रामपुर नगर पालिका परिषद ने पुराने रोडवेज बस स्टैंड के पास बुलडोजर चलाकर दर्जन भर से ज्यादा दुकानों को ध्वस्त कर दिया। ईओ दुर्गेश्वर त्रिपाठी की अगुवाई में पुलिस बल के साथ यह कार्रवाई की गई।
Bulldozer Action in Rampur: उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में नगर पालिका परिषद ने पुराने रोडवेज बस स्टैंड के पास शनिवार को बुलडोजर चलाकर बड़ी कार्रवाई की। इस कार्रवाई के तहत 70 से ज्यादा पक्की दुकानें ढहाई गईं, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया और यातायात भी प्रभावित हुआ। यह ध्वस्तीकरण अभियान ईओ दुर्गेश्वर त्रिपाठी की अगुवाई में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में किया गया। पालिका ने पहले से दुकानों पर लाल निशान लगाकर दुकानदारों को खाली करने का अल्टीमेटम दे दिया था, जिसके बाद दुकानदारों ने अपने सामान समेटना शुरू कर दिया था।
रामपुर नगर पालिका की बड़ी कार्रवाई
यह कार्रवाई शनिवार को सवेरे शुरू हुई, जब नगर पालिका परिषद का अमला बुलडोजर लेकर मौके पर पहुंचा। सिविल लाइन कोतवाली और पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गए। प्रशासनिक अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की और दुकानों के सामने पुलिस तैनात कर दी। इसके बाद, पालिका के कर्मचारी और बुलडोजर से कार्रवाई शुरू हुई।
दो घंटे के अंदर ही दर्जन भर दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया। इसके बाद, मलवा उठाने का काम भी शुरू कर दिया गया, जो शाम तक चलता रहा।
कैसे हुआ पूरी कार्रवाई का संचालन?
नगर पालिका परिषद ने अतिक्रमण हटाने के लिए यह अभियान पिछले कुछ दिनों से शुरू किया था। पहले ही दुकानों पर लाल निशान लगाए गए थे, और दुकानदारों को अवैध कब्जा हटाने के लिए अल्टीमेटम दिया गया था। शनिवार को ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के दौरान, दुकानदारों ने पहले ही अपना सामान समेट लिया था और बिक्री बंद कर दी थी। हालांकि, कुछ दुकानों में देर रात तक सामान निकाला गया था। जब नगर पालिका का अमला बुलडोजर लेकर पहुंचा, तो पहले तो दुकानदारों के पास ज्यादा समय नहीं था, लेकिन उन्होंने अपनी दुकानें खाली कर दी थीं।
70 से अधिक पक्की दुकानें ध्वस्त
यह ध्वस्तीकरण अभियान 6 दिन में चार बार किया गया और इस दौरान 70 से ज्यादा पक्की दुकानें ढहाई गईं। जिन क्षेत्रों में यह कार्रवाई की गई, उनमें पुराना रोडवेज बस स्टैंड, गन्ना परिषद, मीना बाजार और शिवि टाकिज के सामने स्थित दुकानें प्रमुख थीं। इन सभी दुकानों के स्वामियों को पहले ही चार घंटे का अल्टीमेटम दिया गया था, और जब वे दुकानें खाली नहीं कर पाए, तो प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर उन्हें ध्वस्त कर दिया।
क्यों उठाया गया यह कदम?
इस ध्वस्तीकरण कार्रवाई के पीछे नगर पालिका परिषद का मुख्य उद्देश्य शहर के भीतर अतिक्रमण हटाना, सड़क की चौड़ाई बढ़ाना और यातायात को सुगम बनाना है। रामपुर जिले में पिछले कुछ सालों में बढ़ती हुई अतिक्रमण की समस्या ने प्रशासन के लिए मुश्किलें पैदा की थीं। विशेषकर, पुराने रोडवेज बस स्टैंड जैसे व्यस्त स्थानों पर अवैध दुकानों की भरमार हो गई थी। इन दुकानों के कारण यातायात में भी बाधाएं आ रही थीं और क्षेत्र का सौंदर्य भी बिगड़ गया था।
नगर पालिका ने पहले ही दुकानदारों को चेतावनी दी थी, लेकिन जब दुकानदारों ने नियमों का पालन नहीं किया, तो यह कड़ा कदम उठाना पड़ा। इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया गया कि इस कार्रवाई से लोगों को परेशानी न हो, इसलिए पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में पूरी प्रक्रिया को शांतिपूर्वक अंजाम दिया गया।
स्थानीय लोग और व्यापारियों की प्रतिक्रिया
इस कार्रवाई से क्षेत्र में खलबली मच गई। दुकानदारों के अलावा, राम रहीम पुल से गुजरने वाले लोग भी इस घटनाक्रम को देखकर रुक गए और कुछ ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। व्यापारियों ने अपनी दुकानों के ढहने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और कई दुकानदारों ने घरों में बैठने की स्थिति में पहुंचने की बात की। व्यापारियों का कहना है कि यह कदम उनके लिए काफी कष्टकारी है, लेकिन नगर पालिका का कहना है कि यह कार्रवाई कानूनी और व्यवस्थित शहर बनाने के लिए जरूरी है।