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Home Loan और सेविंग दोनों कैसे करें मैनेज? अपनाएं ये आसान तरीका

Home Loan और सेविंग दोनों कैसे करें मैनेज? अपनाएं ये आसान तरीका

अगर आपने घर के लिए होम लोन लिया है और बढ़ती महंगाई की वजह से कम सैलरी में लोन और बचत दोनों संभालना मुश्किल हो रहा है, तो ये तरीका आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। इस तरीके से आप अपने खर्चों को सही तरीके से मैनेज कर पाएंगे और साथ ही बचत भी कर सकेंगे। आइए जानें इस आसान और असरदार तरीका के बारे में पूरी जानकारी।

होम लोन और बजट मैनेजमेंट

आजकल घर खरीदने के लिए होम लोन लेना आम बात हो गई है। हालांकि, महंगाई के बढ़ते प्रभाव और सीमित आय के कारण लोन की ईएमआई, दैनिक खर्चों और बचत को संतुलित करना मुश्किल हो जाता है। वित्तीय विशेषज्ञों के अनुसार, सही बजट योजना अपनाकर ये सब संभव हो सकता है। खासकर वे लोग जिनकी मासिक आय सीमित है, उनके लिए कुछ फाइनेंस नियम सहायक सिद्ध हो सकते हैं।

होम लोन और बचत दोनों कैसे संभालें? अपनाएं यह आसान तरीका

अगर आपने घर खरीदने के लिए होम लोन लिया है और बढ़ती महंगाई के बीच सैलरी से लोन की ईएमआई, खर्च और बचत तीनों करना मुश्किल हो रहा है, तो कुछ सरल बजट नियम आपकी मदद कर सकते हैं। सही योजना से आप अपने खर्चों और बचत को संतुलित कर सकते हैं।

आमतौर पर, विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि अपनी सैलरी को चार हिस्सों में बांट लें। पहला तीसरा हिस्सा घर के खर्च, जैसे होम लोन की ईएमआई, बिजली-पानी, किराया आदि में लगाएं। दूसरा तीसरा हिस्सा रोजाना के जरूरी खर्चों के लिए रखें, जैसे राशन, बच्चों की फीस, और अन्य घरेलू जरूरतें। इसके बाद तीसरे हिस्से को लंबी और छोटी अवधि के लिए बचत और निवेश में लगाएं। इसमें आप फिक्स्ड डिपॉजिट, म्यूचुअल फंड या पोस्ट ऑफिस योजनाओं में निवेश कर सकते हैं। आखिरी दस प्रतिशत अपनी पसंद के खर्चों, जैसे मनोरंजन या शौक पूरे करने के लिए बचाएं।

यदि आपने होम लोन नहीं लिया है, तो सैलरी को थोड़ा अलग ढंग से बांटना बेहतर रहता है। इस स्थिति में, 15 प्रतिशत बचत, 65 प्रतिशत जरूरी खर्च और 20 प्रतिशत शौक या मनोरंजन पर खर्च करने का सुझाव दिया जाता है। इससे न केवल आपकी वित्तीय जरूरतें पूरी होती हैं, बल्कि आप अपनी इच्छाओं को भी पूरा कर पाते हैं।

इस तरह के बजट नियम अपनाने से आप अनावश्यक खर्चों को रोक पाएंगे और बचत को नियमित बना सकेंगे। सही योजना से न केवल आपकी वित्तीय स्थिति 
मजबूत होगी, बल्कि आप महंगाई के बीच भी तनाव मुक्त रह पाएंगे।

बजट नियमों के फायदे

इन फॉर्मूलों का पालन करने से आप खर्चों को नियंत्रित कर पाएंगे और अनावश्यक खर्चों से बच सकेंगे। साथ ही, बचत और निवेश के लिए निर्धारित राशि नियमित रूप से जमा करने से भविष्य के लिए मजबूत वित्तीय स्थिति बनती है।

वित्तीय सलाहकार भी कहते हैं कि नियमित बचत और सही निवेश योजनाओं से वित्तीय संकट का सामना करना आसान हो जाता है। एफडी, म्यूचुअल फंड, पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) जैसी योजनाओं में निवेश करने से आपको सुरक्षित रिटर्न मिल सकता है।

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