सपा सांसद रामजी लाल सुमन को अलीगढ़ दौरे से पहले आगरा में हाउस अरेस्ट किया गया। पुलिस ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए नोटिस जारी किया है।
अलीगढ़/आगरा, 2 मई 2025: सपा के राज्यसभा सदस्य रामजी लाल सुमन को पुलिस ने अलीगढ़ में "जय भीम" कहने पर पीटे गए युवकों से मिलने से रोकने के लिए आगरा में हाउस अरेस्ट कर लिया। यह घटनाक्रम तब हुआ जब सुमन अलीगढ़ जिले में दलित युवकों से मिलने के लिए जा रहे थे, जिन्होंने कुछ दिन पहले अपने साथ हुई मारपीट का आरोप लगाया था। पुलिस ने सुमन के आवास पर सुरक्षा का हवाला देते हुए उन्हें अलीगढ़ जाने से रोकने के लिए नोटिस दिया और उनके घर के बाहर PAC और पुलिस बल तैनात कर दिया।
रामजी लाल सुमन ने इस कदम की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि वे अलीगढ़ जाएंगे और किसी भी हाल में उन्हें रोका नहीं जा सकता। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "मैं अलीगढ़ जरूर जाऊंगा और इस तरह के दमन के बावजूद पीड़ितों के साथ खड़ा रहूंगा।"
क्या है पूरा मामला?
अलीगढ़ के लोधा क्षेत्र में कुछ दिन पहले तीन दलित युवकों - छविकांत, राहुल, और प्रदीप - के साथ मारपीट की घटना हुई थी। इनका आरोप है कि "जय भीम" बोलने के कारण कुछ लोगों ने उन्हें निशाना बनाया और उन्हें बहुत बुरी तरह पीटा, एक युवक को तो कपड़े उतारकर भी पीटा गया। आरोप है कि युवकों पर एक छात्रा से छेड़छाड़ के झूठे आरोप भी लगाए गए थे, लेकिन बाद में पीड़ितों ने ठाकुर समाज के कुछ लोगों के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया।
इस घटना के विरोध में सपा प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर रामजी लाल सुमन और अन्य सपा नेता एक प्रतिनिधि मंडल बनाकर पीड़ित युवकों से मिलने उनके घर नगला कलार जाने की योजना बना रहे थे। इस दौरान पुलिस ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए रामजी लाल सुमन को उनके आगरा स्थित आवास में ही रोक लिया। पुलिस प्रशासन ने इस कदम को उचित ठहराते हुए कहा कि सुमन के अलीगढ़ दौरे से कानून-व्यवस्था में अव्यवस्था फैल सकती है।
सपा कार्यकर्ता और नेताओं की नजरबंदी
इसके अलावा, आगरा पुलिस ने सपा के कई अन्य नेताओं को भी घरों में नजरबंद कर दिया। इन नेताओं को भी सुमन के साथ पीड़ितों से मिलने जाना था। कुछ समय पहले इन युवकों पर हुए हमले को लेकर राजनीतिक हलकों में काफी हलचल थी, और अब इसे लेकर पुलिस प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है।
सुमन का धरना
हाउस अरेस्ट के बाद, रामजी लाल सुमन अपने घर के बाहर धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा, "यह सिर्फ एक दिखावा है, मुझे रोकने की कोशिश की जा रही है। हम अपने अधिकारों के लिए लड़ेंगे।" सुमन के साथ उनके समर्थक और सपा कार्यकर्ता भी उनके आवास पर जमा हो गए हैं और धरने में शामिल हो गए हैं।
सुमन ने कहा कि जब तक उन्हें अलीगढ़ जाने की अनुमति नहीं दी जाती, तब तक वे अपना विरोध जारी रखेंगे।
पुलिस और प्रशासन की सक्रियता
जैसे ही रामजी लाल सुमन के अलीगढ़ दौरे की सूचना प्रशासन को मिली, पुलिस ने सख्ती बरतते हुए सुरक्षा का स्तर बढ़ा दिया। आगरा पुलिस और अलीगढ़ पुलिस दोनों ही इस मामले में सक्रिय हो गईं। प्रशासन ने यह भी दावा किया कि अलीगढ़ जाने से सामाजिक ताने-बाने में गड़बड़ी हो सकती है, इसलिए सुमन का दौरा रद्द किया गया।