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जयपुर में बिजली चोरी पर बड़ा ऑपरेशन: आरओ प्लांट, रिसोर्ट और कोल्ड स्टोरेज पर छापे, ₹10 लाख जुर्माना

जयपुर में बिजली चोरी पर बड़ा ऑपरेशन: आरओ प्लांट, रिसोर्ट और कोल्ड स्टोरेज पर छापे, ₹10 लाख जुर्माना

जयपुर शहर में बिजली चोरी पर लगाम कसने के लिए विद्युत विभाग ने गुरुवार को एक बड़ा अभियान चलाया। इस विशेष जांच अभियान में शहर के विभिन्न इलाकों में छापेमारी की गई, जहां 6 स्थानों पर बड़े स्तर पर अवैध रूप से बिजली का उपयोग होते पाया गया। इन मामलों में आरओ प्लांट, कोल्ड स्टोरेज, रिसोर्ट और एक निजी गोदाम शामिल थे। विभाग ने सभी पर 10 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया है और आगे की कानूनी कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। 

कैसे चला ऑपरेशन?

विद्युत निरीक्षण दल ने खुफिया सूचना के आधार पर जयपुर के बाहरी इलाकों में यह छापेमारी की। विभाग के अनुसार, यह कार्रवाई सुबह 6 बजे से शुरू हुई और दोपहर तक चली। टीमों को पहले से ही इस बात की भनक लग चुकी थी कि कुछ स्थानों पर लंबे समय से बिना मीटर या मीटर बाईपास कर बिजली का उपयोग किया जा रहा है।

कहाँ-कहाँ पकड़ी गई चोरी?

  • कांचीपुरा रोड स्थित एक आरओ प्लांट में ट्रांसफार्मर से डायरेक्ट बिजली ली जा रही थी। यहां करीब दो साल से बिल के बिना प्लांट चल रहा था।
  • सिरसी रोड के पास एक रिसोर्ट में मीटर से छेड़छाड़ कर बिजली की आपूर्ति की जा रही थी।
  • जगतपुरा के कोल्ड स्टोरेज में मीटर को बायपास कर भारी बिजली लोड लिया जा रहा था।
  • बगरू के पास एक निजी गोदाम में ट्रांजिट वायरिंग कर अवैध सप्लाई ली जा रही थी।
  • महला रोड पर एक डेयरी प्लांट में पुराने डिस्कनेक्टेड कनेक्शन से चोरी की जा रही थी।
  • शिवदासपुरा के एक फार्महाउस में छिपे हुए पैनल से अवैध लाइन लेकर बड़ा लाइटिंग सिस्टम चलाया जा रहा था।

कार्रवाई और जुर्माना

विभाग ने सभी 6 मामलों में तुरंत बिजली सप्लाई काट दी और FIR दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की। कुल मिलाकर इन संस्थानों पर 10.27 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इसके अलावा, चोरी की गई यूनिट की भरपाई और अतिरिक्त पेनल्टी के लिए नोटिस भी जारी किए गए हैं। जांच में पता चला है कि कुछ स्थानों पर यह बिजली चोरी पिछले 1 से 2 वर्षों से चल रही थी। कुछ मामलों में उपभोक्ताओं ने जानबूझकर मीटर से छेड़छाड़ की थी, जबकि कुछ ने सीधे पोल से कनेक्शन जोड़ रखा था।

अधिकारियों का बयान

बिजली वितरण निगम के अधीक्षण अभियंता आर.एस. चौहान ने बताया, हमने तकनीकी टीमों के साथ योजनाबद्ध ढंग से जांच की और हर उस जगह को चिन्हित किया, जहां संदेह था। बिजली चोरी एक गंभीर अपराध है, और हम ऐसे मामलों में किसी भी तरह की ढील नहीं बरतेंगे। विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह अभियान यहीं नहीं रुकेगा।

अगले कुछ हफ्तों में जयपुर के आसपास के गांवों, औद्योगिक क्षेत्रों और फार्महाउसों पर भी विशेष नजर रखी जाएगी। जनता से अपील की गई है कि अगर उन्हें कहीं बिजली चोरी की जानकारी मिले, तो तुरंत विभाग को सूचित करें। विद्युत विभाग ने कहा है कि, अगर कोई उपभोक्ता जानबूझकर चोरी करता है, तो उसे जेल तक भेजा जा सकता है। सिर्फ जुर्माना ही नहीं, बल्कि लाइसेंस रद्द, केस दर्ज और भविष्य में कनेक्शन से वंचित रहने की नौबत भी आ सकती है।

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