दिग्गज टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने एक और बड़ा इतिहास रच दिया है। उन्होंने जिनेवा ओपन के फाइनल में शानदार वापसी करते हुए छठे सीड ह्यूबर्ट हुरकाज को 5-7, 7-6, 7-6 से हराकर खिताब अपने नाम किया।
स्पोर्ट्स न्यूज़: दुनिया के दिग्गज टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने एक बार फिर अपने शानदार प्रदर्शन से इतिहास रच दिया है। उन्होंने स्विट्जरलैंड के जिनेवा ओपन 2025 का खिताब जीतकर ओपन एरा में अपने 100 एकल खिताब पूरे कर लिए हैं। यह उपलब्धि हासिल करने वाले वह ओपन एरा के इतिहास में सिर्फ तीसरे खिलाड़ी बन गए हैं। उनसे पहले यह कारनामा सिर्फ अमेरिका के जिमी कोनर्स (109 खिताब) और स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर (103 खिताब) ही कर पाए हैं।
जिनेवा में रोमांचक फाइनल
जोकोविच ने जिनेवा ओपन के फाइनल में पोलैंड के छठे सीड खिलाड़ी ह्यूबर्ट हुरकाज को 5-7, 7-6(4), 7-6(5) से हराकर यह ऐतिहासिक खिताब अपने नाम किया। पहले सेट में पिछड़ने के बावजूद जोकोविच ने जबरदस्त वापसी की और मैच को दो टाई-ब्रेक सेट में जीतकर खिताब सुनिश्चित किया। यह मैच तकनीकी कौशल, मानसिक दृढ़ता और अनुभव का अद्भुत प्रदर्शन था। इस जीत के साथ जोकोविच ने दिखा दिया कि उम्र चाहे बढ़ रही हो, लेकिन उनकी फिटनेस, जुनून और जीत का जज़्बा अभी भी युवाओं पर भारी है।
20 अलग-अलग सीजन में खिताब जीतने का रिकॉर्ड
जोकोविच ने इस जीत के साथ एक और रिकॉर्ड अपने नाम किया है। वे ओपन एरा में 20 अलग-अलग सीजन में खिताब जीतने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं। यह आंकड़ा उनकी निरंतरता और करियर की लंबी उम्र को दर्शाता है। 2006 में उन्होंने अपना पहला एटीपी खिताब जीता था और अब 2025 में 100वें खिताब के साथ इतिहास के पन्नों में अमर हो गए हैं।
जोकोविच ने पिछले साल पेरिस ओलंपिक में अपना 99वां एकल खिताब जीता था। उसके बाद वे शंघाई मास्टर्स और मियामी मास्टर्स जैसे बड़े टूर्नामेंटों में खेले लेकिन खिताब जीतने में नाकाम रहे। ऐसे में जिनेवा ओपन जीतना उनके लिए न केवल आंकड़ों की दृष्टि से अहम था, बल्कि मनोवैज्ञानिक रूप से भी बड़ी उपलब्धि है, खासकर तब जब वह अपने 38वें जन्मदिन के दो दिन बाद यह उपलब्धि हासिल कर पाए।
मैच के बाद जोकोविच ने कहा, मैं बहुत खुश हूं कि मैंने यहां अपना 100वां खिताब जीता। यह सफर आसान नहीं रहा। कई बार हार मिली, लेकिन मैंने कभी हार नहीं मानी। यह खिताब मेरे लिए खास है।
सोशल मीडिया पर बधाइयों की बौछार
जोकोविच की इस ऐतिहासिक जीत के बाद दुनिया भर से उन्हें बधाइयां मिल रही हैं। भारत के स्टार क्रिकेटर सूर्यकुमार यादव ने भी इस मौके पर उन्हें इंस्टाग्राम स्टोरी के माध्यम से शुभकामनाएं दीं। सूर्यकुमार ने जोकोविच की ट्रॉफी के साथ एक तस्वीर साझा की और लिखा, इसको डबल करें! जोकोविच की उपलब्धि का असर सिर्फ टेनिस तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह प्रेरणा बनकर दूसरे खेलों के खिलाड़ियों के लिए भी मिसाल बनी है।
अब जोकोविच की निगाहें जिमी कोनर्स (109 खिताब) और रोजर फेडरर (103 खिताब) के रिकॉर्ड तोड़ने पर टिकी हैं। जिस तरह से वह खेल रहे हैं और फिटनेस बनाए हुए हैं, उसे देखते हुए यह संभव लग रहा है कि आने वाले एक-दो साल में वह टेनिस इतिहास के सबसे अधिक खिताब जीतने वाले खिलाड़ी बन जाएं।