टाटा समूह की एक प्रमुख कंपनी, टाटा केमिकल्स लिमिटेड, ने एक ऐतिहासिक बदलाव की घोषणा करते हुए कंपनी के चेयरमैन और निदेशक पद से एन चंद्रशेखरन के इस्तीफे की पुष्टि की है।
Tata Chemicals Chairman: टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने टाटा केमिकल्स लिमिटेड के चेयरमैन पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है। यह निर्णय उन्होंने अपनी वर्तमान और भविष्य की पेशेवर प्रतिबद्धताओं का गहन पुनर्मूल्यांकन करने के बाद लिया है। चंद्रशेखरन ने कहा कि विभिन्न कंपनियों में अपनी जिम्मेदारियों के मद्देनज़र उन्होंने यह कदम उठाया है ताकि वे अपने कर्तव्यों पर और बेहतर तरीके से ध्यान केंद्रित कर सकें। कंपनी ने उनके इस्तीफे को औपचारिक रूप से स्वीकार कर लिया है और उनकी जगह एस पद्मनाभन को नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है।
बोर्ड को लिखा पत्र: नेतृत्व से विदाई का भावुक क्षण
एन चंद्रशेखरन ने टाटा केमिकल्स बोर्ड को भेजे अपने पत्र में लिखा, मैं आपको औपचारिक रूप से सूचित करता हूं कि मैं 29 मई 2025 से टाटा केमिकल्स लिमिटेड के चेयरमैन और निदेशक के पद से इस्तीफा दे रहा हूं। यह फैसला मैंने अपनी वर्तमान और भविष्य की व्यस्तताओं का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करने के बाद लिया है।
उन्होंने आगे कहा, टाटा केमिकल्स जैसे नवाचार-प्रेरित संगठन का नेतृत्व करना मेरे लिए सम्मान की बात रही है। मुझे इस दौरान बोर्ड और प्रबंधन से जो सहयोग मिला, उसके लिए मैं हृदय से आभारी हूं।
एस पद्मनाभन को सौंपी गई जिम्मेदारी
चंद्रशेखरन के इस्तीफे को स्वीकार करते हुए टाटा केमिकल्स बोर्ड ने कंपनी के मौजूदा निदेशक एस पद्मनाभन को नया चेयरमैन नियुक्त करने का फैसला लिया है। उनकी नियुक्ति 30 मई 2025 से प्रभाव में आएगी। पद्मनाभन टाटा समूह में वर्षों से विभिन्न महत्त्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं और रणनीतिक मामलों में उनकी गहरी समझ के लिए जाने जाते हैं।
कौन हैं एस पद्मनाभन?
एस पद्मनाभन, जो टाटा संस में ग्रुप चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर रह चुके हैं, वर्तमान में टाटा बिजनेस एक्सीलेंस ग्रुप के प्रमुख हैं। वह टाटा पावर और टाटा एल्क्सी जैसे कई टाटा समूह की कंपनियों के बोर्ड में भी शामिल हैं। उन्हें संगठनात्मक दक्षता, नेतृत्व विकास और रणनीतिक योजना में गहरी पकड़ मानी जाती है।
उनकी नियुक्ति ऐसे समय पर हुई है जब टाटा केमिकल्स भविष्य की योजनाओं में सतत विकास, हरित ऊर्जा और वैश्विक विस्तार को प्राथमिकता दे रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि पद्मनाभन की अगुवाई में कंपनी इन क्षेत्रों में नई ऊंचाइयों को छुएगी।
चंद्रशेखरन की विरासत
एन चंद्रशेखरन ने टाटा केमिकल्स का नेतृत्व एक ऐसे समय में किया जब कंपनी बदलाव के दौर से गुजर रही थी। उन्होंने संगठन को स्थिरता दी और नवाचार को बढ़ावा दिया। विशेष रूप से, ग्रीन केमिस्ट्री और सतत विकास के क्षेत्र में उनके मार्गदर्शन में कई महत्वपूर्ण पहल की गईं। चंद्रशेखरन अब भी टाटा संस के चेयरमैन पद पर बने रहेंगे, जो टाटा समूह की सभी कंपनियों की शीर्ष होल्डिंग संस्था है। ऐसे में यह इस्तीफा टाटा समूह के भीतर कार्यभार के पुनर्संतुलन का संकेत देता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह नेतृत्व परिवर्तन टाटा समूह के भीतर एक नई रणनीति का हिस्सा हो सकता है, जहां वरिष्ठ नेतृत्व समूह की प्राथमिक कंपनियों में समय और संसाधनों का पुनर्वितरण कर रहा है। एन चंद्रशेखरन के पास टाटा डिजिटल, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स, टाटा मोटर्स और टाटा पावर जैसे कई अन्य महत्वपूर्ण समूह कंपनियों की जिम्मेदारी पहले से ही है।