रूस ने यूक्रेन पर 367 ड्रोन और मिसाइलें दागीं, 13 की मौत। कीव, खारकीव, खमेलनित्सकी जैसे शहरों में तबाही। जेलेंस्की ने अमेरिका पर नाराजगी जताई, सख्त कदम उठाने की मांग।
Russia-Ukraine: रूस-यूक्रेन युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार देर रात रूस ने यूक्रेन के कई शहरों पर अब तक का सबसे भीषण हवाई हमला किया। इस हमले में रूस ने 367 ड्रोन और मिसाइलें दागीं। यूक्रेन की वायुसेना ने 266 ड्रोन और 45 मिसाइलों को मार गिराने का दावा किया, लेकिन फिर भी कई जगहों पर भारी तबाही मची। हमले में 13 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 3 बच्चे भी शामिल हैं, जबकि कई दर्जन लोग घायल हुए हैं।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अमेरिका की कमजोर नीति और रूस पर प्रतिबंधों की कमी पर नाराजगी जताई। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि रूस के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, वरना यह नरसंहार और बढ़ेगा।
रूस का भीषण हमला: 367 ड्रोन और मिसाइलें
रूस ने अपने इस हमले में कीव, खारकीव, मायकोलाइव, टर्नोपिल और खमेलनित्सकी जैसे बड़े शहरों को निशाना बनाया। राजधानी कीव में 11 लोग घायल हुए, जबकि खमेलनित्सकी में चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई। जाइटॉमिर में तीन बच्चों की मौत की खबर सामने आई है। इस हमले के बाद कई अपार्टमेंट बिल्डिंग, अस्पताल और जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर तबाह हो गया।
यूक्रेन की वायुसेना ने दावा किया कि उसने 266 ड्रोन और 45 मिसाइलें नष्ट कर दीं, लेकिन कई हथियार अपने लक्ष्य तक पहुंच गए। ये हमले शुक्रवार को हुए एक और बड़े ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइल हमले के ठीक बाद हुए, जिससे लोगों में दहशत फैल गई है।
जेलेंस्की का अमेरिका पर हमला
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अमेरिका की नीति पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में अमेरिका ने रूस के खिलाफ कमजोर रुख अपनाया, जिससे रूस के हौसले बुलंद हुए। जेलेंस्की ने रूस पर सख्त प्रतिबंध लगाने की मांग की।
उन्होंने कहा, "अगर रूस पर दबाव नहीं बनाया गया, तो वह यूक्रेन के अलावा पश्चिमी देशों में भी नरसंहार की तैयारी करेगा।" जेलेंस्की ने कहा कि जब तक रूस के पास हथियार बनाने की क्षमता है, तब तक वह हमले करता रहेगा।
रूस का जवाब: 'चार घंटे में 95 ड्रोन मार गिराए'
रूस ने अपने बचाव की कहानी भी पेश की है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि उसने पिछले चार घंटों में 95 यूक्रेनी ड्रोन मार गिराए, जिनमें से 12 मॉस्को के पास थे। रूस की ओर से कहा गया कि वह अपनी सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा।
रूस के इस बड़े हमले के बीच यूक्रेन ने शांति वार्ता का प्रस्ताव रखा है। यूक्रेन ने कहा कि वह 30 दिनों के संघर्षविराम के लिए तैयार है, ताकि बातचीत की राह खुले। हालांकि, इस बीच दोनों देशों के बीच 1,000-1,000 बंदियों की अदला-बदली भी हुई है।
रूस के इस हमले के बाद यूक्रेन के नागरिकों में भय का माहौल है। ऑपरेशन सिंदूर जैसे अभियानों की तरह, जहां भारत ने आतंकियों पर जवाबी हमला किया था, यूक्रेन भी अपनी सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठा रहा है। इस हमले ने यूक्रेन की सैन्य ताकत और रूस की आक्रामक नीति को फिर से चर्चा में ला दिया है।