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10 हजार SIP से बनाएं 70 लाख: मनी मार्केट फंड समझें

10 हजार SIP से बनाएं 70 लाख: मनी मार्केट फंड समझें

फ्रैंकलिन इंडिया मनी मार्केट फंड ने 2002 में दलाल स्ट्रीट में अपनी शुरुआत की थी और तब से यह फंड निवेशकों को स्थिर और भरोसेमंद रिटर्न देने के लिए जाना जाता रहा है।

SIP plan: निवेश की दुनिया में धैर्य और अनुशासन के साथ किए गए फैसले कई बार उम्मीदों से कहीं ज्यादा बड़ा रिटर्न दे सकते हैं। कुछ ऐसा ही उदाहरण पेश किया है फ्रैंकलिन इंडिया मनी मार्केट फंड ने, जिसने 23 वर्षों में 10 हजार रुपये की मंथली एसआईपी को 70 लाख रुपये से भी अधिक में बदल दिया। यह कहानी उन निवेशकों के लिए प्रेरणा है जो छोटी रकम से शुरुआत करते हुए भविष्य में बड़ा फाइनेंशियल लक्ष्य हासिल करना चाहते हैं।

फ्रैंकलिन इंडिया मनी मार्केट फंड की सफलता

फ्रैंकलिन इंडिया मनी मार्केट फंड ने वर्ष 2002 में म्यूचुअल फंड बाजार में अपनी शुरुआत की थी। आज 2025 में इस फंड को पूरे 23 वर्ष हो चुके हैं, और इसने निवेशकों को लगातार स्थिर और संतुलित रिटर्न दिया है। इस फंड में यदि किसी निवेशक ने साल 2002 से हर महीने 10 हजार रुपये का एसआईपी किया होता, तो मई 2025 तक उसका कुल निवेश 27.6 लाख रुपये होता। लेकिन हैरानी की बात यह है कि इस निवेश की वैल्यू 70 लाख रुपये से अधिक हो चुकी होती।

यह रिटर्न न केवल इसके मैनेजमेंट की कुशलता को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि मनी मार्केट फंड जैसी सुरक्षित श्रेणियों में भी लंबे समय तक निवेश करने से अच्छा रिटर्न प्राप्त किया जा सकता है।

फंड की संरचना और निवेश रणनीति

फ्रैंकलिन इंडिया मनी मार्केट फंड मुख्यतः अल्पकालिक और सुरक्षित माने जाने वाले निवेश उपकरणों में अपना पैसा लगाता है। इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:

  • सर्टिफिकेट्स ऑफ डिपॉजिट (CDs)
  • कमर्शियल पेपर्स (CPs)
  • ट्रेजरी बिल्स

सरकारी बॉन्ड और अन्य सुरक्षित ऋण साधन

फंड का लगभग 87 प्रतिशत हिस्सा मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में और 12 प्रतिशत हिस्सा सरकारी प्रतिभूतियों में निवेशित है। यह रणनीति फंड को बाजार के उतार-चढ़ाव से काफी हद तक सुरक्षित रखती है और लिक्विडिटी बनाए रखने में सहायक होती है।

बेंचमार्क इंडेक्स को पछाड़ा

फ्रैंकलिन इंडिया मनी मार्केट फंड ने अपने बेंचमार्क 'निफ्टी मनी मार्केट इंडेक्स A-I' से लगातार बेहतर प्रदर्शन किया है। पिछले 1 साल, 5 साल और 15 सालों के ट्रेलिंग रिटर्न के आधार पर यह फंड अपने वर्ग में शीर्ष पर रहा है। यह दर्शाता है कि मैनेजमेंट द्वारा समय पर सही निर्णय और जोखिम संतुलन की नीति ने निवेशकों को बेहतर रिटर्न दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

क्या कहता है लंपसम निवेश

यदि कोई निवेशक 2002 में एकमुश्त 10 हजार रुपये का निवेश करता, तो उसकी वैल्यू मई 2025 तक बढ़कर लगभग 49,649 रुपये हो जाती। यह रिटर्न भले एसआईपी जितना प्रभावशाली न लगे, लेकिन यह भी दिखाता है कि एक बार का छोटा निवेश भी समय के साथ अच्छे रिटर्न में तब्दील हो सकता है।

किन्हें करना चाहिए ऐसे फंड में निवेश

मनी मार्केट फंड उन निवेशकों के लिए आदर्श विकल्प हैं जो:

  • कम जोखिम लेना चाहते हैं
  • पैसे को कुछ समय के लिए सुरक्षित स्थान पर रखना चाहते हैं
  • लिक्विडिटी की आवश्यकता रखते हैं
  • नियमित लेकिन स्थिर रिटर्न की उम्मीद करते हैं

यह फंड खासकर रिटायर्ड लोगों, छोटे व्यवसायियों या वेतनभोगियों के लिए उपयोगी है, जो अपने पैसों को सुरक्षित रखते हुए उस पर बेहतर ब्याज दर प्राप्त करना चाहते हैं।

रिस्क को नजरअंदाज न करें

हालांकि मनी मार्केट फंड्स को कम जोखिम वाला माना जाता है, लेकिन यह पूरी तरह रिस्क-फ्री नहीं होते। इन पर भी ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव, क्रेडिट रिस्क, या आर्थिक मंदी जैसे कारकों का प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए निवेश करने से पहले अपनी जोखिम सहनशीलता और निवेश अवधि का आंकलन करना जरूरी है।

विशेषज्ञ मानते हैं कि भले ही अतीत का प्रदर्शन अच्छा रहा हो, लेकिन भविष्य में बाजार के हालात में बदलाव आ सकते हैं। अतः कोई भी निवेश फैसला लेते समय वित्तीय सलाहकार की सलाह लेना बुद्धिमानी है।

लंबी अवधि में निवेश का महत्व

फ्रैंकलिन इंडिया मनी मार्केट फंड की यह सफलता इस बात का प्रमाण है कि अनुशासित तरीके से की गई मंथली एसआईपी, चाहे वह छोटी रकम की हो, समय के साथ एक बड़ी पूंजी में बदल सकती है। यह उन निवेशकों के लिए सीख है जो कम उम्र में निवेश शुरू करने की सोच रहे हैं।

अक्सर लोग मानते हैं कि बड़ा रिटर्न केवल इक्विटी फंड में ही संभव है, लेकिन इस फंड ने साबित किया है कि स्थिरता, अनुशासन और धैर्य के साथ डेट कैटेगरी में भी बेहतर परिणाम मिल सकते हैं।

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