भारत और इंग्लैंड के बीच बहुप्रतीक्षित पांच टेस्ट मैचों की सीरीज की शुरुआत धमाकेदार अंदाज में हुई है। लीड्स के ऐतिहासिक हेडिंग्ले मैदान पर खेले जा रहे पहले टेस्ट में टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने जबरदस्त बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए एक बड़ा इतिहास रच दिया।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारत और इंग्लैंड के बीच शुरू हुई पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला लीड्स (हेडिंग्ले) के मैदान पर खेला जा रहा है, और पहले ही दिन टीम इंडिया ने एक खास उपलब्धि हासिल की है। इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया, लेकिन भारत की ओर से ओपनिंग करने उतरे यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने शानदार शुरुआत करते हुए 39 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया।
बेन स्टोक्स के फैसले पर भारी पड़ी भारतीय ओपनिंग जोड़ी
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया, लेकिन उनका यह फैसला भारतीय ओपनर्स ने पूरी तरह नाकाम कर दिया। यशस्वी जायसवाल, जो इंग्लैंड में पहली बार टेस्ट खेल रहे हैं, और अनुभवी केएल राहुल ने पहले सत्र में संयम और तकनीक का बेहतरीन मिश्रण दिखाया। दोनों ने पहले विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी कर इंग्लैंड को शुरुआती सफलता से महरूम रखा।
सुनील गावस्कर और श्रीकांत का टूटा रिकॉर्ड
इससे पहले, भारत की तरफ से लीड्स टेस्ट में सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी का रिकॉर्ड साल 1986 में सुनील गावस्कर और के श्रीकांत के नाम था। दोनों दिग्गजों ने उस मैच में पहले विकेट के लिए 64 रन की साझेदारी की थी। लेकिन 21 जून 2025 को जायसवाल और राहुल ने इस रिकॉर्ड को तोड़ते हुए पहले विकेट के लिए 70 से अधिक रन जोड़कर एक नया अध्याय रच दिया।
यह रिकॉर्ड तोड़ साझेदारी सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे यह भी संकेत मिला कि भारत की नई ओपनिंग जोड़ी विदेशों में भी आत्मविश्वास से भरपूर प्रदर्शन कर सकती है।
लीड्स में 2013 के बाद पहली बार मेहमान ओपनिंग जोड़ी का जलवा
यह सिर्फ भारत के लिहाज से ही नहीं, बल्कि लीड्स टेस्ट इतिहास के लिहाज से भी खास पल था। साल 2013 के बाद यह पहली बार हुआ है, जब किसी मेहमान टीम की ओपनिंग जोड़ी ने इस मैदान पर 50 या उससे अधिक रनों की साझेदारी की है। 2013 में यह कारनामा न्यूजीलैंड के ओपनर पीटर फुल्टन और हामिश रदरफोर्ड ने किया था। इसके बाद इतने वर्षों में कोई भी विदेशी ओपनिंग जोड़ी यहां टिक नहीं पाई थी।
यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल के बीच यह दूसरी 50+ रनों की साझेदारी थी। इससे पहले दोनों ने पर्थ टेस्ट 2024 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 201 रनों की विशाल साझेदारी की थी। यह दिखाता है कि यह जोड़ी तेज गेंदबाजों के अनुकूल परिस्थितियों में भी स्थिरता और आक्रामकता का सही संतुलन बना सकती है।