बसपा प्रमुख मायावती ने केंद्र सरकार को जनगणना ईमानदारी से कराने की सलाह दी। कांग्रेस पर देरी का आरोप लगाया और भाजपा की उपलब्धियों पर सवाल खड़े किए। पार्टी चुनावी तैयारियों में जुटी है।
नई दिल्ली – बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने राष्ट्रीय और जातीय जनगणना को लेकर केंद्र सरकार को चेतावनी भरे अंदाज़ में कहा है कि यह कार्य जनकल्याण से जुड़ा है और इसे पूरी ईमानदारी व पारदर्शिता से समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाना चाहिए। उन्होंने इस विषय पर न केवल केंद्र की भाजपा सरकार को नसीहत दी, बल्कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर भी जनगणना को जानबूझकर लटकाने का गंभीर आरोप लगाया।
केंद्र पर जताया भरोसा
मायावती ने कहा कि देश में जातीय जनगणना की मांग लंबे समय से उठती रही है, लेकिन कांग्रेस सरकार के समय में यह काम ठप पड़ा रहा। उन्होंने कहा कि अब जबकि केंद्र सरकार ने इस दिशा में प्रक्रिया शुरू की है, तो इसे समय पर, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से पूरा करना बेहद ज़रूरी है। उनके मुताबिक, यह केवल आंकड़ों का मामला नहीं है, बल्कि इससे देश की सामाजिक योजनाओं और नीतियों पर सीधा असर पड़ता है। इसीलिए, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही या राजनीतिक हितों की मिलावट नहीं होनी चाहिए।
कांग्रेस पर लगाया देरी का आरोप
बसपा प्रमुख ने सीधे तौर पर कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जनगणना जैसा महत्वपूर्ण काम कांग्रेस के समय में जानबूझकर लटकाया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गरीब, पिछड़े और वंचित वर्गों के हितों की कभी परवाह नहीं की, और जनगणना को स्थगित रखकर उन्होंने इन्हीं वर्गों के अधिकारों को दबाने का काम किया।
भाजपा की उपलब्धियों पर भी सवाल
मायावती ने मौजूदा केंद्र सरकार की नीतियों पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा पिछले 11 वर्षों से केंद्र की सत्ता में है और अपने कार्यकाल की ‘अपार उपलब्धियों’ की बात कर रही है, लेकिन असल ज़मीन पर गरीब, बेरोजगार और वंचित वर्गों की ज़िंदगी में कितना सुधार हुआ है – इसका आकलन जनता सही समय पर खुद करेगी। उन्होंने कहा, “यह सब बातें कागज़ों पर अच्छी लगती हैं, लेकिन असल हकीकत क्या है, यह गरीब और दलित समाज रोज महसूस करता है।”
पार्टी कार्यकर्ताओं को सजग रहने के निर्देश
मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी अब जनगणना और जातीय गणना से जुड़े तथ्यों पर अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को जागरूक करेगी। उन्होंने निर्देश दिया कि हर कार्यकर्ता यह सुनिश्चित करे कि सरकार की ओर से कराई जा रही गणना में कोई गड़बड़ी या भेदभाव न हो।
चुनावों की तैयारी में जुटी बसपा
जनगणना के मुद्दे के साथ ही मायावती ने पार्टी के संगठनात्मक कार्यों और आगामी चुनावों की तैयारियों पर भी विस्तार से बात की। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों में पार्टी बैठकों और कार्य समीक्षा का दौर जारी है। पूर्वांचल क्षेत्र में संगठन को मजबूत करने के लिए उन्होंने स्वयं बैठक की अध्यक्षता की है।
इसके अलावा, उन्होंने साफ किया कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर पार्टी पूरी तरह तैयार है और ज़मीनी स्तर पर रणनीति बनाई जा रही है, ताकि परिणाम पार्टी के पक्ष में आएं।