य हासिल कर लिया। जैसे ही विजयी रन बना, टीम के खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ में खुशी की लहर दौड़ गई। खिलाड़ियों ने मैदान पर दौड़ लगाई और गले मिलकर 27 साल के सूखे को समाप्त करने की खुशी मनाई। यह जीत दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गई है। 

एक ऐसी टीम जो कई बार ICC नॉकआउट में फिसल गई थी, इस बार पूरे आत्मविश्वास और एकजुटता के साथ ट्रॉफी तक पहुंची। कप्तान टेंबा बावुमा ने मैच के बाद कहा, यह सिर्फ एक जीत नहीं, बल्कि पूरे देश की भावनाओं की जीत है। यह ट्रॉफी हर उस प्रशंसक के नाम है जो हमारे साथ खड़ा रहा।

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