San Francisco

UNSC में आज भारत-पाक तनाव पर मंथन, पाकिस्तान ने लगाई गुहार

सोमवार को होने वाली UNSC बैठक भारत और पाकिस्तान दोनों को सीमा पार तनाव पर अपनी बात अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने रखने का मौका देगी। परिषद अध्यक्ष ने आतंकवाद की निंदा और क्षेत्रीय तनाव पर चिंता जताई है।

UNSC Meeting: आज यानी सोमवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की बैठक में भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सीमा तनाव पर चर्चा होगी। यह बैठक पाकिस्तान के अनुरोध पर बुलाई गई है और इसमें दोनों देशों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी-अपनी स्थिति रखने का मौका मिलेगा। खासकर, पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद के हालात पर यह बैठक आयोजित की जा रही है, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे।

पाकिस्तान का रुख: भारत पर आक्रामक कार्रवाइयों का आरोप

पाकिस्तान ने इस बैठक में भारत पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। पाकिस्तान का कहना है कि भारत की आक्रामक कार्रवाइयां, उकसावे और भड़काऊ बयान क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा बने हुए हैं।

पाकिस्तान विशेष रूप से भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने के फैसले को अवैध करार दे रहा है और इसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन मानता है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वह इस मीटिंग में भारत की इन कार्रवाइयों को दुनिया के सामने उजागर करेगा।

भारत का रुख: आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम

भारत की ओर से भी पाकिस्तान पर आतंकवाद का समर्थन करने और सीमा पार से आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया जा सकता है। भारत ने पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कई ठोस कदम उठाए हैं, जिनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना और अटारी लैंड-ट्रांजिट पोस्ट को बंद करना शामिल है। इसके साथ ही, भारत ने पाकिस्तान के आतंकवाद पर कड़े कदम उठाने की मांग की है।

पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई

भारत द्वारा उठाए गए कदमों के जवाब में पाकिस्तान ने अपनी एयरलाइंस के लिए भारतीय एयरस्पेस को बंद कर दिया है और तीसरे देशों के जरिए भारत के साथ व्यापार को निलंबित कर दिया है। पाकिस्तान ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि भारत ने सिंधु जल संधि के तहत पानी के प्रवाह को रोकने की कोशिश की, तो वह इसे 'युद्ध की घोषणा' मानेगा।

UNSC की बैठक का उद्देश्य

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में तालमेल और राजनयिक प्रयासों के जरिए इस तनाव को कम करने की कोशिश की जाएगी। हालांकि, इस बैठक से किसी त्वरित निर्णय की संभावना कम है, लेकिन यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने दोनों देशों के दृष्टिकोण को पेश करने का अहम मौका होगा। यह बैठक इस संकट को सुलझाने के लिए एक राजनयिक समाधान की दिशा में एक कदम हो सकती है।

Leave a comment