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श्रावण व्रत 2025: जानिए तिथि, महत्व और पूजन विधि, कब है अगला व्रत?

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हिंदू पंचांग के अनुसार, वर्ष 2025 में श्रावण व्रत का विशेष आयोजन सोमवार, 19 मई को किया जाएगा। यह व्रत प्रत्येक माह श्रवण नक्षत्र के दिन रखा जाता है और भगवान विष्णु की आराधना के लिए समर्पित है। वैष्णव परंपरा से जुड़ा यह व्रत धर्म, भक्ति और आत्मशुद्धि का प्रतीक माना जाता है।

कब है श्रावण व्रत

इस वर्ष का अगला श्रावण व्रत 19 मई 2025 (सोमवार) को पड़ रहा है।

  • श्रवण नक्षत्र प्रारंभ: 18 मई 2025, शाम 6:52 बजे
  • श्रवण नक्षत्र समाप्त: 19 मई 2025, शाम 7:29 बजे

श्रावण व्रत के दिन क्या करते हैं भक्त

श्रावण व्रत के दिन भक्त सूर्योदय से अगले दिन सूर्योदय तक उपवास रखते हैं। यह व्रत एकादशी के उपवास के समान होता है, जिसमें जल या फलाहार के साथ संकल्प लिया जाता है। बुजुर्ग या रोगग्रस्त व्यक्ति आंशिक व्रत रख सकते हैं। मांसाहार, मदिरा एवं तमसिक भोजन इस दिन वर्जित होता है। सुबह जल्दी स्नान कर भगवान विष्णु की पूजा की जाती है और दीप प्रज्वलन के साथ पंचसूक्तम या विष्णु सहस्रनाम का पाठ किया जाता है। कई भक्त दिनभर मौन व्रत भी रखते हैं, जिसे ध्यान और आत्मचिंतन का एक माध्यम माना गया है।

अगले दिन व्रत खोलने से पहले भगवान को नैवेद्य अर्पित करना आवश्यक होता है। कठोर उपवास रखने वाले भक्त अक्सर अगली सुबह केवल तरल आहार लेते हैं।

श्रावण व्रत का धार्मिक महत्व

धार्मिक ग्रंथों में वर्णित है कि श्रवण नक्षत्र को भगवान वेंकटेश्वर का नक्षत्र माना गया है। विशेषकर तिरुमला तिरुपति और ओप्पिलियप्पन मंदिर जैसे तीर्थस्थलों पर इस दिन दीपदान और विशेष अनुष्ठानों का आयोजन होता है। श्रावण व्रत न केवल पुण्यदायी माना जाता है, बल्कि यह व्यक्ति को मोक्ष की ओर ले जाने वाला व्रत भी कहा गया है। यह व्रत विष्णु भक्ति के साथ-साथ चातुर्मास की शुरुआत का संकेत देता है, जो संयम, उपवास और धर्माचरण का विशेष काल है।

श्रावण मास और व्रत की महत्ता

पारंपरिक हिंदू पंचांग में श्रावण मास को अत्यंत पावन माना गया है। यह मास भगवान विष्णु एवं भगवान शिव दोनों की पूजा के लिए उपयुक्त समय है। मान्यता है कि इस मास में की गई पूजा और व्रत साधना से जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का आगमन होता है। श्रावण व्रत की महिमा 'विष्णु पुराण' सहित कई पुराणों में विस्तार से बताई गई है। इसे जीवन में वैकुंठ की प्राप्ति तक की सीढ़ी कहा गया है।

2025 में श्रावण व्रत की प्रमुख तिथियां

तिथि

दिन

श्रवण नक्षत्र का समय

2 जनवरी

गुरुवार

1 जनवरी रात 11:46 – 2 जनवरी रात 11:10

30 जनवरी

गुरुवार

29 जनवरी सुबह 8:20 – 30 जनवरी सुबह 7:15

26 फरवरी

बुधवार

25 फरवरी शाम 6:30 – 26 फरवरी शाम 5:23

25 मार्च

मंगलवार

25 मार्च सुबह 4:26 – 26 मार्च सुबह 3:49

22 अप्रैल

मंगलवार

21 अप्रैल दोपहर 12:37 – 22 अप्रैल दोपहर 12:44

19 मई

सोमवार

18 मई शाम 6:52 – 19 मई शाम 7:29

15 जून

रविवार

15 जून रात 12:21 – 16 जून रात 12:59

13 जुलाई

रविवार

12 जुलाई सुबह 6:36 – 13 जुलाई सुबह 6:53

9 अगस्त

शनिवार

8 अगस्त दोपहर 2:28 – 9 अगस्त दोपहर 2:23

5 सितंबर

शुक्रवार

4 सितंबर रात 11:43 – 5 सितंबर रात 11:38

3 अक्टूबर

शुक्रवार

2 अक्टूबर सुबह 9:13 – 3 अक्टूबर सुबह 9:34

30 अक्टूबर

गुरुवार

29 अक्टूबर शाम 5:29 – 30 अक्टूबर शाम 6:33

26 नवंबर

बुधवार

25 नवंबर रात 11:57 – 27 नवंबर सुबह 1:32

23 दिसंबर

मंगलवार

23 दिसंबर सुबह 5:32 – 24 दिसंबर सुबह 7:07

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