अहमदाबाद में हुए प्लेन क्रैश में 265 से अधिक लोगों की मौत हुई। ब्लैक बॉक्स मिल गया है और 8 एजेंसियों की जांच कमेटी बनी है। पीएम मोदी ने घटनास्थल का दौरा किया और पीड़ित परिवारों से मिले।
Ahmedabad Plane Crash: 2 जून को दोपहर के समय अहमदाबाद में एक भयावह विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस दर्दनाक घटना में अब तक 265 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। हादसे की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार ने 8 एजेंसियों की एक उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित कर दी है, जो अगले तीन महीनों में रिपोर्ट सौंपेगी।
सबसे भीषण विमान हादसा
यह हादसा पिछले तीन दशकों में भारत का सबसे गंभीर विमान दुर्घटना माना जा रहा है। एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान अहमदाबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ मिनटों बाद ही बीजे मेडिकल कॉलेज की मेस पर गिर गया। हादसे में 241 यात्रियों के साथ-साथ मेस में मौजूद एमबीबीएस छात्रों और स्टाफ की भी जान चली गई। अब तक जो आंकड़े सामने आए हैं, उनके अनुसार मृतकों की संख्या 265 से 270 के बीच पहुंच सकती है।
पीएम मोदी का घटनास्थल दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे के अगले ही दिन घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने प्रभावित इलाकों का जायजा लिया और पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर संवेदना जताई। इस दौरान उन्होंने गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के परिजनों से भी मुलाकात की, जिनका परिवार इस हादसे में प्रभावित हुआ है।
डीएनए टेस्ट से होगी शवों की पहचान
हादसे की भयावहता इतनी अधिक थी कि कई शवों की पहचान करना बेहद कठिन हो गया है। मृतकों के परिजनों का डीएनए सैंपल लिया जा रहा है ताकि पहचान की प्रक्रिया को वैज्ञानिक तरीके से पूरा किया जा सके। बीजे मेडिकल कॉलेज के सिविल अस्पताल में डीएनए कलेक्शन का काम तेजी से जारी है। पायलट सभरवाल के पिता सहित कई परिवारजन सैंपल दे चुके हैं।
ब्लैक बॉक्स से मिल सकती है अहम जानकारी
हादसे की असली वजह जानने के लिए ब्लैक बॉक्स की तलाश की जा रही थी। राहत और बचाव दल को यह बॉक्स बीजे मेडिकल कॉलेज की छत से मिला। एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो (AAIB) ने इसे फौरन फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। ब्लैक बॉक्स से फ्लाइट डेटा रिकॉर्ड और कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डिंग जैसे अहम सुराग मिल सकते हैं, जो दुर्घटना के कारणों को स्पष्ट कर सकते हैं।
8 एजेंसियों की जांच कमेटी
केंद्र सरकार ने इस मामले की गहन जांच के लिए 8 एजेंसियों की कमेटी बनाई है, जिनमें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं शामिल हैं:
- नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (NIA)
- एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS)
- गुजरात पुलिस
- एअरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो (AAIB)
- डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA)
- यूके की एयर एक्सीडेंट इन्वेस्टीगेशन ब्रांच (UK-AAIB)
- यूएस की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB)
- फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA)
इन सभी एजेंसियों को हादसे की तकनीकी, मानवीय और सुरक्षा संबंधी पहलुओं की जांच करनी है।
एअर इंडिया के विमानों की जांच के आदेश
DGCA ने इस हादसे के बाद एअर इंडिया के बेड़े में मौजूद सभी 34 बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों की तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। इनमें 26 बोइंग 787-8 और 7 बोइंग 787-9 शामिल हैं। इस जांच का उद्देश्य संभावित तकनीकी खामियों को समय रहते पकड़ना और भविष्य में ऐसे हादसों को रोकना है।
कई लोग अब भी लापता
बीजे मेडिकल कॉलेज की डीन डॉक्टर मिनाक्षी पारिख के अनुसार, हादसे के बाद 6-7 लोग अभी भी लापता हैं। इनमें हॉस्टल के छात्र, मेस स्टाफ और अन्य कर्मचारी शामिल हैं। मेस में खाना बना रहे ठाकुर रवि की मां और दो साल की बेटी का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है।
अहमदाबाद के सिविल अस्पताल सहित अन्य सरकारी अस्पतालों में शवों की पहचान के लिए लोग उमड़े हुए हैं। हर ओर रोते-बिलखते परिजनों का जमावड़ा है। डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ और प्रशासन हरसंभव सहायता प्रदान करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन शवों की स्थिति के कारण प्रक्रिया बेहद कठिन हो गई है।