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अहिल्याबाई जयंती पर राजस्थान की महिलाओं को बड़ी सौगात, 80 हजार से अधिक को मिलेगा आर्थिक लाभ

अहिल्याबाई जयंती पर राजस्थान की महिलाओं को बड़ी सौगात, 80 हजार से अधिक को मिलेगा आर्थिक लाभ

राजस्थान की भजनलाल शर्मा सरकार समाज सुधारक अहिल्याबाई होल्कर की जन्म जयंती के 300 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आज जयपुर में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया है। 

जयपुर: राजस्थान सरकार ने अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के पावन अवसर पर महिलाओं और बालिकाओं के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं का शुभारंभ और लाभ वितरण किया है। जयपुर में आयोजित विशेष कार्यक्रम में लगभग 80 हजार से अधिक महिलाओं और बालिकाओं को सीधे लाभ पहुंचाने वाली योजनाओं के तहत आर्थिक सहायता प्रदान की गई। राज्य सरकार ने महिला सशक्तिकरण को समर्पित इस कार्यक्रम के माध्यम से महिला उत्थान और शिक्षा के क्षेत्र में नई मिसाल कायम करने का संकल्प लिया है।

अहिल्याबाई होल्कर की जयंती पर विशेष सम्मेलन

राजस्थान के अंतरराष्ट्रीय केंद्र में आयोजित इस विशेष सम्मेलन में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने महिलाओं के लिए राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की सफलता और उनके सकारात्मक प्रभाव की सराहना की। कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक रूप से सशक्त बनाना बताया गया।

महिलाओं और बालिकाओं के लिए बड़े पैमाने पर योजनाओं का लाभ

इस कार्यक्रम में 1,800 महिलाओं को 'लखपति दीदी ऋण योजना' के तहत ऋण वितरित किया गया, जिससे वे स्वरोजगार और आर्थिक गतिविधियों में समर्थ बन सकेंगी। इसके अतिरिक्त 32,755 बालिकाओं को 'लाड़ो प्रोत्साहन योजना' के तहत प्रत्यक्ष आर्थिक सहायता दी गई। यह राशि बालिकाओं के बेहतर विकास और पोषण के लिए समर्पित है।

राज्य सरकार ने शिक्षा को भी प्राथमिकता दी है। लगभग 17,000 बालिकाओं को एसटी प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति दी गई है, जबकि 152 सफाई कामगार परिवारों की बालिकाओं को भी प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति प्रदान की गई है। इसके अलावा, बालिका दूरस्थ शिक्षा योजना के तहत 19,183 छात्राओं को फीस पुनर्भरण की राशि हस्तांतरित की गई, ताकि वे उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें।

पुरस्कार और स्कूटी वितरण से बढ़ेगी प्रोत्साहना

कार्यक्रम में 6,489 बालिकाओं को 'गार्गी पुरस्कार' तथा 'पद्माक्षी पुरस्कार' राशि प्रदान की गई। ये पुरस्कार बालिकाओं के उत्कृष्ट प्रदर्शन को पहचानने और उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। साथ ही, 'कालीबाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी योजना' के तहत 2,000 छात्राओं को स्कूटी भी वितरित की गई, जिससे उनकी स्कूल-कॉलेज आने-जाने की समस्या दूर होगी और वे अपनी पढ़ाई पर बेहतर ध्यान दे सकेंगी।

नई योजनाओं का शुभारंभ और स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार

महिला सशक्तिकरण को और मजबूती देने के लिए 150 कालिका यूनिट को हरी झंडी दिखाकर इनके संचालन का शुभारंभ किया गया। इसके अलावा गर्भ की पाठशाला योजना, स्वस्थ नारी चेतना अभियान और गर्भावधि मधुमेह प्रबंधन कार्यक्रम के प्रथम चरण में 10 जिलों के 4,125 संस्थानों पर सुविधाएं शुरू की गईं। इन पहलों से मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।

कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत डिजिटल कॉफी बुक का भी विमोचन किया गया। साथ ही, बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए 4 कस्तूरबा गांधी बालिका शिक्षा विद्यालय, 2 जनजाति बालिका आश्रम छात्रावासों का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी किया गया।

सरकार की प्रतिबद्धता और महिलाओं के उज्जवल भविष्य की दिशा में कदम

राजस्थान सरकार ने इस कार्यक्रम के माध्यम से यह संदेश दिया कि महिला सशक्तिकरण राज्य की प्राथमिकता है और इसके लिए आवश्यक सभी संसाधन एवं योजनाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। अहिल्याबाई होल्कर के आदर्शों को आत्मसात करते हुए महिलाओं और बालिकाओं को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास किए जाएंगे।

इस आयोजन से न केवल आर्थिक मदद मिलेगी, बल्कि सामाजिक जागरूकता और महिलाओं की आत्मनिर्भरता को भी बढ़ावा मिलेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की पहल से राजस्थान में महिला शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, जो लंबे समय तक स्थायी विकास का मार्ग प्रशस्त करेगी।

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