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Housefull 5 Review: स्टार्स की भीड़ और कॉमेडी, लेकिन कहानी रही अधूरी

Housefull 5 Review: स्टार्स की भीड़ और कॉमेडी, लेकिन कहानी रही अधूरी

अक्षय कुमार की कॉमेडी फ्रेंचाइज़ी हाउसफुल का पाँचवाँ भाग, हाउसफुल 6 जून 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज़ हो चुका है। इस बार फिल्म एक दिलचस्प प्रयोग के साथ आई है—दो अलग-अलग क्लाइमेक्स के साथ, यानी दर्शक हाउसफुल 5 A या हाउसफुल 5 B चुन सकते हैं।

  • फिल्म रिव्यू: हाउसफुल 5
  • स्टार रेटिंग: 2.5/5
  • पर्दे पर: 06.06.2025
  • डायरेक्टर: तरुण मनसुखानी
  • शैली: सस्पेंस कॉमेडी

एंटरटेनमेंट: 'हाउसफुल' फिल्म ने अपनी शानदार स्टारकास्ट और जबरदस्त कॉमिक टाइमिंग के चलते दर्शकों के दिलों में खास जगह बना ली थी। अक्षय कुमार, रितेश देशमुख, दीपिका पादुकोण, लारा दत्ता और अर्जुन रामपाल जैसे सितारों ने फिल्म को एक अलग ही ऊंचाई पर पहुंचा दिया था। मजेदार कॉमेडी, हल्का सस्पेंस और पारिवारिक मनोरंजन के मसाले ने इसे बॉक्स ऑफिस पर बड़ी सफलता दिलाई थी।

इसके बाद हाउसफुल एक सफल फ्रैंचाइज़ी के रूप में स्थापित हो गई और अब तक इसके चार भाग आ चुके हैं। अब हाउसफुल 5 6 जून 2025 को बड़े पर्दे पर रिलीज हो चुकी है, जिसे लेकर फैंस में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। 

कहानी: मस्ती में लिपटी मर्डर मिस्ट्री

फिल्म की कहानी एक आलीशान क्रूज़ पर शुरू होती है, जहां रंजीत नामक एक बुज़ुर्ग अपने 100वें जन्मदिन पर पार्टी करता है और वहीं उसकी मौत हो जाती है। एक होलोग्राम के ज़रिए वह अपनी वसीयत सुनाता है, जिसमें उसकी संपत्ति एक 'जॉली' नामक उत्तराधिकारी को देने की बात होती है। लेकिन कहानी में मज़ा तब आता है जब तीन जॉली (अक्षय कुमार, रितेश देशमुख और अभिषेक बच्चन) अपनी-अपनी पत्नियों (जैकलीन फर्नांडिस, नरगिस फाखरी और सोनम बाजवा) के साथ वारिस बनने पहुंचते हैं।

बात और बिगड़ती है जब क्रूज़ पर एक मर्डर होता है और तीनों जॉली उसमें फंसते हैं। अब कहानी एक हास्य भरे सस्पेंस में बदल जाती है, जहां हर किरदार शक के घेरे में है।

ह्यूमर और ड्रामा का तालमेल

फिल्म की शुरुआत जोरदार है। अक्षय कुमार, रितेश देशमुख और अभिषेक बच्चन की तिकड़ी अपने कॉमिक टाईमिंग और डायलॉग डिलीवरी से खूब हंसाती है। पहले हाफ में ह्यूमर और मर्डर मिस्ट्री के बीच अच्छा संतुलन दिखता है। पुराने हाउसफुल पार्ट्स के कुछ संदर्भ भी कहानी को मजेदार बनाते हैं। लेकिन इंटरवल के बाद फिल्म की रफ्तार धीमी पड़ जाती है। 

स्क्रिप्ट बिखरने लगती है और ऐसा लगता है कि कई किरदार केवल भराव के लिए डाले गए हैं। दूसरे हाफ में कहानी की दिशा भटकती है और कई सीन अनावश्यक लगते हैं। 165 मिनट की लंबाई के कारण फिल्म खिंचती हुई महसूस होती है।

स्टारकास्ट की परफॉर्मेंस: कोई हंसी दिलाए, कोई फीका लगे

फिल्म में कुल 17 प्रमुख किरदार हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही अपना प्रभाव छोड़ पाते हैं। अक्षय कुमार हमेशा की तरह एनर्जी से भरपूर और चुटीले हैं। रितेश देशमुख और अभिषेक बच्चन भी उनकी बराबरी में खड़े दिखाई देते हैं। अभिषेक की 'सीरियस कॉमेडी' टोन दर्शकों को खूब भाती है। जैकी श्रॉफ और संजय दत्त ने अपने सीमित रोल में शानदार प्रभाव छोड़ा है। वहीं नाना पाटेकर का कैमियो छोटा होने के बावजूद यादगार है। बॉबी देओल का अचानक क्लाइमेक्स में आना दर्शकों के लिए सरप्राइज है।

महिला कलाकारों की बात करें तो जैकलीन, सोनम और नरगिस को केवल ग्लैमर तक सीमित रखा गया है। पहले हाफ में उनके पास कुछ सीन हैं, लेकिन दूसरे हाफ में वे लगभग गायब हैं। बाकी कलाकारों जैसे फरदीन खान, चित्रांगदा सिंह, डिनो मोरिया, श्रेयस तलपड़े, निकितिन धीर वगैरह को ठीक से मौके ही नहीं मिलते। कुछ किरदार तो ऐसे हैं कि दर्शक सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि इन्हें रखा क्यों गया।

निर्देशन, संगीत और तकनीकी पक्ष

फिल्म का निर्देशन तरुण मनसुखानी ने किया है और स्क्रिप्ट साजिद नाडियाडवाला के लेखन में तैयार हुई है। पहले हाफ में दोनों की पकड़ अच्छी लगती है, लेकिन दूसरे भाग में निर्देशन नियंत्रण खो देता है। कॉमेडी और मर्डर मिस्ट्री का मिश्रण एक चुनौती था, जिसे फिल्म पूरी तरह साध नहीं पाई। हां, क्लाइमेक्स जरूर बांधता है और यह फिल्म की सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरता है।

फिल्म का संगीत औसत है। ‘लाल परी’ गाना थोड़ी देर याद रहता है, लेकिन अन्य गीत भुला दिए जाते हैं। बैकग्राउंड स्कोर मर्डर मिस्ट्री को हल्का सस्पेंस टच देने में सफल रहता है।

फाइनल वर्डिक्ट: एक बार देखने लायक, उम्मीद से थोड़ी कम

हाउसफुल 5 एक शानदार आइडिया और मनोरंजक कॉन्सेप्ट के साथ शुरू होती है, लेकिन कई सितारों को एक साथ दिखाने की कोशिश में फिल्म खुद को संभाल नहीं पाती। पहला हाफ दमदार है, लेकिन दूसरे हाफ में कहानी कमजोर हो जाती है। हालांकि क्लाइमेक्स और कुछ मजेदार मोड़ इस फिल्म को एक बार देखने लायक बनाते हैं।

यदि आप नॉन-लॉजिकल कॉमेडी और स्टार्स की भरमार से भरी फिल्मों के शौकीन हैं, तो हाउसफुल 5 आपको निराश नहीं करेगी, लेकिन यदि आप एक कसावट भरी कहानी की उम्मीद कर रहे हैं तो शायद आपको थोड़ी निराशा हो सकती है।

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