मोदी सरकार 3.0 की पहली मंत्रिपरिषद बैठक आज शाम सुषमा स्वराज भवन में होगी। ऑपरेशन सिंदूर की समीक्षा, 11 साल की उपलब्धियां और कई मंत्रालयों के प्रेजेंटेशन चर्चा में रहेंगे।
PM Narendra Modi Union Cabinet Meeting: मोदी सरकार 3.0 के एक साल पूरे होने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज पहली मंत्रिपरिषद बैठक होगी। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और सरकार की 11 वर्षों की उपलब्धियों पर चर्चा के साथ, कई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं।
मोदी मंत्रिपरिषद की पहली बैठक आज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज शाम 5 बजे सुषमा स्वराज भवन में केंद्र सरकार की मंत्रिपरिषद की अहम बैठक होने जा रही है। यह बैठक ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के बाद मोदी कैबिनेट की पहली बैठक होगी। मोदी सरकार 3.0 को एक साल पूरे होने पर इस बैठक का महत्व और भी बढ़ जाता है। ऐसे में इस मीटिंग से कई अहम फैसलों की उम्मीद की जा रही है।
ऑपरेशन सिंदूर पर मिलेगी विस्तृत जानकारी
बैठक की शुरुआत में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर सभी मंत्रियों को विस्तृत जानकारी दी जाएगी। गौरतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर हाल ही में सरकार की एक प्रमुख विदेश नीति और सुरक्षा पहल थी, जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की भूमिका को मजबूती दी। इस पर मंत्रियों को ब्रिफिंग दी जाएगी ताकि वे जनता के बीच इसके संदेश को सही ढंग से पहुंचा सकें।
11 साल की उपलब्धियों की समीक्षा
बैठक में मोदी सरकार के अब तक के 11 वर्षों की उपलब्धियों पर भी चर्चा होगी। प्रधानमंत्री ने पहले ही निर्देश दिए हैं कि हर मंत्रालय अपने क्षेत्र की प्रमुख उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाए। इसके लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय इन आंकड़ों और रिपोर्ट्स को एक बुकलेट के रूप में तैयार करेगा। सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से भी इन उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने की रणनीति बनाई जा रही है।
मंत्रालयों की ओर से प्रेजेंटेशन
बैठक में कुछ प्रमुख मंत्रालयों की ओर से भी अपने कामकाज पर प्रेजेंटेशन दिए जाएंगे। इनमें जल शक्ति मंत्रालय प्रमुख है, जो जल संरक्षण, जल जीवन मिशन और ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की उपलब्धता पर केंद्रित अपनी उपलब्धियों को साझा करेगा। इसके अलावा शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास जैसे मंत्रालय भी अपने डाटा और योजनाओं की स्थिति साझा कर सकते हैं।
मंत्रालयों को दिया गया है सीधा जनसंपर्क का निर्देश
प्रधानमंत्री मोदी ने सभी मंत्रालयों को यह निर्देश दिया है कि वे केंद्र की योजनाओं के लाभार्थियों से सीधे संवाद करें। इसका उद्देश्य यह है कि जनता तक सीधे यह संदेश पहुंचे कि सरकार ने उनके लिए क्या किया है। इसके लिए हर मंत्री को अपने मंत्रालय से जुड़ी सफलता कहानियों को अखबारों और सोशल मीडिया के माध्यम से साझा करने को कहा गया है।
तुलना के माध्यम से दिखेगा बदलाव
बैठक में UPA सरकार और NDA सरकार की नीतियों और परिणामों की तुलना भी प्रस्तुत की जा सकती है। सरकार की योजना है कि 2014 से अब तक के आंकड़ों और योजनाओं के असर को जनता के सामने रखा जाए। इसमें रोजगार, इंफ्रास्ट्रक्चर, महिला सशक्तिकरण, डिजिटल इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसे अभियान शामिल हो सकते हैं।
महत्वपूर्ण तारीखों पर होगी चर्चा
पिछली कैबिनेट बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने जून माह की कुछ प्रमुख तारीखों का जिक्र किया था जिन पर विशेष कार्यक्रम या जनसंपर्क अभियान आयोजित किए जाएंगे। इनमें शामिल हैं:
5 जून: पर्यावरण दिवस
9 जून: मोदी सरकार 3.0 के एक साल पूरे
21 जून: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
25 जून: आपातकाल के 50 वर्ष
इन अवसरों पर केंद्र सरकार की योजनाओं और उनकी उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने की रणनीति तैयार की जा रही है।
NDA मुख्यमंत्रियों को भी दिया गया दिशा-निर्देश
हाल ही में हुए NDA मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' जैसे संवेदनशील मुद्दों पर संयमित भाषा में बोलने की सलाह दी थी। उनका कहना था कि इस प्रकार के मामलों में अतिरिक्त संवेदनशीलता की जरूरत होती है, ताकि राष्ट्रीय हित और कूटनीतिक संतुलन बना रहे।
जनता तक पहुंचाना है सही संदेश
मोदी सरकार का यह प्रयास है कि जनता को इस बात की सही जानकारी दी जाए कि पिछले 11 वर्षों में देश में किस प्रकार के बदलाव आए हैं। इसके लिए सभी मंत्रालयों को मीडिया और डिजिटल माध्यमों का अधिकतम उपयोग करने को कहा गया है। जनसंवाद और पारदर्शिता के ज़रिए सरकार जनता के विश्वास को और मजबूत करना चाहती है।