पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) के अनुसार, मार्च 2025 तक अटल पेंशन योजना से 7.65 करोड़ से अधिक नागरिक जुड़ चुके हैं, जिन्हें इस योजना के तहत पेंशन सुरक्षा मिल रही है। अपने दसवें वर्ष में प्रवेश कर चुकी यह योजना अब एक बड़ी सामाजिक और आर्थिक उपलब्धि के रूप में सामने आई है, जिसने करोड़ों लोगों को बुढ़ापे में आत्मनिर्भर रहने का भरोसा दिया है।
अटल पेंशन योजना, भारत सरकार की प्रमुख और दूरदर्शी योजनाओं में से एक मानी जाती है। सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में इस योजना ने एक नई मिसाल कायम की है। पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 7.65 करोड़ से अधिक लोग इस योजना से जुड़ चुके हैं। यह आंकड़ा न सिर्फ इसकी व्यापक लोकप्रियता को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि देश की जनता अब बुढ़ापे में आर्थिक सुरक्षा को लेकर पहले से कहीं अधिक जागरूक और सतर्क हो रही है।
अटल पेंशन योजना पर एक दृष्टि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 मई 2015 को कोलकाता से अटल पेंशन योजना की शुरुआत की थी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य असंगठित क्षेत्र में कार्यरत श्रमिकों और कम आय वर्ग के नागरिकों को रिटायरमेंट के बाद नियमित पेंशन के रूप में आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है।
आज, इस योजना की रिकॉर्डतोड़ सफलता यह साबित करती है कि असंगठित क्षेत्र के लाखों कर्मचारी अब अपने भविष्य को लेकर पहले से कहीं अधिक सजग हैं और सरकारी योजनाओं के माध्यम से रिटायरमेंट की ठोस योजना बना रहे हैं।
अटल पेंशन योजना की बढ़ती लोकप्रियता
वित्त वर्ष 2024-25 में अटल पेंशन योजना में 1.17 करोड़ से अधिक नए ग्राहक जुड़े हैं। अब तक इस योजना में 44,780 करोड़ रुपये से ज्यादा का फंड जमा हो चुका है, जो इसकी मजबूती और लोगों के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है।
अटल पेंशन योजना की पात्रता
केंद्र सरकार की इस योजना में 18 से 40 वर्ष की आयु के भारतीय नागरिक शामिल हो सकते हैं। रिटायरमेंट के बाद, यानी 60 वर्ष की उम्र पूरी होने पर, लाभार्थी को मासिक 1,000 रुपये से लेकर 5,000 रुपये तक की पेंशन मिलती है, जो उनकी बुढ़ापे की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करती है।
7.65 करोड़ से अधिक लोगों को पेंशन का लाभ
पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) के अनुसार, मार्च 2025 तक अटल पेंशन योजना ने 7.65 करोड़ से ज्यादा ग्राहकों को पेंशन सुरक्षा से जोड़ा है। योजना का दसवां वर्ष चल रहा है, और यह आंकड़ा इसकी अभूतपूर्व सफलता को दर्शाता है।
युवाओं और महिलाओं की बढ़ती भागीदारी
इस योजना में शामिल ग्राहकों में लगभग 70% की उम्र 18 से 30 वर्ष के बीच है। इसके अलावा, कुल ग्राहकों में 52% महिलाएं भी शामिल हैं, जो दर्शाता है कि युवा और महिलाएं अपने भविष्य की सुरक्षा के लिए सक्रिय रूप से वित्तीय योजना बना रहे हैं और अटल पेंशन योजना को भरोसेमंद विकल्प मानते हैं।
अटल पेंशन योजना में ये राज्य हैं अव्वल
अटल पेंशन योजना के सदस्यों में सबसे ज्यादा नामांकन उत्तर प्रदेश से हैं, जहां एक करोड़ से अधिक लोग इस योजना से जुड़े हैं। इसके बाद बिहार, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु जैसे राज्यों से भी लाखों लोगों ने इस योजना का हिस्सा बनने का निर्णय लिया है।