झारखंड की पुरुष हॉकी टीम ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में स्वर्ण पदक जीतकर राज्य का नाम रोशन कर दिया। रविवार को खेले गए फाइनल मुकाबले में झारखंड ने रोमांचक पेनल्टी शूटआउट में ओडिशा को 4-3 से मात देकर खिताब अपने नाम किया।
रांची: झारखंड की पुरुष हॉकी टीम ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीतकर राज्य का मान बढ़ाया है। रविवार को हुए फाइनल मुकाबले में झारखंड ने ओडिशा को रोमांचक पेनल्टी शूटआउट में 4-3 से हराकर खिताब अपने नाम किया। मैच में दोनों टीमें आखिरी वक्त तक बराबरी पर रहीं, जिससे दर्शकों की धड़कनें तेज हो गईं। भीषण गर्मी और 39 डिग्री सेल्सियस तापमान के बावजूद बड़ी संख्या में दर्शक स्टेडियम पहुंचे और खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया।
मैच का रोमांच: पहले बराबरी, फिर पेनल्टी का धमाका
रायपुर के बिरसा मुंडा हॉकी स्टेडियम में खेले गए इस फाइनल मुकाबले की शुरुआत दोनों टीमों ने आक्रामक अंदाज़ में की। पहले क्वार्टर में ही ओडिशा ने एक शानदार गोल कर बढ़त बना ली थी, लेकिन झारखंड की टीम ने दूसरे क्वार्टर में वापसी करते हुए स्कोर बराबर कर दिया। तीसरे और चौथे क्वार्टर में दोनों टीमों ने कई प्रयास किए लेकिन कोई गोल नहीं हुआ।
90 मिनट के निर्धारित समय तक स्कोर 1-1 रहा, जिसके बाद मैच का फैसला पेनल्टी शूटआउट से किया गया। झारखंड के गोलकीपर सौरभ कुमार ने दो महत्वपूर्ण सेव करके टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
विजेता कप्तान की जुबानी
झारखंड टीम के कप्तान शुभम मुर्मू ने जीत के बाद कहा, "ये जीत सिर्फ हमारी टीम की नहीं, पूरे झारखंड की है। हमने पूरे टूर्नामेंट में मेहनत की और आज उसका फल मिला। ओडिशा की टीम बहुत मज़बूत थी लेकिन हमारी रणनीति और एकजुटता ने हमें विजय दिलाई। रायपुर में तापमान 39 डिग्री सेल्सियस के पार था, लेकिन स्टेडियम में दर्शकों की मौजूदगी और उनके उत्साह ने खिलाड़ियों को नई ऊर्जा दी।
झारखंड और ओडिशा से बड़ी संख्या में समर्थक अपने-अपने खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने पहुंचे थे। ढोल-नगाड़ों और पारंपरिक नारों के साथ स्टेडियम का माहौल एक त्यौहार जैसा बन गया।
दर्शकों की प्रतिक्रियाएं
स्टेडियम में मौजूद झारखंड के गुमला जिले से आए एक दर्शक अर्जुन केरकेट्टा ने कहा, हमने इतनी दूर से सिर्फ अपनी टीम को सपोर्ट करने के लिए सफर किया था और आज ये जीत देख कर गर्व महसूस हो रहा है। वहीं ओडिशा की एक महिला दर्शक सरोजिनी पात्रो ने कहा, हमारी टीम भले हार गई लेकिन जिस तरह दोनों टीमों ने खेला, वो काबिल-ए-तारीफ था। ये युवाओं की ताकत और खेल भावना की जीत है।
झारखंड का लगातार अच्छा प्रदर्शन
यह झारखंड की खेलो इंडिया यूथ गेम्स में लगातार दूसरी बार हॉकी चैंपियन बनने की उपलब्धि है। पिछले वर्ष भी उन्होंने सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था लेकिन फाइनल में जगह नहीं बना पाए थे। इस बार टीम ने न केवल फाइनल में प्रवेश किया बल्कि खिताब भी अपने नाम किया। मैच के बाद हुए पुरस्कार समारोह में केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने विजेता और उपविजेता टीम को ट्रॉफी और नकद पुरस्कार भेंट किए।
उन्होंने कहा, खेलो इंडिया प्लेटफॉर्म आज ग्रामीण और छोटे शहरों के युवाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचने का माध्यम बन चुका है। झारखंड और ओडिशा की यह हॉकी रIVALRY भारत की हॉकी परंपरा को मजबूत कर रही है।