पिछले हफ्ते शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला, जिससे निवेशकों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा। बीएसई का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 609.51 अंक गिरकर बंद हुआ, जबकि एनएसई का निफ्टी 166.65 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ।
Stock Market: पिछले सप्ताह शेयर बाजार में जोरदार उतार-चढ़ाव देखने को मिला, जिससे निवेशकों की जेब पर असर पड़ा। बीएसई सेंसेक्स में 609 अंक से अधिक की गिरावट दर्ज हुई तो वहीं एनएसई निफ्टी भी 166 अंक लुढ़क गया। इस गिरावट के बीच बाजार की बड़ी कंपनियों में विभाजन साफ दिखा। जहां रिलायंस इंडस्ट्रीज और टीसीएस जैसे दिग्गजों के बाजार मूल्य में भारी कमी आई, वहीं एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, बजाज फाइनेंस और आईटीसी जैसे शेयरों ने मजबूती दिखाई और निवेशकों को राहत दी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज और टीसीएस की गिरावट ने बढ़ाई बेचैनी
पिछले सप्ताह बाजार दबाव के चलते रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण करीब 40,800 करोड़ रुपये घटकर 19.3 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया। रिलायंस के बाद टीसीएस की मार्केट कैप भी 17,700 करोड़ रुपये कम होकर लगभग 12.71 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई। ये दोनों कंपनियां भारतीय शेयर बाजार की सबसे बड़ी कंपनियों में से हैं और इनके शेयरों की गिरावट का बाजार पर बड़ा असर पड़ा।
इसके अलावा इन्फोसिस का मार्केट कैप 10,488 करोड़ रुपये कम होकर 6.49 लाख करोड़ रुपये रह गया। हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयरों में भी करीब 5,463 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। वहीं आईसीआईसीआई बैंक और एसबीआई जैसे बड़े बैंक भी इस गिरावट की चपेट में आए, जिनका मार्केट कैप क्रमशः 2,454 करोड़ और 1,249 करोड़ रुपये घटा।
कुछ कंपनियों ने निवेशकों का मनोबल बढ़ाया
हालांकि बाजार के इस दबाव के बावजूद कुछ कंपनियों ने सकारात्मक प्रदर्शन किया और निवेशकों को मुनाफा कमाने का मौका दिया। भारती एयरटेल ने 10,121 करोड़ रुपये की बढ़त के साथ अपना मार्केट कैप बढ़ाकर 10.44 लाख करोड़ रुपये कर लिया। बजाज फाइनेंस भी मजबूती के साथ उभरी, जिसका बाजार मूल्य 4,548 करोड़ रुपये बढ़कर 5.74 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
आईटीसी ने भी अच्छा प्रदर्शन किया और उसका बाजार पूंजीकरण 875 करोड़ रुपये बढ़कर 5.46 लाख करोड़ रुपये हो गया। वहीं, एचडीएफसी बैंक ने भी बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करते हुए करीब 400 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की और मार्केट कैप 14.8 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचा।
हालांकि बाजार में उतार-चढ़ाव रहा, लेकिन देश की सबसे बड़ी कंपनियों की सूची में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ। रिलायंस इंडस्ट्रीज शीर्ष स्थान पर बरकरार है, इसके बाद एचडीएफसी बैंक, टीसीएस, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, इन्फोसिस, बजाज फाइनेंस, हिंदुस्तान यूनिलीवर और आईटीसी का स्थान है।
विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, बढ़ती ब्याज दरें और निवेशकों में जोखिम लेने की क्षमता में कमी के कारण बाजार में दबाव आया है। इसके साथ ही बड़ी कंपनियों के वित्तीय प्रदर्शन को लेकर चिंता भी निवेशकों को सताने लगी है। रिलायंस और टीसीएस जैसे दिग्गजों की गिरावट ने बाजार में नकारात्मकता को और बढ़ावा दिया है।