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अमेरिका को मोदी का संदेश: पाकिस्तान पर भारत लेगा अपना फैसला

भारत ने स्पष्ट किया था कि पाकिस्तान ने सीजफायर की मांग की थी। अब NYT रिपोर्ट के अनुसार, पीएम मोदी ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति वेंस से साफ शब्दों में भारत का रुख साझा किया है।

India-Pak Ceasefire: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका को स्पष्ट संदेश दिया कि भारत अब पाकिस्तान से संबंधित किसी भी मामले में किसी की मध्यस्थता को नहीं मानेगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान द्वारा सीजफायर की गुजारिश के बावजूद भारत अपने रुख पर दृढ़ रहेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पीएम मोदी और अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के बीच एक महत्वपूर्ण बातचीत हुई, जिसमें प्रधानमंत्री ने अपनी स्थिति को कड़े शब्दों में रखा।

पाकिस्तान की सीजफायर की गुजारिश पर भारत का रुख

पाकिस्तान ने भारत से सीजफायर की मांग की थी, लेकिन भारत ने इसे सिरे से खारिज कर दिया था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था कि उन्होंने दोनों देशों के बीच मध्यस्थता की है, लेकिन भारत ने इस दावे को ठुकराते हुए साफ किया कि पाकिस्तान ने खुद फोन कर सीजफायर की मांग की थी।

इसके बाद, पीएम मोदी ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से साफ शब्दों में कहा कि यदि पाकिस्तान ने फिर से कोई हरकत की, तो भारत का जवाब पहले से भी ज्यादा सख्त और विनाशकारी होगा। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है और अगर पाकिस्तान की ओर से कोई गोली चलेगी, तो भारत की ओर से गोला चलेगा।

भारत का पाकिस्तानी मुद्दे पर कड़ा स्टैंड

सूत्रों के अनुसार, भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) और विदेश मंत्रियों के बीच किसी प्रकार की बातचीत नहीं हुई। केवल पाकिस्तान के डीजीएमओ (Director General Military Operations) ने भारत के डीजीएमओ से बात की थी, लेकिन भारत ने इसे एक सख्त संदेश देते हुए कहा कि पाकिस्तान को समझ लेना चाहिए कि अब पहले जैसा कोई संवाद नहीं होगा।

भारत ने दुनिया को यह संदेश दिया है कि कश्मीर के मुद्दे पर भारत का स्टैंड बिल्कुल स्पष्ट है और यह किसी प्रकार की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करेगा। भारत ने बताया कि कश्मीर के मुद्दे पर केवल एक बात की चर्चा होगी – और वह है गुलाम जम्मू-कश्मीर को वापस लेना।

भारत का रुख और पाकिस्तान की स्थिति

भारत ने यह भी साफ किया कि पाकिस्तान हर हमले में बुरी तरह से हार रहा है और उसके लिए स्थिति लगातार बिगड़ रही है। भारत ने यह स्पष्ट किया कि वह अब किसी को भी पीड़ित और अपराधी को एक जैसा मानने की अनुमति नहीं देगा।

PM मोदी के इस बयान से यह स्पष्ट हो गया कि भारत अब पाकिस्तान से किसी भी प्रकार के समझौते के लिए तैयार नहीं है। यदि पाकिस्तान आतंकवाद के मुद्दे पर बात करना चाहता है, तो भारत इसके लिए तैयार है, लेकिन किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की आवश्यकता नहीं है।

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