ज़ूम ने भारत में छह सर्किलों में फोन सेवा का विस्तार किया और नया कॉन्टैक्ट सेंटर लॉन्च कर उद्यमों के लिए AI आधारित समाधान पेश किया।
भारत में डिजिटल कनेक्टिविटी और एंटरप्राइज़ संचार को एक नई दिशा देने के उद्देश्य से ज़ूम कम्युनिकेशंस ने बड़ी पहल की है। कंपनी ने देश के छह प्रमुख दूरसंचार सर्किलों में अपनी क्लाउड आधारित ‘ज़ूम फ़ोन सेवा’ का विस्तार किया है। इसके साथ ही ज़ूम ने अपने मल्टीचैनल ‘ज़ूम कॉन्टैक्ट सेंटर’ को भी भारत में लॉन्च कर दिया है। यह कदम भारतीय उद्यमों को स्मार्ट, स्केलेबल और AI-सक्षम संचार समाधान उपलब्ध कराने की दिशा में एक निर्णायक मोड़ माना जा रहा है।
ज़ूम फोन: क्लाउड-आधारित टेलीफोनी का भविष्य
ज़ूम फोन एक आधुनिक, क्लाउड-आधारित टेलीफोन सेवा है जो पारंपरिक PBX (Private Branch Exchange) सिस्टम की जगह लेता है। यह सेवा Public Switched Telephone Network (PSTN) के माध्यम से इनबाउंड और आउटबाउंड कॉलिंग को सक्षम बनाती है।
कंपनी का दावा है कि ज़ूम फोन को AI-सक्षम ज़ूम वर्कप्लेस प्लेटफ़ॉर्म से जोड़ा गया है, जिससे कंपनियाँ एक ही जगह पर अपने संचार साधनों को केंद्रीकृत कर सकती हैं। इसमें कॉल ट्रांसफर, फॉरवर्डिंग, रिकॉर्डिंग जैसी सुविधाएँ शामिल हैं, जो ज़ूम कॉन्टैक्ट सेंटर के साथ एकीकृत होकर और अधिक शक्तिशाली बन जाती हैं।
AI के साथ स्मार्ट कॉल मैनेजमेंट
ज़ूम वर्कप्लेस में AI-सक्षम तकनीकों के ज़रिए कॉल के बाद के सारांश, वॉयस कमांड से कार्य निष्पादन, कॉल प्राथमिकता और ट्रैकिंग जैसी सुविधाएँ मिलती हैं। इससे व्यवसायों को अपने ग्राहकों और टीम के साथ संवाद को अधिक प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने में मदद मिलती है।
ज़ूम कॉन्टैक्ट सेंटर: मल्टीचैनल ग्राहक सेवा का साधन
ज़ूम कॉन्टैक्ट सेंटर एक Contact Center as a Service (CCaaS) समाधान है, जो वॉइस, वीडियो, सोशल मीडिया, ईमेल, मैसेजिंग ऐप और वर्चुअल एजेंट जैसे कई प्लेटफॉर्म को एकीकृत करता है।
यह सेवा खासतौर पर उन उद्यमों के लिए फायदेमंद है जो ग्राहकों से कई चैनलों पर संवाद करते हैं और अपने ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाना चाहते हैं।
Bring Your Own Carrier (BYOC) की सुविधा
ज़ूम का कॉन्टैक्ट सेंटर बिजनेस को BYOC (Bring Your Own Carrier) विकल्प भी देता है। इसका मतलब है कि कंपनियाँ अपने मौजूदा PSTN कैरियर को बदलने की बजाय ज़ूम के क्लाउड सिस्टम से जोड़ सकती हैं। इससे संचालन लागत भी बचती है और मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर में बड़े बदलाव की ज़रूरत नहीं पड़ती।
Self-Service पोर्टल: तेज़, सहज सेटअप
ज़ूम फोन सेवा उन क्षेत्रों के लिए भी उपयोगी है जहाँ यह अभी उपलब्ध नहीं है। कंपनी का स्वयं-सेवा पोर्टल व्यवसायों को वर्चुअल नंबर लेने की सुविधा देता है, जो उस टेलीकॉम सर्किल के अनुरूप होता है जहाँ सेवा सक्रिय है। यह सुविधा स्टार्टअप्स और MSMEs के लिए बेहद मददगार है जो बिना बड़ी पूंजी लगाए तेज़ी से विस्तार चाहते हैं।
भारत पर केंद्रित रणनीति
ज़ूम के इस विस्तार को भारतीय बाजार में उसके बढ़ते इरादों के रूप में देखा जा रहा है। भारत में टेक्नोलॉजी आधारित संचार सेवाओं की मांग तेजी से बढ़ रही है और ज़ूम इस अवसर का लाभ उठाकर अपना कारोबार मजबूत करना चाहता है।
ज़ूम कम्युनिकेशंस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,
'भारत हमारे लिए एक प्राथमिक बाज़ार है। ज़ूम फोन और कॉन्टैक्ट सेंटर जैसी सेवाओं के ज़रिए हम भारत के व्यवसायों को एक AI-प्रथम, आधुनिक और भरोसेमंद संचार समाधान देना चाहते हैं।'
क्या मिल सकता है कंपनियों को फायदा?
- बेहतर ग्राहक अनुभव: मल्टीचैनल सपोर्ट के ज़रिए सभी प्लेटफॉर्म्स पर एक समान सेवा
- कम लागत: क्लाउड समाधान होने के कारण इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च घटता है
- उच्च दक्षता: AI-सक्षम कॉल हैंडलिंग और रिपोर्टिंग
- लचीलापन: BYOC और क्लाउड इंटीग्रेशन की सुविधा
- तेज स्केलेबिलिटी: बढ़ती कंपनियों के लिए त्वरित विस्तार की क्षमता