दिलीप घोष अपनी पत्नी रिंकू मजूमदार के साथ राज्य सरकार के आमंत्रण पर दीघा के जगन्नाथ मंदिर पहुंचे। पूजा-अर्चना के बाद घोष ने TMC में शामिल होने की अटकलों पर कहा, "मुझे आधिकारिक निमंत्रण मिला था।"
कोलकाता: बंगाल भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता दिलीप घोष बुधवार को अपनी पत्नी रिंकू मजूमदार के साथ राज्य सरकार के आमंत्रण पर पूर्व मेदिनीपुर जिले के दीघा स्थित नवनिर्मित जगन्नाथ मंदिर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने और उनकी पत्नी ने मंदिर में पूजा-अर्चना की और पूरे परिसर का दर्शन किया। खास बात यह है कि इस मंदिर का उद्घाटन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किया था।
घोष के दीघा पहुंचने पर तृणमूल कांग्रेस (TMC) के प्रदेश महासचिव कुणाल घोष और राज्य के बिजली मंत्री अरूप विश्वास ने उनका स्वागत किया। इसके बाद दिलीप घोष ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात भी की। इस मुलाकात के बाद राजनीति में यह अटकलें तेज हो गईं कि क्या दिलीप घोष जल्द ही TMC में शामिल होने वाले हैं?
TMC में शामिल होने की अटकलों को दिलीप घोष ने किया खारिज
हालांकि, इन अटकलों पर दिलीप घोष ने सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका दीघा मंदिर का दौरा सिर्फ धार्मिक उद्देश्य से था और वे केवल आधिकारिक निमंत्रण पर वहां गए थे। दिलीप घोष ने कहा, "मुझे किसी भी पार्टी से कोई निमंत्रण नहीं मिला था। यह केवल एक धार्मिक यात्रा थी, जिसमें मैंने किसी राजनीतिक उद्देश्य के लिए भाग नहीं लिया। मंदिर में प्रवेश करते समय मैं केवल एक भक्त था, और राजनीति केवल मंदिर के बाहर हो सकती है।"
घोष ने कहा कि मंदिर के द्वार सभी के लिए खुले हैं, और धार्मिक स्थानों पर किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं की जानी चाहिए। उनका यह बयान इस बात की ओर इशारा करता है कि वे किसी भी तरह की राजनीतिक बयानबाजी से बचने का प्रयास कर रहे हैं।
ममता से मुलाकात पर भाजपा में बवाल
ममता बनर्जी से दिलीप घोष की मुलाकात के बाद भाजपा में खलबली मच गई। भाजपा सांसद सौमित्र खां ने दिलीप घोष पर तीखा हमला करते हुए उन्हें बंगाल भाजपा की "शर्म" करार दिया। सौमित्र खां ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा, "दिलीप बाबू, आप एक आदर्श उदाहरण हैं कि कैसे उद्धारकर्ता से भक्त बनना चाहिए। यह चिंता का विषय है कि कोई इतना आदर्श व्यक्ति होने के बावजूद इतना बेशर्म कैसे हो सकता है! आप बंगाल भाजपा की शर्म हैं।"
सांसद ने यह भी कहा कि दिलीप घोष को अब राजनीति से बाहर निकलकर व्यक्तिगत जीवन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय सचिव अनुपम घोष ने भी दिलीप घोष का मजाक उड़ाते हुए कहा कि "दिलीपदा, अब आपकी शादी हो चुकी है, तो बस आराम करें और चिल करें।"
मंदिर के उद्घाटन में अन्य भाजपा नेताओं की अनुपस्थिति
राज्य सरकार ने दिलीप घोष के अलावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार, विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी और अन्य वरिष्ठ भाजपा नेताओं को भी इस मंदिर के उद्घाटन समारोह में आमंत्रित किया था, लेकिन सुवेंदु अधिकारी और सुकांत मजूमदार ने इस कार्यक्रम में भाग नहीं लिया। इस बात से यह स्पष्ट होता है कि राज्य की भाजपा इकाई में आंतरिक मतभेद और राजनीतिक तनाव चल रहे हैं।