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WWDC 2025: Siri में बड़ा बदलाव नहीं, लेकिन iOS 19 में मिलेंगे ये नए Apple AI फीचर्स

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Apple अपनी आने वाली वार्षिक डेवलपर्स कॉन्फ्रेंस WWDC 2025 में अपने वॉयस असिस्टेंट Siri के बड़े और उन्नत वर्जन की घोषणा नहीं करने जा रहा है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि कंपनी इस बार पूरी तरह से पहले से घोषित Apple Intelligence फीचर्स को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगी। रिपोर्ट के मुताबिक, Siri को लेकर Apple की रणनीति फिलहाल सतर्क और धीरे-धीरे आगे बढ़ने की है।

WWDC 2025 में Siri की बड़ी घोषणाओं की उम्मीद नहीं

WWDC 2025 इवेंट में इस बार Siri से जुड़ी कोई बड़ी घोषणा होने की उम्मीद नहीं है। हर साल जून में होने वाला यह इवेंट Apple की बड़ी टेक्नोलॉजी अपडेट्स के लिए जाना जाता है, लेकिन इस बार कंपनी सतर्क नजर आ रही है। दरअसल, पिछले साल 2024 के WWDC में Apple ने Siri का AI-संचालित वर्जन दिखाया था, लेकिन वह अभी तक यूजर्स को नहीं मिला है। ऐसे में कंपनी अब तब तक नई सुविधाओं की घोषणा नहीं करना चाहती जब तक वे पूरी तरह तैयार न हों। इसलिए इस बार Siri को लेकर कोई बड़ा सरप्राइज नहीं मिलेगा।

iOS 19 में आएंगे सीमित और सुधारित AI फीचर्स

रिपोर्ट के अनुसार, Apple का फोकस iOS 19 के साथ कुछ चुनिंदा और पहले से तैयार AI फीचर्स को पेश करने पर होगा। ये फीचर्स Apple Intelligence ब्रांड के तहत होंगे, जिसे Apple ने पिछले साल iOS 18 के दौरान पेश किया था। नए अपडेट में दो प्रमुख AI फीचर्स शामिल किए जा सकते हैं:

iPhone चार्जिंग अनुमान सुविधा – इस फीचर के जरिए iPhone यह अनुमान लगाने में सक्षम होगा कि उसे फुल चार्ज होने में कितना समय लगेगा। यह बैटरी के स्वास्थ्य, चार्जिंग स्पीड और डिवाइस यूसेज पैटर्न को देखते हुए अनुमान लगाएगा।

AI वर्चुअल हेल्थ कोच – Apple Watch और iPhone में मौजूद हेल्थ डेटा को मिलाकर एक नया वर्चुअल कोच तैयार किया जा रहा है, जो यूज़र को हेल्थ से जुड़ी सलाह और नोटिफिकेशन देगा। यह AI की मदद से फिटनेस ट्रेंड्स को समझकर यूजर की दिनचर्या को बेहतर बनाने में मदद करेगा।

Siri और Apple Intelligence: दो अलग-अलग रणनीतियां

Apple अब Siri और Apple Intelligence को अलग-अलग पहचान देने की तैयारी में है। कंपनी चाहती है कि यूज़र्स इन दोनों को अलग नजरिए से देखें। Siri को धीरे-धीरे और ज्यादा स्मार्ट बनाने की योजना है, लेकिन इसके लिए Apple कोई जल्दबाज़ी नहीं करना चाहता। कंपनी का फोकस है कि जब भी नई सुविधाएं पेश की जाएं, वे पूरी तरह टेस्ट की गई हों और यूज़र्स के लिए तैयार हों।

पिछले साल Siri के AI वर्जन का डेमो दिखाया गया था, लेकिन वह अब तक सभी यूज़र्स तक नहीं पहुंच सका। Apple को लगता है कि अधूरी और समय से पहले की घोषणाएं यूज़र्स की उम्मीदों पर पानी फेर सकती हैं। इसलिए कंपनी अब पहले पूरी तैयारी करेगी और फिर ही कोई बड़ा अपडेट सामने लाएगी, ताकि यूज़र्स को बेहतर अनुभव मिल सके।

पिछले साल के फीचर्स का स्टेटस

Apple अब Siri और Apple Intelligence को अलग-अलग पहचान देने की तैयारी में है। कंपनी चाहती है कि यूज़र्स इन दोनों को अलग नजरिए से देखें। Siri को धीरे-धीरे और ज्यादा स्मार्ट बनाने की योजना है, लेकिन इसके लिए Apple कोई जल्दबाज़ी नहीं करना चाहता। कंपनी का फोकस है कि जब भी नई सुविधाएं पेश की जाएं, वे पूरी तरह टेस्ट की गई हों और यूज़र्स के लिए तैयार हों।

पिछले साल Siri के AI वर्जन का डेमो दिखाया गया था, लेकिन वह अब तक सभी यूज़र्स तक नहीं पहुंच सका। Apple को लगता है कि अधूरी और समय से पहले की घोषणाएं यूज़र्स की उम्मीदों पर पानी फेर सकती हैं। इसलिए कंपनी अब पहले पूरी तैयारी करेगी और फिर ही कोई बड़ा अपडेट सामने लाएगी, ताकि यूज़र्स को बेहतर अनुभव मिल सके।

Apple की सतर्क रणनीति का कारण

Apple अब AI की दौड़ में सोच-समझकर कदम रखना चाहता है। कंपनी इस बात को अच्छी तरह समझती है कि Google और OpenAI जैसी कंपनियां पहले ही अपने एडवांस्ड AI फीचर्स के साथ बाज़ार में मजबूत स्थिति बना चुकी हैं। अगर Apple बिना पूरी तैयारी के कोई नया फीचर लॉन्च करता है और वह उम्मीद के मुताबिक परफॉर्म नहीं करता, तो इससे यूज़र्स का भरोसा टूट सकता है और ब्रांड की इमेज को नुकसान हो सकता है।

इसीलिए Apple अब अपने हर नए AI टूल या फीचर को पूरी तरह टेस्ट करने के बाद ही लॉन्च करना चाहता है। वह सिर्फ टेक्नोलॉजी पर ही नहीं, बल्कि उसकी सिक्योरिटी, यूज़र एक्सपीरियंस और भरोसेमंद परफॉर्मेंस पर भी बराबर ध्यान दे रहा है। यही वजह है कि कंपनी धीरे-धीरे, लेकिन भरोसे के साथ AI की दुनिया में आगे बढ़ने की रणनीति अपना रही है।

यूज़र्स को क्या मिलेगा इस बार?

इस साल भले ही Siri का मेजर अपग्रेड न आए, लेकिन iOS 19 में कुछ स्मार्ट और यूज़फुल फीचर्स जरूर जोड़े जा सकते हैं। इनमें सबसे दिलचस्प फीचर है – चार्जिंग टाइम प्रेडिक्शन, यानी आपका iPhone यह अनुमान लगाएगा कि उसे पूरी तरह चार्ज होने में कितना समय लगेगा। इसके अलावा हेल्थ ऐप में एक नया AI-बेस्ड वर्चुअल कोच भी मिल सकता है, जो आपकी हेल्थ से जुड़ी सलाह देगा और Apple Watch से मिले डेटा का विश्लेषण करके आपको बेहतर फिटनेस सुझाव देगा।

इसके साथ ही Apple डेवलपर्स के लिए भी कुछ खास AI टूल्स और API पेश करने की तैयारी कर रहा है। इसका मकसद यह है कि ऐप डेवलपर्स Apple Intelligence के फीचर्स का इस्तेमाल करके अपने ऐप्स को और ज्यादा स्मार्ट और पर्सनलाइज्ड बना सकें। इससे यूज़र्स को ज्यादा एडवांस और इंटेलिजेंट ऐप एक्सपीरियंस मिलेगा

WWDC 2025 में अगर आप Siri के पूरी तरह से बदले हुए AI वर्जन की घोषणा की उम्मीद कर रहे थे, तो फिलहाल आपको थोड़ी निराशा हो सकती है। Apple की ओर से फिलहाल धीरे-धीरे और स्थिर गति से बदलाव किए जा रहे हैं। कंपनी की यह रणनीति दिखाती है कि वह AI को लेकर गंभीर है लेकिन बिना जल्दबाज़ी के।

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