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पॉलिसी की अवधि चुनें सोच-समझकर: लॉन्ग टर्म प्लान हो सकता है फायदेमंद

पॉलिसी की अवधि चुनें सोच-समझकर: लॉन्ग टर्म प्लान हो सकता है फायदेमंद

समय के साथ बढ़ती स्वास्थ्य समस्याओं और इलाज की महंगी लागत को देखते हुए हेल्थ इंश्योरेंस अब सिर्फ एक विकल्प नहीं, बल्कि एक जरूरी ज़रूरत बन गई है। 

Health Insurance: स्वास्थ्य बीमा आजकल की जीवनशैली में अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है। यह न केवल चिकित्सा खर्चों से सुरक्षा प्रदान करता है, बल्कि मानसिक शांति भी देता है। यदि आप स्वास्थ्य बीमा लेने की सोच रहे हैं, तो कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान देना आवश्यक है। आइए जानते हैं कि स्वास्थ्य बीमा खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

बीमा राशि (Sum Insured) का चयन

स्वास्थ्य बीमा की सबसे महत्वपूर्ण बात है बीमा राशि का चयन। यह राशि आपके और आपके परिवार के संभावित चिकित्सा खर्चों को कवर करने के लिए पर्याप्त होनी चाहिए। बीमा राशि का निर्धारण करते समय अपनी उम्र, जीवनशैली, पारिवारिक चिकित्सा इतिहास और संभावित चिकित्सा खर्चों का आकलन करें।

प्री-एग्जिस्टिंग बीमारियों के लिए वेटिंग पीरियड

अधिकांश स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों में प्री-एग्जिस्टिंग बीमारियों के लिए वेटिंग पीरियड होता है। यह अवधि आमतौर पर 2 से 4 वर्ष होती है। इस अवधि के दौरान यदि आप किसी प्री-एग्जिस्टिंग बीमारी के लिए दावा करते हैं, तो वह कवर नहीं होता। इसलिए, पॉलिसी लेते समय इस वेटिंग पीरियड की जानकारी प्राप्त करना आवश्यक है।

पॉलिसी में क्या-क्या कवर नहीं है (Exclusions)

हर बीमा पॉलिसी में कुछ अपवाद होते हैं, यानी कुछ ऐसी स्थितियाँ जो कवर नहीं होतीं। उदाहरण के लिए, कुछ पॉलिसियाँ प्रेग्नेंसी, कॉस्मेटिक सर्जरी, या मानसिक स्वास्थ्य संबंधी उपचारों को कवर नहीं करतीं। पॉलिसी के दस्तावेज़ में इन अपवादों को ध्यान से पढ़ें और समझें।

नो-क्लेम बोनस (No Claim Bonus)

यदि आप किसी पॉलिसी वर्ष में कोई दावा नहीं करते हैं, तो बीमा कंपनियाँ अगले वर्ष आपकी बीमा राशि में बढ़ोतरी करती हैं। इसे नो-क्लेम बोनस कहा जाता है। यह बोनस आमतौर पर 5% से 100% तक हो सकता है, जो पॉलिसी और बीमा कंपनी पर निर्भर करता है। नो-क्लेम बोनस से आपकी बीमा राशि बढ़ती है, जिससे भविष्य में चिकित्सा खर्चों से सुरक्षा मिलती है।

कैशलेस हॉस्पिटल नेटवर्क

स्वास्थ्य बीमा कंपनियाँ विभिन्न अस्पतालों के साथ साझेदारी करती हैं, जहाँ आप कैशलेस उपचार प्राप्त कर सकते हैं। इसका मतलब है कि आपको अस्पताल में भर्ती होने पर अग्रिम भुगतान करने की आवश्यकता नहीं होती; बीमा कंपनी सीधे अस्पताल को भुगतान करती है। पॉलिसी लेते समय यह सुनिश्चित करें कि आपके नजदीकी और विश्वसनीय अस्पताल बीमा कंपनी के नेटवर्क में शामिल हैं।

पॉलिसी की शर्तें और उप-सीमाएँ (Sub-limits)

कुछ पॉलिसियों में विशिष्ट उपचारों के लिए उप-सीमाएँ होती हैं, जैसे कि कमरे का किराया, आईसीयू शुल्क, या कुछ विशिष्ट उपचारों के लिए सीमित राशि। इन उप-सीमाओं के बारे में जानना आवश्यक है, ताकि भविष्य में किसी अप्रत्याशित स्थिति में आपको कोई समस्या न हो।

बीमा कंपनी की क्लेम सेटलमेंट रेशियो

बीमा कंपनी की क्लेम सेटलमेंट रेशियो यह दर्शाता है कि कंपनी कितने प्रतिशत दावों का निपटारा करती है। उच्च क्लेम सेटलमेंट रेशियो वाली कंपनियाँ अधिक विश्वसनीय मानी जाती हैं। पॉलिसी लेते समय इस रेशियो की जानकारी प्राप्त करें।

पॉलिसी की नवीनीकरण प्रक्रिया

स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी की नवीनीकरण प्रक्रिया सरल और बिना किसी जटिलता के होनी चाहिए। कुछ बीमा कंपनियाँ पॉलिसी के नवीनीकरण के समय स्वास्थ्य परीक्षण की मांग करती हैं, विशेषकर वरिष्ठ नागरिकों के लिए। पॉलिसी लेते समय नवीनीकरण की शर्तों और प्रक्रिया को समझें।

अतिरिक्त लाभ और Riders

कुछ बीमा पॉलिसियाँ अतिरिक्त लाभ या Riders प्रदान करती हैं, जैसे कि Critical Illness Cover, Maternity Benefits, या Personal Accident Cover। इन अतिरिक्त लाभों के बारे में जानकारी प्राप्त करें और यह सुनिश्चित करें कि ये आपके लिए उपयुक्त हैं।

बीमा पॉलिसी की अवधि

स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियाँ विभिन्न अवधि के लिए उपलब्ध होती हैं, जैसे कि 1 वर्ष, 2 वर्ष, या 3 वर्ष। लंबी अवधि की पॉलिसी लेने से प्रीमियम में छूट मिल सकती है और नवीनीकरण की चिंता भी कम होती है।

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