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"अब भी कह रहा हूं- सोना, चांदी और क्रिप्टो खरीदो…" – रॉबर्ट कियोसाकी की चेतावनी, बोले- 2013 में ही कर दी थी भविष्यवाणी

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‘Rich Dad Poor Dad’ जैसी बेस्टसेलिंग किताब के लेखक और दुनियाभर में निवेश पर बेबाक राय रखने वाले रॉबर्ट कियोसाकी (Robert Kiyosaki) ने एक बार फिर आर्थिक अनिश्चितता के दौर में पारंपरिक और डिजिटल सुरक्षित संपत्तियों में निवेश की सलाह दी है। उन्होंने दावा किया है कि वर्तमान में जो कुछ भी वैश्विक अर्थव्यवस्था में हो रहा है, उसकी चेतावनी उन्होंने पहले ही 2013 में अपनी किताब ‘Rich Dad's Prophecy’ में दे दी थी।

कियोसाकी ने अमेरिका की गिरती क्रेडिट रेटिंग और लगातार बढ़ते कर्ज के संकट को गंभीर बताते हुए इसे मंदी की दिशा में जाता संकेत बताया है। उनका कहना है कि अमेरिका जिस आर्थिक मोड़ पर खड़ा है, वह लंबे समय तक वैश्विक वित्तीय स्थिरता को प्रभावित कर सकता है।

अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग में गिरावट

हाल ही में Moody's ने अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग को AAA से घटाकर AA1 कर दिया है। एजेंसी ने इसके पीछे कारण बताया है कि अमेरिकी सरकार बढ़ते कर्ज और ब्याज भुगतान के दबाव को नियंत्रण में लाने में विफल रही है। इस रेटिंग कटौती को अमेरिका जैसे वैश्विक आर्थिक नेता के लिए एक गंभीर चेतावनी माना जा रहा है।

व्हाइट हाउस की ओर से इस रेटिंग पर तीखी प्रतिक्रिया भी सामने आई। अमेरिका के कम्युनिकेशन डायरेक्टर स्टीवन चेउंग ने Moody’s के प्रमुख इकोनॉमिस्ट मार्क ज़ांडी को राजनीतिक पूर्वाग्रह से ग्रस्त बताया।

मंदी के संकेत और कियोसाकी की प्रतिक्रिया

रॉबर्ट कियोसाकी ने मूडीज की रेटिंग में गिरावट को अमेरिका की अर्थव्यवस्था के कमजोर होते बुनियादी ढांचे का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि यह स्थिति उस पिता जैसी है जो बेरोजगार होने के बावजूद उधार के पैसों से घर चला रहा है।

कियोसाकी के अनुसार, मूडीज का डाउनग्रेड इस बात का संकेत है कि भविष्य में ब्याज दरें और अधिक बढ़ सकती हैं, रियल एस्टेट बाजार और बॉन्ड बाजार में गिरावट आ सकती है, और बैंकिंग सेक्टर पर भी गंभीर असर देखने को मिल सकता है।

उन्होंने आशंका जताई कि अगर स्थिति पर काबू नहीं पाया गया तो अमेरिका एक बार फिर 1929 की महामंदी जैसे हालात की ओर बढ़ सकता है।

निवेश को लेकर कियोसाकी की सलाह

कियोसाकी ने वर्तमान आर्थिक स्थिति में निवेश के तीन विकल्पों को सबसे सुरक्षित और व्यावहारिक बताया है—सोना, चांदी और बिटकॉइन। उनका मानना है कि पारंपरिक मुद्राओं की कीमत घटती जा रही है और आर्थिक अस्थिरता के दौर में ये संपत्तियां ही मूल्य बनाए रखती हैं।

उन्होंने कहा कि मंदी के समय में ही असली अवसर पैदा होते हैं, क्योंकि उस दौरान संपत्तियां सस्ती होती हैं और बाजारों में सुधार के बाद ये संपत्तियां अधिक रिटर्न देती हैं।

उद्यमिता पर ज़ोर

कियोसाकी ने एक बार फिर लोगों से पारंपरिक नौकरी पर निर्भर रहने के बजाय उद्यमिता की राह अपनाने को कहा है। उन्होंने कहा कि जब बाजार गिरता है, तब ही नए व्यवसायों और निवेश के अवसर पैदा होते हैं। उनके मुताबिक, मंदी के दौर में संपत्ति खरीदना और व्यापार शुरू करना आसान होता है क्योंकि प्रतिस्पर्धा कम होती है और संसाधन सस्ते होते हैं।

बिटकॉइन की अहमियत पर जोर

क्रिप्टोकरेंसी को लेकर रॉबर्ट कियोसाकी की राय पहले से ही स्पष्ट रही है। वे कई बार सार्वजनिक मंचों पर बिटकॉइन को “डिजिटल गोल्ड” कह चुके हैं। उनका मानना है कि बिटकॉइन अब केवल एक डिजिटल करेंसी नहीं, बल्कि आर्थिक सुरक्षा का एक मजबूत माध्यम बन चुका है, खासकर तब जब परंपरागत बैंकिंग प्रणाली संकट में हो।

रॉबर्ट कियोसाकी की ताजा टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब वैश्विक वित्तीय व्यवस्था दबाव में है और बाजारों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। अमेरिकी कर्ज संकट, गिरती क्रेडिट रेटिंग और वैश्विक व्यापार में अनिश्चितता के बीच उनकी सलाह निवेशकों के लिए एक बार फिर सोचने का मौका देती है।

उन्होंने दोहराया कि 2013 में जो चेतावनी उन्होंने दी थी, वह अब हकीकत बन रही है। अब देखना यह है कि निवेशक और आम नागरिक इस चेतावनी को किस हद तक गंभीरता से लेते हैं।

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