भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकवादी ठिकानों पर 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत हमले के बाद, बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में एक जोरदार उछाल देखा गया। बुधवार को बिटकॉइन ने एक दिन में 3 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की।
Bitcoin Cryptocurrency Price: भारतीय सेना ने बुधवार सुबह 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों पर हमले किए, जिसके बाद बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी में तेज उछाल देखा गया। बुधवार दोपहर 2 बजे तक बिटकॉइन की कीमत में पिछले 24 घंटों में 3 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि हो चुकी थी। CoinMarketCap के अनुसार, दोपहर 2 बजे बिटकॉइन की कीमत 96,960.95 डॉलर थी, और कारोबार के दौरान इसकी कीमत 97,000 डॉलर को भी पार कर गई थी।
सुबह करीब 6:30 बजे बिटकॉइन की कीमत 97,000 डॉलर से ऊपर पहुंच गई थी, लेकिन इसके बाद जब भारत के पाकिस्तान पर हमले की खबर फैली, तो कीमत में थोड़ी गिरावट आई। हालांकि, जब इस हमले को लेकर दुनिया भर में भारत की सराहना हुई, तो बिटकॉइन में जबरदस्त तेजी आई और फिर से यह 97,000 डॉलर के पास पहुंच गई।
ऑपरेशन सिंदूर का असर बिटकॉइन की कीमत पर
बिटकॉइन की कीमत में बुधवार को आई तेजी का मुख्य कारण भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के बाद बिटकॉइन के बाजार पर पड़ा असर था। भारतीय सेना ने पाकिस्तान और PoK में कई आतंकी ठिकानों पर मिसाइलों से हमला किया, जिसके बाद क्रिप्टोकरेंसी के निवेशक और व्यापारिक क्षेत्र में एक सकारात्मक माहौल बन गया। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और भारत की इस कार्रवाई के समर्थन में वैश्विक प्रतिक्रियाओं ने बिटकॉइन की कीमत को नई ऊंचाईयों तक पहुंचा दिया।
CoinMarketCap के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार दोपहर 2 बजे तक बिटकॉइन की कीमत में 3.07 प्रतिशत की वृद्धि हो चुकी थी। इस दौरान बिटकॉइन की कीमत 96,960.95 डॉलर थी और कुछ समय के लिए यह 97 हजार डॉलर से भी ऊपर चली गई थी।
अमेरिका की भूमिका और बाजार पर प्रभाव
मंगलवार को बिटकॉइन की कीमत में पहले ही उछाल देखा गया था। इसका मुख्य कारण यह था कि अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान दोनों देशों से बातचीत की थी। अमेरिका और भारत के बीच व्यापारिक रिश्ते मजबूत हैं, और इससे बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी में निवेशकों का विश्वास बढ़ा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस मामले पर बयान दिया था और कहा था कि यह स्थिति काफी शर्मनाक है। ट्रंप के बयान और अमेरिका द्वारा तनाव को कम करने की कोशिशों के बाद बिटकॉइन के निवेशकों ने इसे सकारात्मक रूप से लिया, जिससे क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में और वृद्धि हुई।
बिटकॉइन का एक हफ्ते का रिटर्न
हालांकि, पिछले एक हफ्ते में बिटकॉइन की कीमत में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। इस अवधि में बिटकॉइन का रिटर्न दो प्रतिशत से थोड़ा अधिक रहा है, जिससे कुछ निवेशक चिंतित हुए हैं। लेकिन यह भी देखा गया कि बिटकॉइन के निवेशकों का विश्वास अभी भी मजबूत बना हुआ है, खासकर एक महीने में बिटकॉइन ने अपने निवेशकों को 25 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न दिया है। इस रिटर्न से बिटकॉइन को लेकर निवेशकों का विश्वास फिर से बढ़ा है, और वे भविष्य में इसे एक सुरक्षित निवेश मानते हुए इसमें अधिक पैसा लगा रहे हैं।
बिटकॉइन की कीमत के उतार-चढ़ाव का सबसे बड़ा कारण वैश्विक राजनीतिक घटनाएं और आर्थिक माहौल हैं। अगर भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ता है, तो बिटकॉइन में निवेशकों की बेचैनी बढ़ सकती है। लेकिन अगर अमेरिका और अन्य वैश्विक शक्तियों के प्रयासों से स्थिति में सुधार आता है और तनाव कम होता है, तो बिटकॉइन की कीमत में तेजी देखी जा सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी स्थिति में बिटकॉइन की कीमत 100,000 डॉलर तक पहुंच सकती है, जिससे निवेशकों को और भी लाभ हो सकता है।