भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा कदम उठाया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ADB से मुलाकात कर पाकिस्तान को आर्थिक मदद बंद करने की मांग की और FATF ग्रे लिस्ट में डालने की अपील की।
Pahalgam Attack: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाने की शुरुआत कर दी है। भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई को और मजबूत करने के लिए पाकिस्तान को आर्थिक रूप से कमजोर करने की योजना बनाई है। इस कड़ी में, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) के अध्यक्ष मासातो कांडा से मुलाकात की और पाकिस्तान को दी जा रही आर्थिक मदद बंद करने की मांग की।
पाकिस्तान की मदद क्यों?
पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है और इसे आर्थिक मदद की आवश्यकता है। इस कारण पाकिस्तान को कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से मदद मिलती है, जैसे ADB और IMF। यह फंडिंग पाकिस्तान के विकास कार्यों, जलवायु परिवर्तन से निपटने, और बुनियादी ढांचे जैसे प्रोजेक्ट्स के लिए दी जाती है।
भारत का विरोध
भारत का कहना है कि पाकिस्तान इन फंड्स का इस्तेमाल आतंकवाद को बढ़ावा देने में कर रहा है। भारत का आरोप है कि पाकिस्तान की सरकार आतंकवादियों को शरण देती है और उन्हें समर्थन प्रदान करती है। इसलिए, भारत ने ADB से पाकिस्तान को मिलने वाली आर्थिक मदद को रोकने की मांग की है। इसके अलावा, भारत ने FATF (Financial Action Task Force) से भी यह मांग की है कि पाकिस्तान को दोबारा ग्रे लिस्ट में डाला जाए, ताकि पाकिस्तान के आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने पर नकेल कसी जा सके।
पाकिस्तान पर कड़े कदम उठाने की जरूरत
भारत की मांग है कि पाकिस्तान को मिलने वाली मदद का इस्तेमाल आतंकवाद के खिलाफ सख्ती से किया जाए। भारत ने IMF द्वारा पाकिस्तान को दी जा रही 7 अरब डॉलर की मदद पर भी सवाल उठाया है।
भारत की सुरक्षा तैयारी
भारत ने पहलगाम हमले के बाद अपनी सुरक्षा तैयारियों को भी मजबूत किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना को खुली छूट दी है और भारतीय सेना ने सीमा पर ब्लैकआउट मॉक ड्रिल और लड़ाकू विमानों के युद्धाभ्यास किए हैं। इसके अलावा, भारत ने नौसेना की तैयारी को भी बढ़ाया है, जिससे पाकिस्तान को एक स्पष्ट संदेश जाए कि भारत अपनी सुरक्षा को लेकर गंभीर है।