बिहार चुनाव के लिए AAP ने सभी सीटों पर लड़ने का एलान किया है। संजय सिंह ने गठबंधन से इनकार करते हुए शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार को मुख्य मुद्दा बताया। पार्टी 'संदेश यात्रा' के जरिए जनता से संपर्क कर रही है।
Bihar Election: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपने इरादे साफ कर दिए हैं। राज्यसभा सांसद और पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने पटना में स्पष्ट किया कि इस बार आम आदमी पार्टी बिहार की सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएगी।
गठबंधन से किया इंकार
संजय सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी का किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं होगा। उन्होंने साफ किया कि लोकसभा चुनाव में I.N.D.I.A गठबंधन के साथ केवल सामयिक तालमेल था, लेकिन विधानसभा चुनाव में पार्टी स्वतंत्र रूप से मैदान में उतरेगी। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि दिल्ली और हरियाणा विधानसभा चुनावों में भी AAP ने अकेले चुनाव लड़ा था और बिहार में भी यही रणनीति रहेगी।
पटना में धरने के दौरान किया एलान
संजय सिंह पटना में AAP की ओर से आयोजित एक धरने में शामिल होने आए थे। इसी मौके पर उन्होंने मीडिया से बातचीत में यह बयान दिया। उन्होंने बिहार में नीतीश कुमार सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि जो सरकार नौकरी मांगने वालों पर लाठी चलवाती है, वह जनता की सरकार नहीं हो सकती।
दिल्ली में बिहारवासियों पर अत्याचार का आरोप
संजय सिंह ने दिल्ली में चल रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान को लेकर भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि दिल्ली में झुग्गी-झोपड़ियां तोड़ी जा रही हैं, जिनमें ज्यादातर लोग बिहार और उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली में 50 साल से रह रहे इन लोगों को भाजपा सरकार जबरन हटा रही है।
नीतीश कुमार से लगाई गुहार
AAP नेता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपील की कि यदि उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत होती है, तो वे दिल्ली में चल रही 'बुल्डोजर कार्रवाई' को रुकवाने की पहल करें। उन्होंने कहा कि ये केवल राजनीतिक मुद्दा नहीं बल्कि लाखों गरीबों की आजीविका और सम्मान का सवाल है।
बिहार में 'संदेश यात्रा' के जरिए जनता से संवाद
संजय सिंह ने बताया कि पार्टी बिहार में 'संदेश यात्रा' चला रही है, जिसके तहत कुल सात यात्राएं प्रस्तावित हैं। इनमें से तीन यात्राएं पूरी हो चुकी हैं। इस अभियान के जरिए AAP जनता से संवाद स्थापित कर रही है और राज्य में अपने राजनीतिक विस्तार की संभावनाओं को टटोल रही है।
'अग्निवीर योजना' पर केंद्र को घेरा
केंद्र सरकार की अग्निवीर योजना को लेकर भी संजय सिंह ने कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने सवाल किया कि जब देश की सेना पहले से ही आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई कर रही थी, तो अचानक सीजफायर की घोषणा क्यों की गई? उन्होंने यह भी पूछा कि अब तक कितने सांसदों, मंत्रियों और विधायकों के बेटे अग्निवीर बने हैं। सरकार को इस पर आंकड़े जारी करने चाहिए।
स्थायी नौकरी पर सरकार का रुख सवालों के घेरे में
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के पास स्थायी सरकारी नौकरियों के लिए धन नहीं है, इसलिए चार साल के कॉन्ट्रैक्ट पर युवाओं को सेना में भर्ती किया जा रहा है। संजय सिंह के अनुसार, भारतीय सेना में इस समय करीब 1.8 लाख पद खाली हैं, लेकिन सरकार उन्हें भरने के बजाय युवाओं को अस्थायी रूप से नौकरी देने का रास्ता अपना रही है।