इजरायल के हमले में ईरान के खुफिया प्रमुख मोहम्मद काजमी और उनके डिप्टी की मौत हो गई। सुप्रीम लीडर खामेनेई को बंकर में छिपाया गया। ईरान का खुफिया ढांचा बुरी तरह प्रभावित हुआ।
Israel-Iran: ईरान और इजरायल के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। हाल ही में हुए इजरायली हवाई हमलों में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) को बड़ा नुकसान हुआ है। सरकारी पुष्टि के अनुसार, ईरान के खुफिया प्रमुख ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद काजमी और उनके डिप्टी हसन मोहाकिक इन हमलों में मारे गए हैं।
ईरानी खुफिया तंत्र को तगड़ा झटका
IRGC से जुड़ी ईरानी सरकारी एजेंसी तस्नीम न्यूज़ ने जानकारी दी है कि तेहरान में हुए इन हमलों में एक और वरिष्ठ खुफिया अधिकारी मोहसिन बाघेरी भी मारे गए। इन हमलों ने ईरान की सैन्य और खुफिया संरचना को गहरा झटका दिया है। विशेष रूप से IRGC जैसी ताकतवर सैन्य इकाई के शीर्ष अफसरों की मौत से देश की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर असर पड़ा है।
खामेनेई को अंडरग्राउंड बंकर में ले जाया गया
इजरायली हमलों के बाद सबसे बड़ी खबर यह रही कि ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई को राजधानी तेहरान के उत्तर-पूर्वी हिस्से लवीजान में स्थित एक अंडरग्राउंड बंकर में शिफ्ट कर दिया गया। टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक, खामेनेई अपने पूरे परिवार के साथ वहां मौजूद हैं। यह वही बंकर है जहां अप्रैल और अक्टूबर 2024 में भी खामेनेई ने इजरायली हमलों के दौरान शरण ली थी।
पहली रात क्यों नहीं किया खामेनेई पर हमला?
इजरायल की योजना पर नजर डालें तो रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजरायली सेना ने ऑपरेशन की पहली रात खामेनेई को निशाना नहीं बनाया। इसका उद्देश्य था कि ईरान को अपनी यूरेनियम संवर्धन (Uranium Enrichment) योजना को छोड़ने का आखिरी मौका दिया जाए। यह रणनीति इस बात की ओर इशारा करती है कि इजरायल अभी भी ईरान को खुलकर परमाणु शक्ति बनने से रोकने के अपने प्रयासों में एक आखिरी अवसर देना चाहता है।
हथियार निर्माण इकाइयों पर किया गया हमला
इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने बताया कि उसने ईरान में बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए। इन हमलों का प्रमुख लक्ष्य था ईरानी हथियार निर्माण क्षमता को समाप्त करना। इस अभियान में IRGC, उसकी कुद्स फोर्स और ईरानी सेना के अहम ढांचे को नुकसान पहुंचाया गया। IDF के अनुसार, हथियार निर्माण से जुड़ी कई फैक्ट्रियों को निशाना बनाकर उन्हें पूरी तरह निष्क्रिय कर दिया गया है।
ईरान की प्रतिक्रिया का इंतजार
हालांकि ईरान ने फिलहाल कोई प्रत्यक्ष जवाबी हमला नहीं किया है, लेकिन ऐसी आशंका है कि आने वाले दिनों में ईरानी नेतृत्व कोई ठोस प्रतिक्रिया दे सकता है। खामेनेई जैसे कद्दावर नेता को बंकर में शिफ्ट करना इस बात का संकेत है कि ईरान को अभी और हमलों की आशंका है और वह उच्च सुरक्षा स्थिति में है।