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लुधियाना उपचुनाव 2025: संजीव अरोड़ा vs भारत भूषण आशु, कौन मारेगा बाजी?

लुधियाना उपचुनाव 2025: संजीव अरोड़ा vs भारत भूषण आशु, कौन मारेगा बाजी?

लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट सहित चार राज्यों की पांच सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजों की घोषणा आज, 23 जून को की जा रही है। यह उपचुनाव 19 जून को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ था। मतगणना सुबह 8 बजे शुरू हो गई है।

लुधियाना: पंजाब की राजनीति एक बार फिर से गर्मा गई है, क्योंकि लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजे आज घोषित किए जा रहे हैं। मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू हो चुकी है और शुरुआती रुझान सामने आने लगे हैं। इस बार मुकाबला आम आदमी पार्टी (आप) के संजीव अरोड़ा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भारत भूषण आशु के बीच है, जिसे एक हाई प्रोफाइल और प्रतिष्ठात्मक टक्कर माना जा रहा है।

यह सीट आम आदमी पार्टी के विधायक गुरप्रीत सिंह गोगी के आकस्मिक निधन के कारण खाली हुई थी। गोगी की गोली लगने से मौत के बाद इस सीट पर उपचुनाव कराना अनिवार्य हो गया। गोगी लुधियाना पश्चिम के लोकप्रिय नेता थे और उनके निधन के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि उनकी विरासत किस दल को आगे बढ़ाने का मौका मिलता है।

संजीव अरोड़ा: राज्यसभा से विधानसभा की राह

आप पार्टी ने राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा को मैदान में उतारा है। अरोड़ा की छवि एक साफ-सुथरे और कारोबारी पृष्ठभूमि वाले नेता की रही है, और पार्टी उन पर दांव लगाकर यह संदेश देना चाहती है कि वह विकास और ईमानदारी की राजनीति को आगे ले जाना चाहती है। हालांकि, विपक्षी दलों ने इस बात पर सवाल उठाए हैं कि एक राज्यसभा सांसद को विधानसभा में लाने की जरूरत क्यों पड़ी, लेकिन आप समर्थक इसे गोगी की राजनीतिक विरासत को संभालने की कोशिश बता रहे हैं।

भारत भूषण आशु: कांग्रेस का अनुभवी चेहरा

कांग्रेस ने अपने पुराने सिपाही और प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष भारत भूषण आशु को मैदान में उतारा है। आशु लुधियाना की राजनीति में एक जानी-मानी शख्सियत हैं और उन्होंने पहले भी यहां से चुनाव जीतकर मंत्री पद संभाला है। उनका राजनीतिक नेटवर्क मजबूत है और उनका जनसंपर्क आधार उन्हें मजबूत प्रत्याशी बनाता है। हालांकि, कांग्रेस की हालिया रणनीति और राज्य स्तर पर कमजोर प्रदर्शन ने उनकी राह को थोड़ा मुश्किल जरूर बनाया है।

भाजपा और अकाली दल की उपस्थिति

भाजपा ने जीवन गुप्ता और शिरोमणि अकाली दल ने परउपकार सिंह घुम्मण को मैदान में उतारा है, लेकिन मुकाबला मुख्यतः आप और कांग्रेस के बीच ही माना जा रहा है। दोनों दलों ने भी सक्रिय प्रचार अभियान चलाया, लेकिन मतदाताओं का झुकाव इन दोनों राष्ट्रीय दलों की ओर कम नजर आया है। सुबह शुरू हुई मतगणना में पहले पोस्टल और होम वोटों की गिनती की गई। 

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