भारत और इंग्लैंड के बीच लीड्स में जारी पहले टेस्ट मैच में तीसरे दिन का खेल कई रोमांचक मोड़ों से भरा रहा, लेकिन इसी दौरान मैदान पर एक चौंकाने वाली घटना भी घटी जिसने दर्शकों और खिलाड़ियों को हैरान कर दिया।
स्पोर्ट्स न्यूज़: लीड्स के हेडिंग्ले मैदान पर खेले जा रहे भारत और इंग्लैंड के बीच पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन एक अजीब और रोचक दृश्य ने सभी क्रिकेट प्रेमियों का ध्यान खींचा। भारत की दूसरी पारी के दौरान जब इंग्लैंड कप्तान बेन स्टोक्स कुछ समय के लिए मैदान से बाहर गए, तब एक ऐसे शख्स ने मैदान पर फील्डिंग की, जो इंग्लैंड की आधिकारिक टेस्ट टीम का हिस्सा भी नहीं है। यह खिलाड़ी थे – यश वगाड़िया।
कौन हैं यश वगाड़िया?
यश वगाड़िया एक 21 वर्षीय ऑलराउंडर हैं, जो यॉर्कशर काउंटी क्रिकेट क्लब से ताल्लुक रखते हैं। उनका जन्म न्यूकैसल, इंग्लैंड में हुआ था और वह अंडर-14 से लेकर अंडर-18 तक यॉर्कशर के जूनियर स्तर पर खेल चुके हैं। अगस्त 2024 में उन्होंने लिस्ट ए क्रिकेट में यॉर्कशर के लिए डेब्यू किया था और अब तक 2 लिस्ट ए मैच खेल चुके हैं।
यश वगाड़िया को इस टेस्ट मैच के लिए इंग्लैंड टीम के साथ सब्स्टिट्यूट फील्डर के तौर पर जोड़ा गया था। दरअसल, जब किसी खिलाड़ी को अस्थायी रूप से मैदान से बाहर जाना होता है, तो घरेलू टीम के भरोसेमंद युवा खिलाड़ियों को मैदान पर उतारा जाता है, ताकि फील्डिंग में कोई कमी न रह जाए। यॉर्कशर काउंटी के अनुसार, यश को यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी कि वह इंग्लैंड टीम के वॉर्म-अप, ड्रिंक्स ले जाने, और आवश्यकता पड़ने पर फील्डिंग में मदद करें। यह उनके लिए एक बड़ा अवसर था – इंग्लैंड की सीनियर टीम के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करना और मैदान पर उपस्थिति दर्ज कराना।
जब मैदान पर आए यश, सब हुए हैरान
भारत की दूसरी पारी में जब यश अचानक फील्ड पर दिखे, तो कमेंटेटर से लेकर दर्शकों तक सभी चौंक उठे। फैंस और एक्सपर्ट्स सोच में पड़ गए कि यह खिलाड़ी कौन है, जो इंग्लैंड की जर्सी में फील्डिंग कर रहा है लेकिन टीम के आधिकारिक रोस्टर में उसका नाम तक नहीं है। सोशल मीडिया पर यश की तस्वीरें वायरल हो गईं और लोग उनके बारे में जानने को उत्सुक हो उठे।
क्यों खास है यश वगाड़िया की यह एंट्री?
ऐसे सब्स्टिट्यूट खिलाड़ियों की भूमिका भले ही सीमित हो, लेकिन उन्हें बड़े अंतरराष्ट्रीय मंच पर दिखने का दुर्लभ अवसर मिलता है। यश का मैदान पर उतरना, उनकी मेहनत और लगन का ही नतीजा है। यह अनुभव न केवल उनके आत्मविश्वास को बढ़ाएगा, बल्कि भविष्य में उन्हें बड़े अवसरों के लिए भी तैयार करेगा।यश के कोच ने एक स्थानीय चैनल से बात करते हुए कहा, यश का मैदान पर आना हमारी अकादमी और यॉर्कशर की युवा प्रतिभाओं के लिए गर्व की बात है। वह अनुशासित, मेहनती और बहुत ही केंद्रित खिलाड़ी है।