एनएसई ने अपने आईपीओ के संबंध में सरकार से संपर्क करने की खबरों का खंडन किया। कंपनी ने कहा कि पिछले 30 महीनों से कोई बातचीत नहीं हुई है। जानें पूरा विवरण।
NSE IPO: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने हाल ही में अपने आईपीओ (Initial Public Offering) को लेकर मीडिया में आई खबरों का खंडन किया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, NSE ने सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड (SEBI) से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए वित्त मंत्रालय से मदद मांगी थी। हालांकि, NSE ने साफ किया कि वह पिछले 30 महीनों में इस मुद्दे पर भारत सरकार से किसी भी प्रकार की बातचीत नहीं कर रहा है।
NSE का IPO: लंबी प्रक्रिया और कई बाधाएं
एनएसई का आईपीओ वर्ष 2016 से लंबित है। दुनिया के सबसे बड़े डेरिवेटिव एक्सचेंज के सार्वजनिक होने का इंतजार किया जा रहा है। हालांकि, कानूनी और शासन से जुड़ी समस्याओं के कारण इसकी मंजूरी में देरी हो रही है। इस समय, NSE का प्रमुख प्रतिद्वंदी बीएसई पहले ही लिस्टेड हो चुका है, और अगर NSE भी बाजार में सूचीबद्ध होता है, तो यह कई प्रमुख निवेशकों को बाहर कर सकता है, जिनमें भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC), भारतीय स्टेट बैंक (SBI), और मॉर्गन स्टेनली जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
NSE ने खंडन किया मीडिया रिपोर्ट्स को
रॉयटर्स ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि NSE ने मार्च में SEBI से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) के लिए आवेदन किया था, और जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वित्त मंत्रालय से मदद मांगी।
हालांकि, NSE ने इन रिपोर्ट्स का खंडन करते हुए कहा कि पिछले 30 महीनों में उन्होंने किसी भी सरकारी एजेंसी से संपर्क नहीं किया है।
क्या है SEBI की चिंता?
SEBI के चेयरमैन तुहिन कांत पांडे ने कहा था कि बोर्ड की प्राथमिकता जनहित पर है और कमर्शियल हितों की तुलना में ये अधिक अहम है। SEBI को कुछ गवर्नेंस संबंधी मुद्दों पर चिंताएं थीं, जैसे कि बोर्ड के चेयरमैन की नियुक्ति में देरी। जब तक इन मुद्दों का समाधान नहीं होता, तब तक NSE के आईपीओ को मंजूरी नहीं दी जा सकती है।
NSE का दावा: पहले भी मांगी थी सरकार से मदद
हालांकि NSE ने हाल की रिपोर्ट्स से इनकार किया है, लेकिन रॉयटर्स के मुताबिक, NSE ने पहले भी सरकार से समर्थन मांगा था। नवंबर 2019, 2020 में दो बार और अगस्त 2024 में भी NSE ने सरकार से सहायता के लिए संपर्क किया था।
क्या आगे बढ़ेगा NSE का IPO?
एनएसई का आईपीओ अभी भी कई नियामक चिंताओं से घिरा हुआ है। SEBI और अन्य संबंधित अधिकारियों के बीच कुछ मसलों का समाधान होने तक इस IPO को आगे बढ़ाना मुश्किल प्रतीत हो रहा है। एनएसई ने इन मुद्दों को खारिज करते हुए अपने पत्र में कारणों को स्पष्ट किया। अगर एनएसई का IPO जल्द मंजूरी पाता है, तो यह भारतीय बाजार में एक बड़ी उपलब्धि होगी।