AI की वजह से 1.80 लाख नौकरियों पर खतरे की अटकलें लगाई जा रही थीं। गूगल CEO सुंदर पिचाई ने कहा कि AI से डरने की जरूरत नहीं, यह नौकरी छीनेगा नहीं बल्कि काम में मदद करेगा।
Google AI Jobs News: क्या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लाखों नौकरियां खतरे में हैं? गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने इस डर को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा कि AI नौकरियां नहीं छीनेगा, बल्कि काम आसान करेगा और इनोवेशन के नए अवसर पैदा करेगा। उन्होंने हाल की छंटनी पर भी खुलकर बात की और भरोसा दिलाया कि कंपनी आगे और लोगों को काम पर रखेगी।
AI से 1.80 लाख नौकरियों पर खतरा?
हाल ही में सैन फ्रांसिस्को में ब्लूमबर्ग को दिए एक इंटरव्यू में गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने AI को लेकर लोगों के बीच बढ़ते डर पर जवाब दिया। चर्चा इस बात को लेकर थी कि क्या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के कारण 1.80 लाख कर्मचारियों की नौकरियां जा सकती हैं। पिचाई ने इस डर को गैर-जरूरी बताया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि गूगल में ऐसा कोई बड़ा प्लान नहीं है कि AI की वजह से बड़े पैमाने पर छंटनी की जाए।
AI: दुश्मन नहीं, सहायक है
पिचाई ने इंटरव्यू में कहा कि AI एक सहायक टेक्नोलॉजी है, जो कर्मचारियों के काम को आसान बनाएगी। उन्होंने बताया कि AI को इस तरह डिजाइन किया जा रहा है कि वह टीम के काम को तेज और स्मार्ट बना सके। इसका मतलब है कि कर्मचारी बोरिंग और दोहराए जाने वाले कामों में कम समय लगाएं और बड़े प्रोजेक्ट्स पर ज्यादा फोकस करें।
AI एक एक्सीलरेटर है
सुंदर पिचाई ने AI को "Accelerator" यानी रफ्तार देने वाला टूल बताया। उन्होंने कहा कि इससे काम करने की गति बढ़ती है, जिससे कर्मचारियों को अपने स्किल का बेहतर उपयोग करने का मौका मिलता है। पिचाई के अनुसार, AI गूगल की टीम को ज्यादा क्रिएटिव और प्रोडक्टिव बनाएगा।
2023-24 में हुई छंटनी, लेकिन सीमित रही
इंटरव्यू के दौरान पिचाई ने 2023 और 2024 में हुई छंटनी पर भी बात की। उन्होंने बताया कि 2023 में 12,000 से ज्यादा लोगों को निकाला गया था। 2024 में भी लगभग 1,000 लोगों की छंटनी हुई, लेकिन यह सीमित और टारगेटेड रही। इस साल सिर्फ क्लाउड और डिवाइसेज यूनिट में 100 से कम और कुछ सौ कर्मचारियों की ही छंटनी की गई है।
2025 में क्या है गूगल की योजना?
सुंदर पिचाई ने कहा कि गूगल 2025 में अपनी इंजीनियरिंग टीम को और मजबूत करने की योजना बना रहा है। उन्होंने संकेत दिए कि नए प्रोडक्ट्स और इनोवेशन की वजह से और ज्यादा कर्मचारियों की जरूरत पड़ सकती है। इसका मतलब है कि कंपनी में नौकरी के अवसर कम होने के बजाय बढ़ेंगे।
गूगल के नए प्रोजेक्ट्स और इनोवेशन
पिचाई ने इंटरव्यू में गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के कुछ बड़े प्रोजेक्ट्स का भी जिक्र किया। इनमें वायमो (Waymo) जैसे सेल्फ-ड्राइविंग कार प्रोजेक्ट, क्वांटम कंप्यूटिंग और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म शामिल हैं। उन्होंने कहा कि भारत जैसे देशों में यूट्यूब की तेजी से बढ़ती पहुंच गूगल के लिए बड़ा अवसर है।