स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) के चौथी तिमाही नतीजों के बाद कंपनी के शेयरों में तेजी देखने को मिली है। कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 11% बढ़कर 1,251 करोड़ रुपये पहुंच गया। रेवेन्यू में भी 5% की बढ़त हुई है। डिविडेंड के रूप में 1.60 रुपये प्रति शेयर देने की घोषणा की गई है। हालांकि खर्च में बढ़ोतरी के चलते वार्षिक मुनाफा घटा है।
SAIL के नतीजे: शेयरों में आई तेजी
स्टील सेक्टर की दिग्गज कंपनी SAIL ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। नतीजों के बाद गुरुवार को कंपनी के शेयरों में उछाल देखने को मिला। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर SAIL का शेयर 2.2% बढ़कर 131.8 रुपये पर पहुंच गया। पिछले तीन महीनों में कंपनी के शेयरों में 23% की बढ़त देखने को मिली है। हालांकि, पिछले एक साल में अब भी शेयर 21% नीचे है। कंपनी का मौजूदा मार्केट कैप 53,195 करोड़ रुपये है।
चौथी तिमाही में मुनाफा और रेवेन्यू में बढ़ोतरी
वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में SAIL का समायोजित शुद्ध मुनाफा 11% बढ़कर 1,251 करोड़ रुपये हो गया है। पिछले साल इसी अवधि में कंपनी का मुनाफा 1,125 करोड़ रुपये था। ऑपरेशंस से कंपनी का रेवेन्यू 5% की बढ़त के साथ 27,959 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल 26,474 करोड़ रुपये था।
तिमाही दर तिमाही (QoQ) आधार पर देखें तो कंपनी का टैक्स के बाद मुनाफा 781% की बड़ी बढ़त के साथ 142 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,251 करोड़ रुपये हो गया। वहीं, रेवेन्यू में भी पिछली तिमाही के 24,490 करोड़ रुपये के मुकाबले 20% की वृद्धि हुई है।
खर्च में बढ़ोतरी, मुनाफे पर दबाव
SAIL ने इस तिमाही में कुल 28,021 करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि पिछली तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2024) में यह खर्च 24,560 करोड़ रुपये था। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी का खर्च 26,474 करोड़ रुपये था।
पूरे वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो SAIL का टैक्स के बाद मुनाफा 2,372 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष के 3,067 करोड़ रुपये के मुकाबले कम है। कंपनी के मुताबिक, मुनाफे में इस गिरावट की मुख्य वजह बढ़ा हुआ खर्च है, जो मार्च 2025 को समाप्त तिमाही में और ज्यादा हो गया था।
डिविडेंड का एलान
SAIL के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने इस साल के लिए प्रति इक्विटी शेयर 1.60 रुपये डिविडेंड देने का प्रस्ताव रखा है। यह डिविडेंड कंपनी की वार्षिक आम बैठक (AGM) में शेयरधारकों की मंजूरी मिलने के बाद 30 दिनों के भीतर वितरित किया जाएगा।