महेंद्र सिंह धोनी एक ऐसा नाम जिसने भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया, और IPL में चेन्नई सुपर किंग्स को पाँच बार चैंपियन बनाकर इतिहास रच दिया। लेकिन IPL 2025 के खत्म होते ही क्रिकेट जगत में एक सवाल फिर से गूंजने लगा है क्या यह धोनी का आखिरी सीजन था?
स्पोर्ट्स न्यूज़: एमएस धोनी भारतीय क्रिकेट के सबसे प्रतिष्ठित और लोकप्रिय चेहरों में से एक हैं। उन्होंने अपनी कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) को 5 बार आईपीएल चैंपियन बनाया, जो उनके नेतृत्व कौशल और मैच फिनिशिंग क्षमता का प्रमाण है। हालांकि, 43 साल की उम्र में अब धोनी के करियर के अंतिम पड़ाव की चर्चा जोरों पर है।
आईपीएल 2025 में CSK प्लेऑफ में जगह नहीं बना पाई, जिससे यह अटकलें और तेज़ हो गई हैं कि क्या धोनी IPL 2026 में खेलते नजर आएंगे? क्रिकेट फैंस और विशेषज्ञों का मानना है कि धोनी के अगले सीजन में खेलने की संभावना बहुत कम है, और इसके पीछे तीन अहम कारण माने जा रहे हैं।
1. उम्र और सीमित भूमिका: मैदान पर भी दिखने लगी हैं रफ्तार की सीमाएं
धोनी के क्रिकेटिंग करियर में उम्र कभी बाधा नहीं बनी। वह हमेशा से अपनी फिटनेस और मानसिक मजबूती के लिए जाने जाते हैं। लेकिन IPL 2025 में कुछ चीजें बदली हुई दिखीं। घुटनों की पुरानी सर्जरी, सीमित गेंदों पर बैटिंग और फील्डिंग में कम भागीदारी से यह साफ नजर आने लगा कि धोनी अब अपनी शारीरिक सीमाओं को पहचान चुके हैं।
सीएसके के ज्यादातर मैचों में उन्होंने खुद को अंत के ओवरों के लिए बचाकर रखा, ताकि जरूरत पड़ने पर टीम को मैच जिताया जा सके। लेकिन यह रणनीति यही भी बताती है कि धोनी अब एक पूर्णकालिक खिलाड़ी की भूमिका में नहीं रह सकते।
2. मेंटर की भूमिका में बढ़ती दिलचस्पी: नया युग तैयार कर रहे हैं ‘थाला’
CSK का ये सीजन जहां प्लेऑफ तक नहीं पहुंच पाया, वहीं टीम ने युवाओं को मौका देने और उन्हें तराशने का पूरा प्रयास किया। इस रणनीति के पीछे धोनी की सोच साफ नजर आती है। डगआउट में बैठकर युवाओं को सलाह देना, नेट्स पर उन्हें गाइड करना और प्रेस कॉन्फ्रेंस में मेंटरशिप को लेकर दिए गए उनके बयान, इस ओर इशारा करते हैं कि धोनी अब मैदान से बाहर गाइडिंग फोर्स बनने की ओर अग्रसर हैं।
सीएसके प्रबंधन भी यह बात समझ रहा है और भविष्य की रणनीति में धोनी को एक मेंटर या टीम डायरेक्टर के रूप में देख रहा है। इससे टीम का संतुलन भी बना रहेगा और युवा खिलाड़ियों को एक अनुभवी हाथ मिलेगा।
3. माता-पिता की स्टेडियम में मौजूदगी: भावनात्मक विदाई का संकेत?
IPL 2025 में एक ऐसा दृश्य देखा गया जो अब तक बहुत दुर्लभ था। धोनी के माता-पिता पहली बार स्टेडियम में उन्हें खेलते देखने पहुंचे। धोनी जैसे निजी जीवन को बेहद गोपनीय रखने वाले खिलाड़ी के लिए यह बहुत खास क्षण था। फैंस और क्रिकेट पंडितों ने इसे भावनात्मक विदाई का संकेत माना है। ऐसे क्षण आमतौर पर तब देखने को मिलते हैं जब खिलाड़ी अपने करियर के अंतिम दौर में होते हैं और परिवार के साथ एक महत्वपूर्ण पड़ाव साझा करना चाहते हैं।
क्या IPL 2026 में नजर आएंगे धोनी?
यह सवाल हर क्रिकेट प्रेमी के दिल में है। धोनी खुद हमेशा से कहते आए हैं कि वे टीम की ज़रूरत के हिसाब से ही खेलते हैं, और जब उन्हें लगेगा कि वे टीम के लिए बोझ बन रहे हैं, तो वे खुद हट जाएंगे। IPL 2025 के प्रदर्शन को देखकर ये समझा जा सकता है कि वो क्षण अब दूर नहीं।