आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को अब आधिकारिक रूप से पार्टी से बाहर कर दिया गया है। यह कार्रवाई तेज प्रताप से जुड़े अनुष्का यादव विवाद के सामने आने के बाद की गई है, जिसने राजनीतिक और पारिवारिक दोनों स्तरों पर हलचल मचा दी थी।
पटना: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के भीतर मचे घमासान को लेकर अब एक बड़ा और औपचारिक घटनाक्रम सामने आया है। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी से बाहर करने का ऐलान अब आधिकारिक पत्र के जरिए सार्वजनिक कर दिया गया है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में साफ तौर पर लिखा गया है कि लालू प्रसाद यादव के निर्देश के आलोक में तेज प्रताप यादव को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह वर्षों के लिए निष्कासित किया गया है।
हालांकि यह आदेश 25 मई 2025 का है, लेकिन इस संबंध में पार्टी की ओर से कोई औपचारिक पत्र अब तक सार्वजनिक नहीं किया गया था। रविवार, 1 जून 2025 को जब पत्र को सार्वजनिक किया गया, तो इस मामले पर एक बार फिर सियासी और पारिवारिक चर्चा तेज हो गई है।
पार्टी से निकाले जाने का कारण बना अनुष्का विवाद
तेज प्रताप यादव का यह निष्कासन उस समय हुआ जब सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हुई, जिसमें वे अनुष्का यादव के साथ नजर आए। यह फोटो उनके आधिकारिक X (पूर्व ट्विटर) अकाउंट से साझा की गई थी और उसमें लिखा था कि प्यार किया तो डरना क्या। बाद में जब विवाद ने तूल पकड़ा, तो तेज प्रताप ने दावा किया कि उनका अकाउंट हैक हुआ था और तस्वीर एआई तकनीक से बनाई गई थी।
मगर तब तक पार्टी में इस मुद्दे को लेकर असंतोष फैल चुका था और अंततः लालू यादव ने 25 मई को X पर पोस्ट करते हुए कहा कि तेज प्रताप को पार्टी और परिवार दोनों से छह साल के लिए निष्कासित किया जा रहा है।
पत्र में क्या लिखा है?
अब जो पत्र सामने आया है, वह तेज प्रताप यादव के निष्कासन पर औपचारिक मुहर है। इसमें लिखा गया है, राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के निर्देशानुसार श्री तेज प्रताप यादव को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्षों के लिए निष्कासित किया जाता है। यह निर्णय दिनांक 25 मई 2025 को लिया गया है। इस पत्र से यह स्पष्ट हो गया है कि अब तेज प्रताप यादव ना केवल संगठन से बाहर हैं बल्कि उनके भविष्य में पार्टी की भूमिका को भी पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया है।
तेज प्रताप का भावुक संदेश: मां-पापा भगवान हैं मेरे लिए
राजनीतिक मोर्चे पर अकेले हो चुके तेज प्रताप यादव ने रविवार को X पर एक भावुक पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, मेरे प्यारे मम्मी-पापा… मेरी सारी दुनिया बस आप दोनों में ही समाई है। भगवान से बढ़कर हैं आप और आपका दिया कोई भी आदेश। आप हैं तो सब कुछ है मेरे पास। मुझे सिर्फ आपका विश्वास और प्यार चाहिए ना कि कुछ और। पापा आप नहीं होते तो ना ये पार्टी होती और ना मेरे साथ राजनीति करने वाले कुछ जयचंद जैसे लालची लोग। बस मम्मी-पापा आप दोनों स्वस्थ और खुश रहें हमेशा।
इस पोस्ट से साफ है कि भले ही लालू यादव ने राजनीतिक और पारिवारिक तौर पर तेज प्रताप को अलग कर दिया हो, लेकिन तेज प्रताप अपने माता-पिता से अब भी आत्मिक रूप से जुड़े हुए हैं।
आगे क्या?
तेज प्रताप यादव की भविष्य की राजनीति अब अधर में है। वे 2015 में पहली बार विधायक बने थे और नीतीश कुमार की महागठबंधन सरकार में स्वास्थ्य मंत्री भी रह चुके हैं। लेकिन बीते कुछ वर्षों से उनका व्यवहार और बयानबाजी कई बार विवादों में रही। जहां उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव पार्टी का चेहरा बनकर उभरे, वहीं तेज प्रताप लगातार किनारे होते गए।
अब देखना यह है कि तेज प्रताप अपने राजनीतिक सफर को किस दिशा में मोड़ते हैं – क्या वे नई पार्टी बनाते हैं, किसी अन्य दल में जाते हैं या राजनीति से कुछ समय के लिए संन्यास लेते हैं।