अमेरिका के कोलोराडो में हुए आतंकी हमले पर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान सामने आया है। उन्होंने ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए इस हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि ऐसा कृत्य अमेरिका में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
वॉशिंगटन: अमेरिका के कोलोराडो राज्य के बोल्डर इलाके में रविवार को हुए एक आतंकवादी हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस हमले में छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि हमलावर को तुरंत हिरासत में ले लिया गया। इस घटना पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है और बाइडेन सरकार की खुली सीमा नीति को इस हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट के माध्यम से कहा कि अमेरिका में इस तरह के हमलों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और देश की सीमाओं को और अधिक मजबूत करने की जरूरत है।
हमला और उसका खुफिया निष्कर्ष
कोलोराडो के बोल्डर इलाके में मोलोटोव कॉकटेल के जरिए किया गया यह हमला एक जानलेवा आतंकवादी घटना के रूप में सामने आया है। मोलोटोव कॉकटेल, जिसे आम भाषा में पेट्रोल बम भी कहा जाता है, का इस्तेमाल इस हमले में किया गया जिससे आसपास के छह लोगों को गंभीर रूप से जलने की चोटें आईं। हमलावर की पहचान मोहम्मद सबरी सोलिमन के रूप में की गई है। एफबीआई ने इस हमले को ‘टार्गेटेड आतंकी हमला’ घोषित करते हुए इसकी कड़ी निंदा की है।
हमले के दौरान मोहम्मद सबरी सोलिमन ने ‘फ्री फिलिस्तीन’ का नारा भी लगाया, जो इस घटना को और भी संवेदनशील और राजनीतिक रूप से जटिल बनाता है। फिलहाल आरोपी हिरासत में है और उससे पूछताछ जारी है।
ट्रंप की कड़ी टिप्पणी
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए लिखा, कोलोराडो के बोल्डर में हुए इस भयावह हमले को संयुक्त राज्य अमेरिका बर्दाश्त नहीं करेगा। यह हमला बाइडेन की खुली सीमा नीति का परिणाम है, जिसने देश की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है। हमें इस नीति को खत्म करके ट्रंप के सुरक्षा और नियंत्रण के मॉडल को फिर से लागू करना होगा।
ट्रंप ने आगे कहा कि आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जरूरी है और सभी दोषियों को कानून के तहत कठोर सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने इस घटना को यह साबित करने वाला उदाहरण बताया कि अमेरिका को अपनी सीमाओं को मजबूत बनाना ही होगा और अवैध अमेरिकी विरोधी कट्टरपंथियों को देश से बाहर निकालना होगा।
ट्रंप की संवेदना और राजनीतिक संदेश
ट्रंप ने हमले के पीड़ितों और कोलोराडो के लोगों के प्रति अपनी संवेदना जताई। उन्होंने कहा, मेरी संवेदना इस त्रासदी से प्रभावित परिवारों के साथ है। हमलावरों को कड़ा सबक देना होगा ताकि भविष्य में कोई भी ऐसा कृत्य करने की हिमाकत न करे। ट्रंप का यह बयान आगामी राजनीतिक माहौल में बड़ा प्रभाव डाल सकता है। उन्होंने बाइडेन प्रशासन की नीतियों को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराकर, आगामी चुनावों में अपनी सुरक्षा नीति को लेकर मजबूती से अपनी स्थिति बनानी शुरू कर दी है।
बाइडेन सरकार की चुनौती
इस आतंकी हमले ने बाइडेन प्रशासन के लिए नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। अमेरिका की सीमाओं की सुरक्षा, आंतरिक सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी नीतियों पर सवाल उठाए जा रहे हैं। ट्रंप के आरोपों के बीच सरकार को यह साबित करना होगा कि वह देश की सुरक्षा के प्रति गंभीर है और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उचित कदम उठा रही है।
अमेरिकी अधिकारी फिलहाल घटना की जांच में जुटे हैं और घटना के कारणों, हमलावर के लिंक और भविष्य में संभावित खतरों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। साथ ही, प्रशासन ने जनता को आश्वासन दिया है कि वे सुरक्षा में कोई कमी नहीं छोड़ेंगे।